कनाडाई एयरपोर्ट पर भारतीयों की अतिरिक्त जांच नहीं होगी। कनाडाई सरकार ने इस बात की घोषणा के कुछ ही दिनों बाद इस फैसले को वापस लेने का वापस फैसला किया है।
भारत ने सुरक्षा कारणों की वजह से टोरंटो में आयोजित होने वाले वाणिज्य दूतावास कैंप रद्द कर दिया है। इससे लगभग 4,000 लोग प्रभावित हुए हैं।
कनाडा में भारतीय उच्चायोग ने कॉन्सुलर कैंप्स को रद्द कर दिया है। दरअसल खालिस्तानी भारतीय अधिकारियों को निशाना बनाने की कोशिश करते हैं। वहीं कनाडा अधिकारियों को सुरक्षा दे नहीं पा रहा है।
भारत ने पीएम मोदी को आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या की कथित साजिश के बारे में जानकारी होने का दावा करने वाली कनाडाई मीडिया की खबर को बुधवार को खंडन किया।
एक अज्ञात अधिकारी के हवाले से दी गई इस खबर का जिक्र करते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि ऐसे ‘हास्यास्पद बयानों’ को उसी तरह से खारिज किया जाना चाहिए जिसके वे हकदार हैं।
एयर कनाडा की तरफ से भी भारत जा रहे यात्रियों को नोटिफिकेशन जारी किया गया है, जिसमें कहा गया है, 'ट्रांसपोर्ट कनाडा की तरफ भारत जा रहे सभी यात्रियों के लिए बढ़ाए गए सुरक्षा उपायों के चलते सिक्युरिटी वेट टाइम ज्यादा हो सकता है।'
वायरल वीडियो में पील पुलिस का सार्जेंट हरिंदर सोही सादा कपड़ों में खालिस्तानी झंडा पकड़े हुए दिखाई दिया। प्रदर्शनकारियों के हाथों में डंडे और अन्य हथियार थे।
कनाडा में खालिस्तानियों का आतंक बढ़ने की घटनाओं के बीच अब कनाडाई पुलिस ने भारतीय मूल के एक शख्स को गिरफ्तार किया है। राजिंदर कुमार पर खालिस्तानी रबिंदर सिंह मल्ही की हत्या का आरोप लगाया गया है।
बता दें कि अर्श डल्ला के खिलाफ भारत में हत्या, हत्या का प्रयास, फिरौती और आतंकी गतिविधियों सहित 50 से अधिक मामलों में केस दर्ज हैं।
ट्रम्प का शपथ ग्रहण समारोह 20 जनवरी, 2025 को निर्धारित है। फिलहाल वह अपनी नई टीम बनाने में व्यस्त हैं। नई टीम के तहत जिन चेहरों का अब तक खुलासा हुआ है, उससे ट्रंप की नीतिगत प्राथमिकताएं उजागर होती हैं।
कनाडा में खालिस्तानियों के उत्पात का नया वीडियो सामने आया है। वीडियो में एक जुलूस के दौरान खालिस्तानी को स्थानीय लोगों को वापस जाने की बात कहते सुना जा सकता है।
खालिस्तानी आतंकवादी गुरुपतवंत सिंह पन्नू के अयोध्या में राम मंदिर पर हमले की धमकी के मद्देनजर रामजन्मभूमि परिसर की सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा करके हाई अलर्ट कर दिया गया है।
कनाडा के हिंदू मंदिरों में होने वाले दो कौंसुलर कैंप्स को सुरक्षा कारणों के चलते रद्द कर दिया गया है। यह दोनों कैंप ग्रेटर टोरंटो एरिया में इस हफ्ते के अंत में होने वाले थे।
कनाडा के हिंदू मंदिर में होने वाला एक कार्यक्रम खालिस्तानी धमकी के बाद रद्द कर दिया गया है। यह कार्यक्रम भारतीय दूतावास द्वारा आयोजित किया जाना था।
एक सर्वे में यह बात सामने आई है। सर्वे के अनुसार देश के ज्यादातर हिंदुओं का कहना है कि वह अपनी सुरक्षा को लेकर डरे हुए हैं। ऐसा तब है, जब कनाडा की सरकार को लेकर वहां हिंदुओं का भरोसा कमजोर हुआ है। पिछले दिनों हुए मंदिर पर हमले ने इस चिंता को और बढ़ा दिया है।
