क्या है मरकज सुभान अल्लाह, भारत की हिट लिस्ट में क्यों था? संसद हमले से लेकर पुलवामा तक कनेक्शन
पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने इस बात की पुष्टि की है कि भारत ने मंगलवार रात पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में जिन नौ स्थानों पर हमला किया है, वहां बच्चों और महिलाओं सहित 26 नागरिक मारे गए हैं, जबकि 46 घायल हो गए हैं।

Operation Sindoor: पहलगाम हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सशस्त्र बलों ने मंगलवार की रात 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पीओके के अंदर जिन 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइलों से जमींदोज किया है, उसमें पंजाब प्रांत के बहावलपुर स्थित मरकज सुभान अल्लाह भी एक है। यह आतंक का मरकज था,जिसके नेस्तनाबूद होने पर पूरे पाकिस्तान में मातम पसरा है। इसके पीछे सबसे बड़ी वजह यह है कि यह जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर का घर था, जहां उसका लंबा-चौड़ा परिवार रहता था। मसूद अजहर खुद 2001 के संसद पर हुए हमले के मास्टरमाइंड है। हालांकि, इस मरकज पर हुए मिसाइल अटैक में वह बच गया लेकिन उसमें कम से कम 14 लोग मारे गए, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं।
बाद में मसूद अजहर ने एक बयान में कहा है कि बहावलपुर में मरकज सुभान अल्लाह पर भारतीय हमले में उसके परिवार के 10 लोग और चार करीबी सहयोगी मारे गए हैं। यह मरकज जैश-ए-मोहम्मद का मुख्यालय भी है। यहां कैडर प्रशिक्षण सत्र आयोजित किए जाते थे। मसूद अजहर ने दावा किया कि मृतकों में उसकी सबसे बड़ी बहन और उसके पति मसूद अजहर का भतीजा, उसकी पत्नी, एक और भतीजी और उनके परिवार के पांच बच्चे शामिल हैं। बयान में कहा गया है कि मसूद अजहर का एक करीबी सहयोगी, उसकी मां और दो अन्य करीबी सहयोगी भी भारतीय हमले में मारे गए हैं।
कहां स्थित है ये मरकज
मरकज सुभान अल्लाह, पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के बहावलपुर में बाहरी इलाके में एनएच-5 (कराची-तोरखम हाईवे) पर स्थित है। यह 15 एकड़ क्षेत्र में फैला हुआ है, जहां युवाओं को आतंकी प्रशिक्षण दिया जाता था। 14 फरवरी, 2019 को हुए पुलवामा हमले की साजिश यहीं रची गई थी। उसके हमलावरों को भी यहीं ट्रेनिंग दी गई थी। 15 एकड़ के इस परिसर में ही मसूद अजहर और जैश-ए-मोहम्मद के वास्तविक प्रमुख मुफ्ती अब्दुल रऊफ असगर के अलावा जैश के दूसरे बड़े आतंकी मौलाना अम्मार और अन्य का परिवार रहता है।
मरकज में अत्याधुनिक सुविधाएं
मरकज सुभान अल्लाह में जैश-ए-मोहम्मद के बड़े आतंकियों और पदाधिकारियों के आवासों के अलावा, परिसर में 600 से अधिक कार्यकर्ता भी रहते हैं। पूर्व धार्मिक प्रशिक्षक मौलाना रफीकुल्लाह 2022 के मध्य से इस मरकज का मुख्य प्रशिक्षक है। मरकज के अंदर एक अत्याधुनिक जिम और स्वीमिंग पुल भी है। इसे 2018 में बनाया गया था। ताकि आतंकियों को शारीरिक, तैराकी और गहरे पानी में गोताखोरी का भी प्रशिक्षण दिया जा सके।
यहां जैश-ए-मोहम्मद के कार्यकर्ताओं और शूरा सदस्यों को 6 दिनों की तीरंदाजी की ट्रेनिंग भी दी जाती थी। 2019 में मरकज के अंदर एक नया 'अल हिजामा' केंद्र (प्रेशर कपिंग के इस्तेमाल से उपचार) स्थापित किया गया था। इसके अलावा मई 2022 में घोड़ों के अस्तबल और राइडिंग ग्राउंड का भी निर्माण किया गया है, जहां आतंकियों को घुड़सवारी की ट्रेनिंग दी जाती थी। यह राजस्थान के बीकानेर के खाजूवाला के सामने आईबी से 100.4 किमी (लगभग) की हवाई दूरी पर स्थित है।
मरकज के लिए किसने दिए पैसे?
इस मरकज का निर्माण पाकिस्तान की प्रांतीय और संघीय सरकारों की आर्थिक मदद से किया गया है। इसके अलावा जैश-ए-मोहम्मद ने ब्रिटेन समेत कुछ खाड़ी और अफ्रीकी देशों से भी इसके लिए फंड जुटाया था। यह 2015 में चालू हुआ था। हाल ही में, 30 नवंबर, 2024 को मौलाना मसूद अजहर ने दो साल के अंतराल के बाद मरकज सुभान अल्लाह में जैश-ए-मोहम्मद के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया था। अपने संबोधन में मसूद अजहर ने बाबरी मस्जिद विध्वंस का बदला लेने समेत कई भारत विरोधी बयान दिया था।
ऑपरेशन सिंदूर से कैसे बच निकला मसूद अजहर
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तानी रक्षा बलों ने अंडर कवर सुरक्षा देते हुए मसूद अजहर को इस्लामाबाद या रावलपिंडी में एक अज्ञात स्थान पर सुरक्षात्मक हिरासत में रखा है। इस वजह से ऑपरेशन सिंदूर में उसकी जान बच गई। मसूद अजहर और जैश-ए-मोहम्मद 2001 में भारतीय संसद पर हमले, जनवरी 2016 में पठानकोट एयरबेस पर हमले, फरवरी 2019 में पुलवामा आत्मघाती हमले में शामिल था। मई 2019 में संयुक्त राष्ट्र ने मसूद अजहर को वैश्विक आतंकवादी घोषित कर दिया था। अमेरिका ने पहले ही जैश-ए-मोहम्मद को एक विदेशी आतंकवादी संगठन (एफटीओ )भी करार दिया था।
भारत ने मसूद अजहर और उसके भाई अब्दुल रऊफ असगर के प्रत्यर्पण की मांग की थी, लेकिन चीन ने संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रयासों को बार-बार वीटो पावर के जरिये कमजोर कर दिया। वर्ष 2002 में पाकिस्तान ने जैश-ए-मोहम्मद पर प्रतिबंध लगा दिया था, लेकिन संगठन अलग-अलग नामों से सक्रिय रहा। मसूद अजहर पर कई घटनाओं में शामिल होने का भी आरोप था, जिसमें पूर्व पाकिस्तानी राष्ट्रपति परवेज मुशर्रफ पर जानलेवा हमला भी शामिल है।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।