भारतीय मूल के कनाडाई सांसद चंद्र आर्य ने प्रधानमंत्री पद के लिए अपनी आधिकारिक दावेदारी पेश कर दी है। उन्होंने संसद में कन्नड़ भाषा में ही भाषण दिया।
144 देशों के छात्रों पर नजर रखी गई, और गैर-अनुपालन दर में काफी अंतर था। उदाहरण के लिए, फिलीपींस से 688 छात्र (2.2 प्रतिशत) और चीन से 4,279 (6.4 प्रतिशत) अपने निर्धारित स्कूलों में नहीं गए।
एनडीपी नेता ने चेतावनी देते हुए कहा, ‘मैं पूरे देश में रहा हूं और आपको यह बता सकता हूं कि कनाडा के लोगों में गौरव भरा हुआ है। हमें अपने देश पर गर्व है और हम इसकी रक्षा के लिए जी-जान से लड़ने को तैयार रहते हैं।’
करण बराड़, कमलप्रीत सिंह, करणप्रीत सिंह और अमनदीप सिंह पिछले साल से कनाडाई पुलिस के हिरासत में हैं। ताजा डिटेंशन ऑर्डर की वजह से अगली सुनवाई शुरू होने तक उन्हें वहीं रहना होगा। चारों पर फर्स्ट डिग्री मर्डर और हत्या की साजिश रचने के आरोप हैं।
हरदीप सिंह निज्जर हत्याकांड के आरोपियों की जमानत पर बीजेपी नेता ने जस्टिन ट्रूडो पर निशाना साधा। उन्होंने भारत से संबंध खराब करने की कीमत चुकाई। वे कट्टरपंथियों के समर्थक रहे, इसलिए कनाडा के लोग उनका समर्थन नहीं करते।
करन बराड़, अमनदीप सिंह, कमलप्रीत सिंह, और करनप्रीत सिंह नाम के चारों आरोपियों के खिलाफ नवंबर 2024 में चार्जशीट दायर की गई थी।
कनाडा के पीएम पद से इस्तीफा देने के बाद जस्टिन ट्रूडो की बड़ी बेइज्जती हुई है। कारोबारी एलन मस्क ने ट्रूडो को लड़की कहकर बुलाया। सोशल मीडिया पर खूब मजाक उड़ाया।
कनाडा के मुख्य चुनाव अधिकारी स्टेफान पेरो ने सुझाव दिया है कि विदेशी हस्तक्षेप को रोकने के लिए नेतृत्व चुनावों में केवल कनाडाई नागरिकों को वोट देने की अनुमति दी जानी चाहिए।
कनाडा में इस समय करीब 4 लाख 27 हजार भारतीय छात्र पढ़ाई कर रहे हैं। अब ट्रूडो सरकार का फास्ट ट्रैक वीजा प्रोग्राम खत्म करना पहले ही विवादों में रहा। साथ ही ट्रूडो ने इंटरनेशनल स्टूडेंट परमिट में भी कटौती की, जिससे संख्या में 35 फीसदी गिरावट दर्ज की गई थी।
जस्टिन ट्रूडो कनाडा के 15वें प्रधानमंत्री पियरे ट्रूडो के बेटे हैं। वह कनाडा के 23वें प्रधानमंत्री बने। हालांकि हाल के दिनों में उनकी लोकप्रियता में तेजी से गिरावट आई और अब उन्हें अपने पद से ही इस्तीफा देना पड़ गया।
जस्टिन ट्रूडो के कनाडाई पीएम पद से इस्तीफे के बाद सवाल यह है कि उनकी जगह कौन लेगा? चार प्रमुख दावेदारों में एक भारतवंशी का भी नाम सामने आ रहा है। इनके बारे में जानिए…
जस्टिन ट्रूडो की वजह से कनाडा की लिबरल पार्टी भी संकट में पड़ गई है। माना जा रहा है कि भारत से दुश्मनी करना जस्टिन ट्रूडो को बेहद गलत फैसला साबित हुआ। उसके बाद से ही उनके बुरे दिन शुरू हो गए।
भारतीय मूल के जो कनाडाई नागरिक या स्थायी निवासी हैं और अपने माता-पिता या दादा-दादी को स्थायी रूप से कनाडा लाना चाहते हैं, उनके लिए यह फैसला बड़ी चुनौती हो सकती है।
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने धमकी दी है कि अगर कनाडा अमेरिका में अवैध प्रवासियों को घुसने से नहीं रोकता है, तो वह कनाडा पर 25 प्रतिशत तक का टैरिफ लगा देंगे। इसके बाद अब कनाडा एक्शन मोड में आ गया है।
कनाडा के ग्रेटर टोरंटो स्थित ब्रैम्पटन मंदिर में गुरु गोविंद सिंह के बेटों की शहादत को याद करने के लिए हिंदू-सिख एकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। पिछले महीने खालिस्तानी आतंकियों ने इस मंदिर के पास हिंसक हमला कर दिया था।
Canada india: कनाडा में भारतीयों के खिलाफ नस्लीय टिप्पणियों में लगातार इजाफा हो रहा है। हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में बर्फ पर फैले कचरे को देखकर लोगों ने भारतीय छात्रों को निशाना बनाना शुरू कर दिया।
