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मृत्युदंड देने में सबसे आगे है ये मुस्लिम देश, 2024 में सैकड़ों लोगों को दे दी मौत

  • दुनियाभर में मौत की सजा देने को लेकर चल रहे बहस के बीच ईरान में इसकी संख्या में बेतहाशा बढ़ोतरी हुई है। मानवाधिकार समूहों ने चिंता जताते हुए बताया है कि पिछले साल ईरान में 900 से ज्यादा लोगों को मृत्यदंड दे दिया गया।

Jagriti Kumari एएफपीThu, 20 Feb 2025 03:12 PM
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मृत्युदंड देने में सबसे आगे है ये मुस्लिम देश, 2024 में सैकड़ों लोगों को दे दी मौत

दुनिया के कई देशों में मृत्यदंड की वैधता और नैतिकता पर सवाल उठते रहे हैं। इस बीच ईरान ने पिछले साल सैकड़ों लोगों को मौत की सजा दे दी। मानवाधिकार समूहों ने गुरुवार को बताया है कि ईरान ने पिछले साल मृत्युदंड का उपयोग करते हुए कम से कम 975 लोगों को मौत दे दी। नॉर्वे स्थित ईरान ह्यूमन राइट्स (IHR) और फ्रांस के टुगेदर अगेंस्ट द डेथ पेनाल्टी (ECPM) ने कहा है कि IHR द्वारा 2008 में डेटा इकठ्ठा करने की प्रक्रिया शुरू करने के बाद से यह आंकड़ा सबसे अधिक है।

रिपोर्ट के मुताबिक, “ईरान में 2024 में मृत्युदंड के उपयोग में भयावह वृद्धि हुई है।" रिपोर्ट में आगे लिखा है, "ईरान में मृत्युदंड का उपयोग राजनीतिक उत्पीड़न के लिए किया गया है।” IHR के निदेशक महमूद अमीरी-मोगद्दाम ने कहा, "ईरान की सरकार ने सत्ता पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए अपने ही लोगों के खिलाफ मृत्युदंड का इस्तेमाल किया। ईरान और इजरायल के बीच युद्ध के खतरे के बीच साल के अंतिम तीन महीनों में औसतन हर दिन पांच लोगों को मृत्युदंड की सजा दी गई।" रिपोर्ट में कहा गया है कि 2023 में मृत्युदंड के 834 मामले दर्ज किए गए थे जिसमें अब 17 प्रतिशत की बढ़ोतरी हो चुकी है। जिन 975 लोगों को मृत्युदंड दिया गया, उनमें से चार लोगों को सार्वजनिक रूप से फांसी दी गई। इसमें 31 महिलाएं भी शामिल थीं।

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मानवाधिकार समूह यह भी बताते हैं कि ईरान ने इस मामले में चीन जैसे डिक्टेटर देश को भी पीछे छोड़ दिया है। बता दें कि यहां हत्या, बलात्कार और नशीली दवाओं की खरीद-फरोख्त के लिए यह सजा दी जाती है। हालांकि भ्रष्टाचार और विद्रोह जैसे मामलों में भी मृत्युदंड के मामले बढ़े है। पिछले साल विरोध प्रदर्शनों में हिस्सा लेने की वजह से दो लोगों को मौत की सजा सुना दी गई। IHR की आंकड़ो के मुताबिक इस साल भी ईरान ने कम से कम 121 लोगों को फांसी दी जा चुकी है।

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