UP Board 10th 12th Result 2025: यूपी बोर्ड रिजल्ट में कम मार्क्स या फेल होन पर घबराएं नहीं, आपके पास मौजूद है ये विकल्प?
UP Board Result 10th-12th 2025: यूपी बोर्ड की ओर से आज यूपी बोर्ड 10 वीं, 12वीं रिजल्ट 2025 जारी किया जाएगा। अगर आप के यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटर परीक्षा में अच्छे अंक नहीं आए हैं या फिर आप फेल हैं तो घबराएं नहीं, आपके पास अपने रिजल्ट को ठीक करने और सुधारने के विकल्प मौजूद हैं।

UPMSP UP Board Result 10th-12th 2025: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (UPMSP) की ओर से आज यूपी बोर्ड 10 वीं, 12वीं रिजल्ट 2025 जारी किया जाएगा। अगर आप के यूपी बोर्ड हाईस्कूल और इंटर परीक्षा में अच्छे अंक नहीं आए हैं या फिर आप फेल हैं तो घबराएं नहीं, आपके पास अपने रिजल्ट को ठीक करने और सुधारने के विकल्प मौजूद हैं। आइए आपको इन विकल्पों के बारे में बताते हैं।
1. पुनर्मूल्यांकन (Revaluation)
पुनर्मूल्यांकन का मतलब होता है कि अगर आपको लग रहा है कि आपके नबंर किसी विषय में उम्मीद से कम हैं तो आप अपने नंबर बढ़वा सकते हैं। इसके लिए आपको पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करना होगा। पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन प्रक्रिया रिजल्ट जारी होने के कुछ दिनों के बाद शुरू हो जाती है। इसके लिए आपको ऑनलाइन आवेदन करना होगा। साथ ही आवेदन शुल्क प्रति पेपर देना होगा। पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करने के बाद आपकी कॉपी फिर से चेक की जाती है और अगर कोई गलती पाई जाती है तो आपके अंक बढ़ जाते हैं।
2. ग्रेस मार्क्स सिस्टम
ग्रेस मार्क्स उन्हीं छात्रों को प्रदान किए जाते हैं जो एक या दो विषयों में बहुत ही कम अंतर से पासिंग मार्क्स प्राप्त करने में चूंक जाते हैं। यदि कोई छात्र सभी विषयों में अच्छा प्रदर्शन नहीं करता है तो उन्हें ग्रेस मार्क्स नहीं दिए जाते हैं। छात्रों को ग्रेस मार्क्स देने का फैसला बोर्ड ही करता है और यह निर्णय निर्धारित मानकों पर आधारित होता है। ग्रेस मार्क्स देने का निर्णय इसलिए लिया जाता है ताकि स्टूडेंट का साल खराब नहीं हो और वे अगली कक्षा में पढ़ सकें।
3. कंपार्टमेंट परीक्षा
कंपार्टमेंट परीक्षा उन छात्रों के लिए आयोजित की जाती है जो एक या दो विषयों में फेल हो जाते हैं, लेकिन अन्य विषयों में पासिंग मार्क्स के साथ उत्तीर्ण होते हैं। ऐसे छात्रों का साल बचाने के लिए कंपार्टमेंट परीक्षा यूपी बोर्ड की ओर से आयोजित की जाती है।
4. NIOS (नेशनल स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग)
अगर कोई छात्र सप्लीमेंट्री एग्जाम में भी फेल हो गया है या फिर दो से अधिक विषयों में फेल है तो उसके पास एनआईओएस से भी 10वीं या 12वीं करने का मौका है। एनआईओएस में एडमिशन लेने के बाद स्टूडेंट्स को यह फायदा है कि वे अपनी पसंद के विषयों को चुनकर परीक्षा दे सकते हैं। नेशनल स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग घर बैठे पढ़ाई करके एग्जाम दिलवाता है। आप फेल होने पर नेशनल स्कूल ऑफ ओपन लर्निंग (NIOS) में एडमिशन ले सकते हैं। यह उन छात्रों के लिए एक अच्छा विकल्प है जो किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से परीक्षा में फेल हो जाते हैं। इसके लिए आपको एनआईओएस की वेबसाइट nios.ac.in पर जाना होगा। ऑन डिमांड परीक्षा के तहत मौजूदा स्टूडेंट्स करे एग्जाम देना होगा।
अभिभावक ख्याल रखें
- बच्चों की सफलता को अपने स्टेटस से जोड़कर मत देखें।
2.अभिभावक बच्चों का सहयोग करें और आगे बढ़ने को प्रेरित करें।
3. दूसरे बच्चे से अपने बच्चों की तुलना कभी भी नहीं करें।
4. अपने बच्चे के सामने दूसरे बच्चे की अत्याधिक तारीफ न करें।
ख्याल रखें छात्र
● यह अंक जो आपने लिखा है सिर्फ उसी का परिणाम है।
● यह रिजल्ट आपको कमतर साबित नहीं करता है।
● नंबर कम आने के बाद भी कॅरियर के विकल्प खत्म नहीं।
● यदि कोई बच्चा फेल भी होता है तो भी सुधार का मौका होता है।