गिरफ्तारी की आशंकाओं के बीच मंगोलिया पहुंचे व्लादिमीर पुतिन का भव्य स्वागत, भड़क गया यूक्रेन
- यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मंगोलिया पहुंच चुके हैं। गिरफ्तारी वारंट की आशंकाओं के बीच पुतिन का भव्य स्वागत हुआ।
यूक्रेन युद्ध के बीच रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन मंगोलिया पहुंच चुके हैं। फरवरी 2022 को शुरू हुई जंग के बाद यह पहली बार है जब पुतिन अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (आईसीसी) के किसी सदस्य देश की यात्रा कर रहे हैं। आईसीसी पुतिन के खिलाफ पिछले साल गिरफ्तारी वारंट जारी कर चुकी है। पुतिन के मंगोलिया दौरे से एक बार फिर उनकी गिरफ्तारी की मांग उठने लगी है। हालांकि क्रेमलिन ने पुतिन की गिरफ्तारी की संभावनाओं को नकारते हुए कहा है कि वह पुतिन की दौरे को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त हैं। इस बीच पुतिन का मंगोलिया में भव्य स्वागत देख यूक्रेन भड़क गया है। उसने मंगोलिया पर पुतिन के यूक्रेन में नरसंहार को बढ़ावा देने का आरोप लगाया।
व्लादिमीर पुतिन जापानी सेना पर 1939 में सोवियत और मंगोलियाई सैनिकों की संयुक्त जीत की वर्षगांठ पर मंगलवार को एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले हैं। इस सरकारी यात्रा के दौरान पुतिन मंगोलियाई नेता उखना खुरेलसुख के साथ भेंट भी करेंगे। करीब 18 महीने पहले आईसीसी से गिरफ्तारी वारंट जारी होने के बाद पुतिन की किसी आईसीसी सदस्य देश की यह पहली यात्रा है। मंगोलिया आईसीसी का सदस्य है और इस न्यायालय ने पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर रखा है। आईसीसी ने यूक्रेन में संदिग्ध युद्ध अपराध को लेकर पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।
पुतिन की गिरफ्तारी की मांग फिर उठी
यूक्रेन ने मंगोलिया से पुतिन को गिरफ्तार कर उन्हें हेग में अदालत को सुपुर्द करने की मांग की है। पुतिन के एक प्रवक्ता ने पिछले सप्ताह कहा था कि क्रेमलिन (रूस के राष्ट्रपति का कार्यालय) को पुतिन की मंगोलिया यात्रा को लेकर कोई चिंता नहीं है। इस अदालत के नियमानुसार जिसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है, वह यदि किसी आईसीसी सदस्य देश में कदम रखता है, तो उसे गिरफ्तार करना उस देश का दायित्व है। लेकिन अदालत के पास अपने आदेशों को लागू करने का क्रियान्वयन तंत्र नहीं है।
पुतिन के मंगोलिया पहुंचने से पहले सोमवार दोपहर को राजधानी उलानबटार में विरोध प्रदर्शन भी हुआ। प्रदर्शनकारियों ने पुतिन को यहां से बाहर निकालो की मांग की।
मंगोलिया पर भड़का यूक्रेन
मंगोलिया की धरती में पुतिन का स्वागत कीव, पश्चिम और उससे जुड़े समूहों के खिलाफ के रूप में देखा जा रहा है। यूक्रेन ने पुतिन की इस यात्रा पर रोष के साथ प्रतिक्रिया व्यक्त की है और मंगोलिया पर पुतिन के "युद्ध अपराधों" को छिपाने का आरोप लगाया है।
मंगोलिया और रूस के बीच रिश्ते
मंगोलिया रूस और चीन के बीच कम आबादी वाला एक देश है और वह ईंधन एवं बिजली के लिए रूस पर एवं अपने खनन उद्योग में निवेश के लिए चीन पर काफी हद तक आश्रित है। सोमवार रात पहले जब पुतिन उलानबटार पहुंचे तो उनका भव्य स्वागत किया गया। पुतिन की पांच साल में देश की पहली यात्रा के लिए मंगलवार को मंगोलियाई और रूसी झंडों से राजधानी उलानबटार को सजाया गया।
पांच साल में मंगोलिया की अपनी पहली यात्रा के दौरान पुतिन उत्तर-पूर्वी चीन में मंचूरिया पर कब्जा करने वाली जापानी सेना पर तत्कालीन सोवियत और मंगोलियाई बलों की जीत की 85वीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित समारोह में शामिल होंगे। 1939 में मंचूरिया और मंगोलिया की सीमा पर कई महीनों तक चली लड़ाई में हजारों सैनिक मारे गए थे।
यूक्रेन पर आक्रमण को लेकर रूस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग किए जाने के प्रयासों का मुकाबला करने के लिए पुतिन ने हाल के महीनों में कई देशों की यात्रा की है। उन्होंने मई में चीन और जून में उत्तर कोरिया व वियतनाम की यात्रा की थी, जबकि जुलाई में शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) की बैठक में हिस्सा लेने के लिए कजाखस्तान पहुंचे थे।
पिछले साल दक्षिण अफ्रीका सरकार के पुतिन के जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में शामिल होने पर आपत्ति जताए जाने के बाद उन्होंने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से इसमें हिस्सा लिया था। ब्रिक्स उभरती अर्थव्यवस्थाओं का एक समूह है, जिसमें ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं। दक्षिण अफ्रीका अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय का भी सदस्य है।
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