व्लादिमीर पुतिन के करीबी को मॉस्को में घुसकर यूक्रेन ने कैसे मार गिराया, खुद रूस ने ही बताई पूरी डिटेल
- रूसी एजेंसी का कहना है कि उसने एक संदिग्ध को इस मामले में अरेस्ट किया है। इसे यूक्रेन की खुफिया एजेंसियों ने भर्ती किया था और वह मूल रूप से उजबेक नागरिक है। 1995 में जन्मे संदिग्ध ने खुद ही रूसी एजेंसियों को बताया है कि उसे यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने भर्ती किया था।
रूस के परमाणु हथियारों के बेड़े की जिम्मेदारी संभालने वाले व्लादिमीर पुतिन के करीबी लेफ्टिनेंट जनरल इगोर किरिलोव की मंगलवार को एक बम धमाके में मौत हो गई थी। वह उस समय ब्लास्ट में मारे गए, जब वह दफ्तर जा रहे थे। उनके अपार्टमेंट में खड़े एक स्कूटर में बम फिट गया था, जिसमें यूक्रेनी एजेंसियों ने रिमोट से ही ब्लास्ट कर दिया था। इस धमाके में किलिरोव के एक सहायक की भी मौत हुई है। मॉस्को के अंदर घुसकर पुतिन के बेहद करीबी को इस तरह मारकर यूक्रेन ने पूरी दुनिया को ही चौंका दिया है। उसके इस कांड की तुलना इजरायल से की जा रही है, जिसकी मोसाद एजेंसी दुश्मनों को चुन-चुनकर मारने के लिए चर्चित रही है।
इस बारे में अब रूस की फेडरल सिक्योरिटी सर्विस ने भी जानकारी दी है। एजेंसी का कहना है कि उसने एक संदिग्ध को इस मामले में अरेस्ट किया है। इसे यूक्रेन की खुफिया एजेंसियों ने भर्ती किया था और वह मूल रूप से उजबेक नागरिक है। 1995 में जन्मे संदिग्ध ने खुद ही रूसी एजेंसियों को बताया है कि उसे यूक्रेन की खुफिया एजेंसी ने भर्ती किया था। किलिरोव को मंगलवार के बम धमाके में मारने की जिम्मेदारी यूक्रेन की एजेंसी ने ली है। किलिरोव के अपार्टमेंट में एक स्कूटर रखा गया था, जिसमें बम फिट था।कहा जा रहा है कि रिमोट से इसमें धमाका किया गया। रूसी एजेंसी ने दावा किया है कि यूक्रेन ने 1 लाख डॉलर के इनाम के वादे के साथ इस संदिग्ध को किलिरोव को मारने की जिम्मेदारी दी थी।
इसके अलावा उससे वादा किया गया था कि जनरल को मारने की एवज में मोटी रकम देने के साथ ही उसे यूरोप के किसी देश में रहने दिया जाएगा। यूक्रेन के ही निर्देशों पर वह मॉस्को आया था और उसने घर में बने देसी बम को ही स्कूटर में लगा दिया था। इसके बाद वह किलिरोव के अपार्टमेंट में स्कूटर को खड़ा कर आया था। यही नहीं उसने खुद एक कार किराये पर ली थी और लोकेशन पर नजर बनाए था। उसने वहां एक कैमरा भी सेट किया था, जिससे लाइव स्ट्रीमिंग देख रहा था। इसी दौरान जब किलिरोव नीचे उतरे और गाड़ी से निकलने की तैयारी में थे तो उसने स्कूटर में धमाका कर दिया। इस ब्लास्ट में किलिरोव मौके पर ही मारे गए। उनके एक सहायक की भी इस घटना में मौत हुई है।
रूसी संघीय एजेंसी के अनुसार संदिग्ध युवक को उम्रकैद तक की सजा हो सकती है। 54 साल के लेफ्टिनेंट जनरल किलिरोव के पास रूस के केमिकल, न्यूक्लियर और बायोलॉजिकल हथियारों की जिम्मेदारी थी। उनके खिलाफ अमेरिका, ब्रिटेन समेत दुनिया के कई देशों ने प्रतिबंध लगाए थे। यूक्रेन उन्हें अपना कट्टर दुश्मन मानता था। उसका कहना है कि किलिरोव ने ही यूक्रेन पर हमले को मंजूरी दी थी। इसके अलावा कई बार रासायनिक हथियारों का भी जंग में उनकी सलाह पर ही इस्तेमाल किया गया था।
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