मरीजों को नंगा किया, अस्पताल में दनादन फायरिंग; इजरायली हमले में 240 संदिग्ध आतंकी गिरफ्तार
- इजरायल ने उत्तरी गाजा के एक अस्पताल में रेड मारकर 240 हमास आतंकियों को पकड़ने का दावा किया है। हालांकि कई मीडिया रिपोर्ट्स में इजरायली सेना पर मरीजों के साथ दुर्व्यवहार और अस्पताल में गोलीबारी के आरोप भी लगे हैं।
इजरायली सेना ने शनिवार को उत्तरी गाजा के बड़े अस्पताल कमाल अदवान में हमला किया है। सेना ने एक बयान में कहा कि उसने इस हमले में 240 संदिग्ध हमास आतंकियों को गिरफ्तार किया है। ऐसा आरोप लगाया कि आतंकियों ने बचने के लिए मरीजों और अस्पताल के कर्मचारियों की ड्रेस पहनी हुई थी। अस्पताल में रेड का वीडियो साझा करते हुए सेना ने दावा किया कि वहां हथियार और विस्फोटक भी बड़ी मात्रा में बरामद हुए हैं। इस बीच कई मीडिया रिपोर्ट्स में इजरायली सेना पर मरीजों के साथ दुर्व्यवहार और अस्पताल में मरीजों-डॉक्टरों की जान खतरे में डालने का भी आरोप लगा है। इजरायली सेना पर मरीजों को नंगा करने और गोलीबारी करने का भी आरोप है।
इजरायली सेना ने 240 संदिग्धों में चिकित्सा केंद्र के निदेशक और 15 आतंकवादियों को गिरफ्तार किया है। ऐसा आरोप है कि ये सभी 7 अक्टूबर, 2023 को दक्षिणी इज़राइल पर हमले में वांछित थे। इजरायली रक्षा बलों का इस अस्पताल में यह दूसरी रेड है। इससे पहले अक्टूबर महीने में कमाल अदवान में हमास के खिलाफ अभियान चलाया था। इजरायली सेना ने कहा कि यह अभियान दोबारा इसलिए चलाया गया क्योंकि अस्पताल "एक बार फिर आतंकवादी अस्पताल में छिपकर इजरायल के खिलाफ आतंकी साजिशों में भाग ले रहे थे।"
अस्पताल में कई बंदूकधारियों को ढेर किया
सेना ने कहा कि अस्पताल का उपयोग हमास द्वारा अभी भी किया जा रहा है। इस ऑपरेशन का नेतृत्व आईडीएफ की 162वीं डिवीजन ने किया। छापे की शुरुआत में, आईडीएफ ने कहा कि 401वीं बख्तरबंद ब्रिगेड के सैनिकों ने अस्पताल को घेर लिया और गोलीबारी की। कई आतंकवादी गुर्गों को हिरासत में लिया और अतिरिक्त बंदूकधारियों को मार गिराया। रेड के दौरान टीम ने ग्रेनेड, हैंडगन, गोला-बारूद और अन्य सैन्य उपकरणों को बरामद किया है।
सेना ने बताया कि अभियान के दौरान हमास, फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद और अन्य आतंकवादी समूहों के संदिग्ध 240 से अधिक सदस्यों को हिरासत में लिया गया। आईडीएफ ने कहा कि कुछ आतंकवादी “मरीजों और चिकित्सा कर्मचारियों का भेष बदलने की कोशिश कर रहे थे और कुछ ने एम्बुलेंस में भागने की कोशिश की।” पकड़े गए संदिग्धों में कमाल अदवान के निदेशक हुस्साम अबू सफिया भी शामिल हैं, जिनके बारे में आईडीएफ ने कहा है कि उन पर हमास का कार्यकर्ता होने का संदेह है।
हमास का आरोप- मरीजों के साथ दुर्व्यवहार
आईडीएफ के ऑपरेशन पर हमास ने मरीजों के साथ दुर्व्यहार के आरोप लगाए हैं। ऐसे आरोप हैं कि मरीजों के कपड़े उतारे गए। अस्पताल में गोलियां चलाई गई, इससे मरीजों और डॉक्टरों में अफरा-तफरी मच गई। अबू सफ़िया के पकड़े जाने पर हमास ने दावा किया कि "डॉ हुसैन अबू सफ़िया की गिरफ़्तारी के बारे में जो कुछ भी प्रसारित किया जा रहा है वह झूठी खबर है।"
इजरायली हमले पर WHO में भी रोष
कमल अदवान उत्तरी गाजा में अभी भी संचालित होने वाले अंतिम अस्पतालों में से एक है और वहां सर्जरी की जाती है। गाजा पहले ही इजरायली हमलों के बाद चिकित्सा आपूर्ति की गंभीर समस्या से जूझ रहा है। वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजर ने इजरायली हमले की निंदा की है और कहा है कि इस हमले से उत्तरी गाजा में 'आखिरी बड़ी स्वास्थ्य सुविधा' बंद हो गई है। बता दें कि यह पहली बार नहीं है जब इजरायली सेना गाजा के किसी अस्पताल के साथ ऐसा कर रही है। इससे पहले अल-शिफा अस्पताल में भी हमले के बाद अस्पताल के निदेशक को गिरफ्तार कर लिया गया था। कुछ महीने पहले दक्षिणी गाजा के नासिर अस्पताल में भी इजरायली सेना ने ऐसा ही हमला किया।
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