ईरानी फौज बनवा रही थीं मिसाइलें, हमने उड़ा दिया; सीरिया में हमले पर इजरायल का बड़ा दावा
- इजरायल ने पहली बार सीरिया पर हमले को लेकर खुलकर बयान दिया। सेना ने गुरुवार को एक बयान में कहा कि उसने सीरिया में घुसकर अंडरग्राउंड मिसाइल कारखाने को उड़ाया। ये कारखाना ईरानी फौज की निगरानी में था।
इजरायली सेना ने गुरुवार को पहली बार कबूल किया कि सीरिया में उसने अपनी फौज को अंडर ग्राउंड मिसाइल कारखाने को नष्ट करने के लिए भेजा था। इजरायल ने बड़ा आरोप लगाया कि इस कारखाने की ईरान फौज निगरानी कर रही थी। इजरायली सेना ने इससे पहले सीरिया के अंदर अपनी गतिविधियों और ऑपरेशनों की कोई जानकारी साझा नहीं की। एक बयान में कहा कि सीरिया में 8 सितंबर की छापेमारी में 100 से अधिक इजरायली कमांडो सैनिक शामिल थे। आईडीएफने भूमध्यसागरीय तट के पास मासियाफ क्षेत्र में उस कारखाने को नष्ट कर दिया था।
सीरियन ऑब्जर्वेटरी फॉर ह्यूमन राइट्स वॉर मॉनिटर ने उस समय बताया था कि छापेमारी में 27 लोग मारे गए थे। इज़रायली सेना ने हालांकि हताहतों की किसी संख्या का खुलासा नहीं किया। 2011 में गृह युद्ध छिड़ने के बाद से इज़राइल ने सीरिया में सैकड़ों हमले किए हैं, मुख्य रूप से ईरान से जुड़े ठिकानों पर जमकर कहर बरपाया।
ईरानी फौज की निगरानी में बन रहे थे हथियार
गुरुवार को एक बयान में, इजरायली सेना ने कहा कि अंडरग्राउंड कारखाने में लेबनान के हिजबुल्लाह आतंकियों को सप्लाई करने के लिए मिसाइलों और लंबी दूरी के रॉकेटों के निर्माण के लिए डिज़ाइन की गई उन्नत असेंबली तैयार किए जा रहे थे। सैन्य प्रवक्ता लेफ्टिनेंट कर्नल नदव शोशानी ने एक ऑनलाइन ब्रीफिंग में पत्रकारों को बताया कि मिसाइलों और सतह से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों के लिए अधिकांश सामान ईरान से मंगवाए गए थे।"
शोशानी ने कहा कि इस कारखाने में सालाना सैकड़ों मिसाइल बनाने की क्षमता है। यह सब ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड्स द्वारा बनाई और निगरानी में किया जा रहा था। बयान में कहा गया, "सैनिकों ने परिसर को नष्ट कर दिया और सुरक्षित रूप से इजरायली क्षेत्र में लौट आए।"
गौरतलब है कि 8 दिसंबर को इस्लामवादी नेतृत्व वाले विद्रोहियों हयात तहरीर अल-शाम द्वारा असद सरकार को उखाड़ फेंकने के बाद से इज़रायल ने सीरियाई सैन्य केंद्रों पर सैकड़ों हवाई हमले किए हैं। इजरायल ने इन हमलों को जायज ठहराते हुए कहा है कि ये हथियार दुश्मन के हाथ न लगें, इसलिए उसने इन हमलों को अंजाम दिया। इतना ही नहीं सीरिया के गोलान हाइट्स पर भी इजरायल ने बस्तियां बढ़ाने पर जोर दिया है। यह विवादास्पद जगह है, जिसे इजरायल अपना बताता है और सीरिया अपना।
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