जांच में यह भी सामने आया है कि 262 कनाडाई संस्थानों में से कुछ, जो कनाडा-अमेरिका सीमा के पास स्थित हैं, सीधे मानव तस्करी गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं।
China angry with Canada: चीन सरकार ने कनाडा के कुछ संगठनों और व्यक्तियों पर आंतरिक मामलों में हस्ताक्षेप के आरोप लगाकर प्रतिबंध लगा दिया है। चीन का आरोप है कि इन लोगों ने उइगर और तिब्बत के मामलों में दखलअंदाजी की है।
SFJ ने दावा किया कि कनाडा में रूसी दूतावास ने खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर के टेलीग्राम अकाउंट को हैक कर भारतीय खुफिया एजेंसियों को जानकारी दी।
जगमीत सिंह कनाडा की बड़ी पार्टियों में से एक न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी (NDP) के नेता हैं। जगमीत सिंह खालिस्तानी समर्थक हैं और इसने उनकी राजनीति को निर्धारित करने में बहुत मदद की है।
जस्टिन ट्रूडो पर उनकी पार्टी में ही इस्तीफे का दबाव बढ़ने लगा है। वहीं विपक्षी भी इस मौके का फायदा उठाना चाहता है। इस साल जस्टिन ट्रूडो के 5 मंत्री इस्तीफा दे चुके हैं।
फ्रीलैंड के इस्तीफे के बाद जस्टिन ट्रूडो के भविष्य पर सवाल उठ रहे हैं। इसे ट्रूडो को राजनीतिक करियर की सबसे बड़ी परीक्षा भी माना जा रहा है। सवाल यह भी है कि अलोकप्रिय होते जा रहे ट्रूडो अब कितने दिन तक पीएम रह सकेंगे। न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी के नेता जगमीत सिंह ने उनसे पद छोड़ने की भी मांग कर दी है।
कनाडा में भारतीय छात्रों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी जा रही है। कनाडा के प्रशासन ने छात्रों से उनके दस्तावेज मांगे हैं जिनमें अटेंडेंस और मार्क्स तक शामिल हैं।
खालिस्तानियों को वीजा न देने के आरोपों पर विदेश मंत्रालय की तरफ से मुंहतोड़ जवाब दिया गया है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारतीय वीजा किसे देना है किसे नहीं यह हमारा अधिकार है। कनाडा की मीडिया द्वारा इस बारे में टिप्पणी करना हमारे मामलों में विदेशी हस्तक्षेप के समान है।
Elon Musk: कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के ट्रंप पर तंज कसने से एलन मस्क भड़क गए। सोशल मीडिया साइट पर मस्क ने लिखा की ट्रू़डो ज्यादा समय तक सत्ता में नहीं रहेंगे। अगले कनाडाई चुनाव में वह सत्ता से बाहर चले जाएंगे।
इस रिपोर्ट के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर बहस छिड़ गई। कनाडाई राजनीतिक विशेषज्ञ डेनियल बोर्डमैन ने खालिस्तानी समर्थकों की नाराजगी पर तंज कसते हुए इसे आश्चर्यजनक बताया।
Khalistani conspiracy: कनाडा की संंसद में 1984 में भारत में हुए सिख दंगों को नरसंहार घोषित करने का प्रस्ताव पास करवाने की कोशिश की गई। हालांकि यह प्रस्ताव पास नहीं हो सका। विरोध करने वाले सांसद आर्या ने कहा कि उस समय जो भी हुआ वह अत्याचार था लेकिन उसे नरसंहार कहना भ्रामक और गलत है।
करीब 100 किसानों का जत्था दोपहर में पंजाब-हरियाणा शंभू सीमा से निकलने का प्रयास करने लगा। हरियाणा की अंबाला पुलिस पहले से वहां तैनात थी और बैरीकेड लगा रखे थे।
India Canada Tension: एक सर्वे में पाया गया है कि 39 फीसदी कनाडाई लोग मानते हैं कि जस्टिन ट्रूडो की सरकार भारत के साथ संबंधों को ठीक तरह से मैनेज नहीं कर पा रही है।
पुलिस के अनुसार, दोनों के बीच किसी बात को लेकर किचन में ही झगड़ा हुआ। इस दौरान सिंह के रूममेट ने उस पर चाकू से हमला कर दिया। गंभीर चोट के चलते उसकी मौत हो गई।