खालिस्तानी अर्श डाला हरदीप का चेला जरूर है, लेकिन उसके नाम निज्जर से ज्यादा हत्या के रिकॉर्ड हैं। यह कुख्यात आतंकी गोल्डी बरार का पार्टनर भी है। पंजाब में कई हाई प्रोफाइल किलिंग में शामिल है।
गोलीबारी के मामले में खालिस्तानी आतंकी अर्शदीप सिंह उर्फ अर्श डाला को कनाडा पुलिस ने गिरफ्तार किया है। डाला के खिलाफ भारत में यूएपीए के तहत केस दर्ज है और मोस्ट वॉन्टेड घोषित किया जा चुका है।
कनाडा के ब्रांम्पटन में हिंदू मंदिर पर हमले के मामले में चौथी गिरफ्तारी हुई है। आरोपी की पहचान इंदरजीत गोसाल के रूप में हुई है। इस घटना को लेकर कनाडा की फजीहत हो रही है।
कियानी और राव की गतिविधियां अब कनाडा के खुफिया अधिकारियों के लिए गंभीर चिंता का कारण बन चुकी हैं। ये दोनों कथित रूप से पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी ISI के लिए काम कर रहे हैं।
भारत से तनाव के बीच कनाडा ने एक ऐसा फैसला लिया है, जिसका असर वहां पढ़ने के इच्छुक भारतीय छात्रों पर पड़ सकता है।
रिपोर्ट के अनुसार, टोरंटो के पियरसन हवाई अड्डे के पास स्थित एक गुरुद्वारे के बाहर तलवारों, बेसबॉल बैट्स और लकड़ी के टुकड़ों से लैस पुरुष पूरी रात जागकर पहला दे रहे हैं।
IRCC का कहना है कि इस फैसले का उद्देश्य कार्यक्रम की अखंडता को मजबूत करना, छात्रों की भेद्यता को कम करना, और सभी छात्रों के लिए आवेदन प्रक्रिया को निष्पक्ष बनाना है।
भारत ने इस आरोप को सख्त तरीके से नकारा और कनाडा के साथ अपने रिश्तों को और अधिक ठंडा कर दिया। ओटावा में भारतीय उच्चायुक्त को वापस बुला लिया और छह कनाडाई राजनयिकों को निष्कासित कर दिया।
विदेश मंत्रालय ने ऐसे किसी भी आदेश को जारी करने से इनकार करते हुए कहा कि यह पूरी तरह से फर्जी है। सोशल मीडिया पर वायरल इस मेमो को कथित तौर पर पूर्व विदेश सचिव द्वारा जारी किया गया था।
सोशल मीडिया पर प्रसारित कुछ अपुष्ट वीडियो में प्रदर्शनकारी खालिस्तान समर्थक बैनर लिए हुए थे। वीडियो में लोगों के बीच हाथापाई और मंदिर के आसपास के मैदान में एक-दूसरे पर डंडे से वार करते हुए दिखाया गया।
द ऑस्ट्रेलिया टुडे के बयान में कहा गया, ‘ऑस्ट्रेलिया टुडे की ओर से हम सभी न्यूज आउटलेट्स, पत्रकारों और समर्थकों के प्रति हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं जो चुनौतीपूर्ण समय में हमारे साथ खड़े रहे।’
इस प्रेस कॉन्फ्रेन्स के दौरान एस जयशंकर ने भारत के पुराने रुख को दोहराते हुए कहा कि खालिस्तान समर्थक आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के मामले में कनाडा बिना किसी ठोस सबूत के आरोप लगा रहा है।
ट्रंप की वापसी के बाद, खालिस्तानी मुद्दे पर कनाडा और अमेरिका के रुख में बदलाव देखने की उम्मीद है। इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने भी ट्रंप को बधाई देते हुए दोनों देशों के रिश्ते को खास बताया।
एक्स पर एक बयान में भारतीय वाणिज्य दूतावास ने कहा कि कनाडाई सुरक्षा एजेंसियों द्वारा सामुदायिक शिविर आयोजकों को न्यूनतम सुरक्षा प्रदान करने में अपनी असमर्थता व्यक्त करने के मद्देनजर कुछ पूर्व निर्धारित शिविरों को रद्द करने का फैसला किया गया है।
पोलिविएव्र ने पलटवार करते हुए कहा कि यह विभाजन ट्रूडो नेतृत्व के कारण हुए हैं। उन्होंने कहा कि ट्रूडो के शासन में घृणा अपराधों में 251 प्रतिशत की बढ़ोतरी हुई है।