चेर्नोबिल न्यूक्लियर पावर प्लांट पर रूस ने किया ड्रोन हमला, विकिरण से तबाही को लेकर बढ़ी चिंता
- यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर कीं। इनमें चेरनोबिल रिएक्टर के ऊपर बने विशाल सुरक्षा कवच को हुआ नुकसान नजर आ रहा है। यह शील्ड 275 मीटर चौड़ी और 108 मीटर ऊंची है।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस के ऊपर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने शुक्रवार को कहा कि भारी विस्फोटकों से लैस रूसी ड्रोन ने चेर्नोबिल परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर हमला कर दिया। कीव स्थित इस प्लांट के रेडिएशन शेल्टर पर रात के समय अटैक किया गया। यूक्रेन के राष्ट्रपति ने कहा कि ड्रोन हमले से ढांचे को नुकसान पहुंचा और वहां आग लग गई, जिसे बुझा दिया गया है। उन्होंने इसे लेकर और ज्यादा विस्तार से जानकारी नहीं दी। इस बीच, संयुक्त राष्ट्र परमाणु एजेंसी का बयान आया है जिसमें कहा गया कि हमले से विकिरण का स्तर नहीं बढ़ा है।
रिपोर्ट के मुताबिक, ताजा ड्रोन हमले से फिलहाल विकिरण को लेकर कोई बड़ा संकट पैदा नहीं हुआ। मगर, विशेषज्ञों ने अलर्ट जरूर कर दिया है। उनका कहना है कि भविष्य में ऐसे हमलों से गंभीर स्तर पर रेडिएशन रिसाव हो सकता है। इस बीच, राष्ट्रपति जेलेंस्की ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर कीं। इनमें चेर्नोबिल रिएक्टर के ऊपर बने विशाल सुरक्षा कवच को हुआ नुकसान नजर आ रहा है। यह शील्ड 275 मीटर चौड़ी और 108 मीटर ऊंची है। इसे 1.6 बिलियन डॉलर की लागत से तैयार किया गया था। इसे इतनी मजबूती से बनाया गया है कि अगले 100 सालों तक रेडिएशन के रिसाव को रोका जा सके। हालांकि, घातक स्तर के ड्रोन हमले चिंता जरूर पैदा कर देते हैं।
चेर्नोबिल रिएक्टर पर ऐसे समय में हमला किया गया जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा, 'यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि यूक्रेन शांति वार्ता किस तरह आगे बढ़ेगी।' ट्रंप ने शुक्रवार को भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में यह बयान दिया। उन्होंने कहा, ‘जहां तक वार्ता का सवाल है तो यह कहना अभी जल्दबाजी होगी कि क्या होने वाला है। हो सकता है कि रूस बहुत कुछ छोड़ दे, हो सकता है कि वह नहीं छोड़े। यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि क्या होने वाला है। वार्ता वास्तव में शुरू नहीं हुई है।’
(एजेंसी इनपुट के साथ)
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।