नेतन्याहू का नया ख्वाब, नक्शे में फिलिस्तीन और अरब मुल्कों को अपना दिखाया; भड़क उठे इस्लामिक देश
- बेंजामिन नेतन्याहू ने नया पंगा शुरू कर दिया है। इजरायल ने सोशल मीडिया पर ग्रेटर इजरायल नाम से ऐसा मैप जारी किया, जिसमें उसने फिलिस्तीन और अरब मुल्कों को अपना बताया। जॉर्डन, यूएई और कतर भड़क गए हैं।
हमास, हिजबुल्लाह और यमन के हूतियों के खिलाफ युद्ध का बिगुल फूंक चुके इजरायल ने नए कारनामे के साथ इस्लामिक देशों में तूफान ला दिया है। दरअसल, इजरायल के विदेश मंत्रालय ने अरबी भाषा के ट्विटर और इंस्टाग्राम अकाउंट पर देश का नया नक्शा जारी किया। इस नक्शे को पीएम बेंजामिन नेतन्याहू ने ग्रेटर इजरायल नाम दिया है। इस नक्शे में फिलिस्तीन, जॉर्डर, लेबनान और सीरिया के कई हिस्सों को इजरायल ने अपना हिस्सा दिखा गया है। कई अरब देशों ने इस नक्शे को लेकर आपत्ति जताई है और इसे संप्रभुता का घोर उल्लंघन करार दिया।
नक्शे को दिखाने वाले पोस्ट में, इजरायल के विदेश मंत्रालय ने कहा, “क्या आप जानते हैं कि इजरायली साम्राज्य की स्थापना 3000 साल पहले हुई थी?” पोस्ट में आगे कहा गया है, "40 वर्षों तक शासन करने वाला पहला राजा शाऊल (1050-1010 ईसा पूर्व) था। उसके बाद राजा डेविड ने लगभग 40 वर्षों (1010-970) ईसा पूर्व तक शासन किया । उसके बाद राजा सोलोमन ने भी (970-931) ईसा पूर्व की अवधि में 40 वर्षों तक शासन किया। तीनों राजाओं का शासन 120 वर्षों तक चला, जो कि इजरायल के इतिहास में एक महत्वपूर्ण अवधि थी। इन वर्षों में संस्कृति, धर्म और अर्थव्यवस्था सहित सभी क्षेत्रों में यहूदी जीवन में विकास हुआ।"
नये मानचित्र को लेकर विवाद
इस पोस्ट ने फिलिस्तीनियों और अरब देशों में आक्रोश पैदा कर दिया है, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इजरायल की विस्तारवादी महत्वाकांक्षाओं पर अंकुश लगाने और फिलिस्तीनी और अरब क्षेत्रों पर कब्ज़ा करने के आगे के प्रयासों को रोकने का आह्वान किया है। जॉर्डन, यूएई और कतर ने नए नक्शे को विस्तारवाद से जोड़ा है और इसकी निंदा की है। इसके अलावा, फिलिस्तीनी प्रशासन और हमास ने भी नक्शे पर अपनी नाराजगी व्यक्त की है।
जॉर्डन, कतर और यूएई भड़के
जॉर्डन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने इस पोस्ट की कड़ी निंदा की और इसे इजरायल द्वारा फिलिस्तीनी राज्य की स्थापना को रोकने के लिए प्रचारित "आरोप और भ्रम" बताया। प्रवक्ता ने कहा कि मंत्रालय सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आधिकारिक इजरायली अकाउंट से जारी किए गए मानचित्रों की कड़ी निंदा करता है। इसमें कब्जे वाले फिलिस्तीनी क्षेत्र और जॉर्डन, लेबनान और सीरिया के कुछ हिस्से शामिल हैं। वहीं, कतर के विदेश मंत्रालय ने कहा कि यह नक्शा, जो "ऐतिहासिक इज़रायल" का दावा करता है, अंतर्राष्ट्रीय मानदंडों का "घोर उल्लंघन" है। संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने इसे कब्जे को बढ़ाने का एक जानबूझकर किया गया प्रयास बताया है। सभी देशों ने इजरायल को कड़े शब्दों में हिदायद दी है।
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