हाथ में कलावा, मंदिर में खाई जलेबी; खालिस्तानियों के हमदर्द ट्रूडो अचानक हिंदुओं को क्यों लगे लुभाने
कनाडाई विशेषज्ञ इसे चुनाव से पहले जस्टिन ट्रूडो का पैंतरा बता रहे हैं, ताकि वह हिन्दुओं को लुभा सकें। बड़ी बात ये है कि ट्रूडो दोनों हाथ में लड्डू चाह रहे हैं। वह पहले से ही खालिस्तान समर्थकों के पैरोकार रहे हैं लेकिन अब चुनाव नजदीक आते देख उन्होंने हिन्दुओं को भी लुभाने की कोशिशें तेज कर दी हैं।
भारत संग तल्ख रिश्तों और कनाडा में हिन्दुओं पर हो रहे हमलों के बीच कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो अब नए अंदाज में नजर आने लगे हैं। वह अब हिन्दू मंदिरों का दौरा कर रहे हैं और इस दौरान हिन्दुओं से मेल-जोल बढ़ाते हुए देखे जा रहे हैं। जस्टिन ट्रूडो ने दिवाली के मौके पर हिन्दुओं को शुभकामनाएं देते हुए खुद सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में कहा है कि उन्होंने पिछले कुछ महीनों में तीन मंदिरों का दौरा किया है। ट्रूडो द्वारा एक्स पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में दिख रहा है कि वह मंदिर के अंदर अपने हाथ पर कलावा बंधवा रहे हैं। इसके अलावा वह जलेबी भी खाते दिख रहे हैं। ट्रूडो वीडियो में हिन्दू समुदाय से नजदीकी बढ़ाते दिख रहे हैं।
उनका यह वीडियो ऐसे समय में आया है, जब वह खालिस्तानियों को शह देने के लिए पहले से ज्यादा बदनाम हुए हैं और कनाडा में हिन्दू समुदाय की रक्षा करने में गंभीर नहीं रहने के आरोपों का सामना कर रहे हैं। कनाडाई विशेषज्ञ इसे चुनाव से पहले जस्टिन ट्रूडो का पैंतरा बता रहे हैं, ताकि वह हिन्दुओं को लुभा सकें। बड़ी बात ये है कि ट्रूडो दोनों हाथ में लड्डू चाह रहे हैं। वह पहले से ही खालिस्तान समर्थकों के पैरोकार रहे हैं लेकिन अब चुनाव नजदीक आते देख उन्होंने हिन्दुओं को भी लुभाने की कोशिशें तेज कर दी हैं।
कनाडा में कितने हिन्दू-मुस्लिम?
बता दें कि 2021 के आंकड़ों के मुताबिक कनाडा में जहां सिखों की आबादी कुल आबादी का करीब 2.1 फीसदी है, वहीं हिन्दुओं की आबादी भी कम नहीं है। कनाडा की कुल आबादी में हिन्दुओं की आबादी सिखों से थोड़ी ज्यादा यानी 2.3 फीसदी है। इसी तरह broadview.org के मुताबिक, वहां मुस्लिम आबादी इन दोनों के जोड़ से भी ज्यादा यानी 4.9 फीसदी है। साफ है कि उनकी कोशिश चुनावों में हिन्दुओं का वोट पाना है। इसके अलावा वह दुनियाभर में गिरती अपनी साख और रसूख को बचाना चाहते हैं। मगर दिल में कुछ और जुबान और दिमाग में कुछ और नजर आ रहा है।
हिन्दुओं को सहयोग का भरोसा
इस बीच, रविवार को ब्रैम्पटन के एक मंदिर में हिन्दू श्रद्धालुओं पर कथित खालिस्तानी चरमपंथियों द्वारा किए गए हमले की भी जस्टिन ट्रूडो ने निंदा की है। सोमवार को सोशल मीडिया पर एक पोस्ट में ट्रूडो ने कहा कि प्रत्येक कनाडाई को अपनी आस्था का स्वतंत्र तरीके से और सुरक्षित माहौल में पालन करने का अधिकार है। ‘कनैडियन ब्रॉडकास्टिंग कॉरपोरेशन’ की रिपोर्ट के अनुसार, पील क्षेत्रीय पुलिस ने रविवार को बताया कि ब्रैम्पटन के एक मंदिर में खालिस्तान समर्थकों ने विरोध प्रदर्शन किया था और हिन्दुओं से मारपीट की थी। रिपोर्ट में कहा गया है कि वीडियो में लोग हाथापाई और एक-दूसरे पर डंडों से हमला करते हुए नजर आ रहे हैं। जस्टिन ट्रूडो ने इस घटना के बाद हिन्दू समुदाय की सुरक्षा और इस घटना की जांच के लिए ‘‘त्वरित कार्रवाई करने पर’’ स्थानीय प्राधिकारियों को धन्यवाद दिया है।
उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर सोमवार को लिखा, ‘‘ब्रैम्पटन के हिंदू सभा मंदिर में आज हुई हिंसा अस्वीकार्य है। हर कनाडाई को अपने धर्म का स्वतंत्र तरीके से और सुरक्षित माहौल में पालन करने का अधिकार है। समुदाय की सुरक्षा और इस घटना की जांच के लिए तुरंत कार्रवाई करने पर पील क्षेत्रीय पुलिस को धन्यवाद।’’ पील क्षेत्रीय पुलिस ने कहा कि उन्हें हिंदू सभा मंदिर में विरोध प्रदर्शन की जानकारी थी तथा सार्वजनिक व्यवस्था एवं सुरक्षा बनाए रखने के लिए उन्होंने मंदिर में पुलिस बल की मौजूदगी बढ़ा दी है।
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