अमेरिका साथ दे तो..; हमास के बाद अब ईरान के खिलाफ काम खत्म करने को तैयार नेतन्याहू
- Netanyahu: इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने अमेरिकी विदेश मंत्री से मुलाकात की है। इसके बाद दोनों नेताओं ने कहा कि हम इस बात पर सहमत हुए हैं कि ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं होना चाहिए। इसके लिए हम कंधे से कंधा मिलाकर लड़ रहे हैं।
इजरायल के प्रधानमंत्री और अमेरिका के विदेश मंत्री मार्को रुबियो की रविवार को बैठक हुई। इस बैठक के बाद दोनों नेताओं ने ईरान के परमाणु हथियार से जुड़ी महत्वकांक्षा को खत्म करने और मिडिल ईस्ट में उसकी आक्रामकता को विफल करने के अपने संकल्प को दोहराया। हमास और हिजबुल्लाह जैसे आतंकी संगठनों की कमर तोड़ने वाले इजरायल के प्रधानमंत्री ने मार्को रुबियो के साथ बैठक में ईरान को ही सबसे महत्वपूर्ण मुद्दा करार दिया।
येरूशलम में रुबियो के साथ बैठक के बाद नेतन्याहू ने कहा कि दोनों देशों की कई विषयों को लेकर चर्चा हुई लेकिन इसमें ईरान सबसे महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा कि ईरानी खतरे का मुकाबला करने के लिए अमेरिका और इजरायल कंधे से कंधा मिलाकर खड़े हुए हैं। हम इस बात पर सहमत है कि अयातुल्ला के पास परमाणु हथियार नहीं होना चाहिए और न ही क्षेत्र में किसी भी प्रकार की कोई ईरानी आक्रामकता होनी चाहिए।
बैठक के बाद मीडिया से बात करते हुए रुबियो ने कहा कि ईरान मिडिल-ईस्ट के लिए एक बड़ा खतरा है। यहां होने वाली किसी भी आतंकवादी समूह, हिंसा या फिर हर अस्थिर करने वाली गतिविधि के पीछे उसी का हाथ होता है। इन सभी वजहों से क्षेत्र के लाखों लोगों का जीवन अशांति और अस्थिरता से भरा हुआ है।
नेतन्याहू ने कहा कि हम लगातार हमास के खिलाफ लड़ रहे हैं। अपने इस युद्ध में हमने ईरान को जोरदार झटका दिया है। हमें इसमें कोई भी संदेह नहीं है कि हम राष्ट्रपति ट्रंप के सहयोग से ईरान के खिलाफ अपने काम को पूरा कर लेंगे।
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