चिंतित और परेशान होकर...विराट कोहली के रिटायरमेंट पर दक्षिण अफ्रीकी दिग्गज डारेल कुलिनन की दो-टूक
विराट कोहली के टेस्ट से रिटायरमेंट ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। इसको लेकर हर रोज दिग्गज क्रिकेटरों का बयान आ रहा है। इसमें एक नाम डारेल कुलिनन का भी है।

विराट कोहली के टेस्ट से रिटायरमेंट ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट जगत में हलचल मचा दी है। इसको लेकर हर रोज दिग्गज क्रिकेटरों का बयान आ रहा है। कोहली का रिटायरमेंट इसलिए भी और चौंकाने वाला है क्योंकि कुछ ही दिनों में भारत को इंग्लैंड में पांच टेस्ट मैचों की सिरीज खेलनी है। अब विराट कोहली के रिटायरमेंट पर दिग्गज दक्षिण अफ्रीकी क्रिकेटर ने अपनी राय दी है। इस पूर्व क्रिकेटर का नाम है डारेल कुलिनन, जो एक वक्त में अपनी टीम के धांसू ओपनर रहे हैं। कुलिनन का कहना है कि चिंता और परेशानी ने कोहली के संन्यास का रास्ता बनाया। हिन्दुस्तान टाइम्स के साथ बातचीत में कुलिनन ने कहाकि कोहली का संन्यास लेना बिल्कुल भी चौंकाने वाला नहीं है। उन्होंने कहाकि पिछले पांच साल से कोहली टेस्ट मैचों में संघर्ष कर रहे थे।
चौंकाने वाला फैसला नहीं
डारेल कुलिनन ने कहाकि विराट कोहली का संन्यास लेना मेरे लिए बिल्कुल भी चौंकाने वाला नहीं है। हालिया समय में हमने कोहली को टेस्ट क्रिकेट में थोड़ा संघर्ष करते हुए देखा है। उन्होंने कहाकि कई बार होता है कि हम अपनी फॉर्म और फिटनेस पर काफी मेहनत करते हैं। इसके साथ-साथ टेस्ट मैच की एंग्जाइटी को भी झेल रहे होते हैं। इन सबके बीच हम एक ऐसी जगह पहुंच जाते हैं, जहां पर हम और प्रयास नहीं करना चाहते हैं। आप उस तरह की मन:स्थिति में नहीं रह जाते हैं। ऐसी ही जगह पहुंचकर आपके करियर का अंत हो जाता है।
टेस्ट में 10 हजार रन भी नहीं
विराट कोहली ने साल 2011 में टेस्ट क्रिकेट में एंट्री ली थी। तब से उन्होंने भारत के लिए 123 टेस्ट मैच खेले। इस दौरान उन्होंने 46.85 के औसत से 9230 रन बनाए। इस दौरान 2015 से 2019 के बीच उन्होंने दुनिया भर के गेंदबाजों पर शासन किया। इस दौरान कोहली ने जिस अंदाज में बल्लेबाजी की, किसी ने अनुमान भी नहीं लगाया होगा कि वह टेस्ट क्रिकेट में 10 हजार रन पूरे किए बिना ही संन्यास ले लेंगे। अब जबकि 36 साल की उम्र में कोहली ने टेस्ट को अलविदा कहा है वह इस जादुई आंकड़े से 770 रन दूर रह गए। इस तरह कोहली सचिन तेंदुलकर, राहुल द्रविड़ और सुनील गावस्कर के बाद टेस्ट में भारत के लिए चौथे सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज हैं।
पांच साल में सिर्फ चार शतक
हालांकि पिछले पांच साल से कोहली का बल्ला उस अंदाज में नहीं चल रहा था। इस दौरान कोहली ने मात्र चार शतक लगाए। उनका आखिरी शतक ऑस्ट्रेलिया दौरे पर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान आया था। इसी दौरान वह लगातार चौथे स्टंप की लाइन पर गेंदबाजों का शिकार बनते रहे। लगातार एक ही तरीके से आउट होने के चलते पूर्व भारतीय कप्तान काफी ज्यादा निराश भी नजर आ रहे थे। ऑस्ट्रेलिया दौरे के आखिरी टेस्ट में सिडनी में जब कोहली इसी तरह से फिर आउट हुए तो वह खुद से काफी नाराज दिखे। उन्होंने अपने पैड को जोर से ठोका और उसके बाद पवेलियन की तरफ लौट गए।