रोहित शर्मा के शतक ने फूकी टीम में जान, जडेजा ने बताया चैंपियंस ट्रॉफी से पहले कप्तान के फॉर्म में लौटने के मायने
- रवींद्र जडेजा ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में रोहित शर्मा का शानदार शतक चैंपियंस ट्रॉफी से पहले कप्तान और भारतीय टीम के लिए बहुत बड़ा आत्मविश्वास बढ़ाने वाला था।

टीम इंडिया के स्टार ऑलराउंडर रवींद्र जडेजा ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में रोहित शर्मा का शानदार शतक चैंपियंस ट्रॉफी से पहले कप्तान और भारतीय टीम के लिए बहुत बड़ा आत्मविश्वास बढ़ाने वाला था। रविवार, 9 फरवरी को कटक के बाराबती स्टेडियम में रोहित के 32वें वनडे शतक के दम पर भारत ने चार विकेट से जीत दर्ज करके 2-0 से सीरीज अपने नाम कर ली। लंबे समय से खराब फॉर्म से जूझ रहे हिटमैन ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे में 205 रनों के टारगेट का पीछा करते हुए 12 चौकों और 7 गगनचुंबी छक्कों की मदद से 90 गेंदों पर 119 रनों की तूफानी पारी खेली। रोहित को उनकी पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच के अवॉर्ड से नवाजा गया।
जडेजा ने कहा कि भारतीय कप्तान के अपने सर्वश्रेष्ठ फॉर्म में लौटने में बस कुछ ही समय बाकी था।
रवींद्र जडेजा ने मैच के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, "कभी-कभी, चीजों को बदलने के लिए बस एक या दो पारियां ही काफी होती हैं। अच्छी बात यह है कि चैंपियंस ट्रॉफी जैसे महत्वपूर्ण टूर्नामेंट से पहले शतक बनाना बहुत बड़ी बात है। यह टीम के लिए बहुत अच्छी बात है और जाहिर है, वह खुद भी अपने खेल को अच्छी तरह से जानते हैं। सोचने या चर्चा करने के लिए ज्यादा कुछ नहीं है।"
जडेजा ने यह भी कहा कि घरेलू मैच खेलने से उन्हें सीरीज के लिए फॉर्म में आने में मदद मिली है। जडेजा ने नागपुर में तीन विकेट लिए और कटक में भी तीन विकेट लिए। अनुभवी खिलाड़ी असम और दिल्ली के खिलाफ रणजी ट्रॉफी मैचों में सौराष्ट्र के लिए खेलने के बाद यह सीरीज में आए थे।
जडेजा ने कहा, "डोमेस्टिक मैच खेलने से मुझे मदद मिली क्योंकि मैंने जितने ओवर फेंके, उससे मुझे लय हासिल करने में मदद मिली। लगभग दो साल बाद मैं वनडे खेल रहा हूं और टेस्ट मैचों की तरह ही लाइन और लेंथ से गेंदबाजी करने की कोशिश कर रहा हूं।"