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Hindi Newsकरियर न्यूज़BPSC 68th CCE Wife study from notes made by husband for exam she got 31st rank

BPSC परीक्षा की तैयारी के लिए पति के बनाए नोट्स से पढ़ती थी पत्नी, आई 31वीं रैंक, बनीं अधिकारी

BPSC परीक्षा में 31वीं रैंक हासिल करने वाली डॉ. विभा भारती की कहानी अनोखी है। इस परीक्षा में उनके पति ने उन्हें पढ़ाई में मदद की है और पूरा साथ दिया है। उन्होंने बिना पति के मदद के मैं इस परीक्षा का

Priyanka Sharma लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 23 Jan 2024 04:22 PM
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BPSC success story: बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) परीक्षा के लिए हर साल हजारों उम्मीदवार उपस्थित होते हैं। इस परीक्षा में सफल होने वाले हर एक उम्मीदवार की अपनी अलग कहानी है। आज हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे हैं जिनकी कामयाबी के पीछे उनके पति और ससुरालवालों का सपोर्ट है।

हम बात कर रहे हैं, डॉ. विभा भारती की। जिन्होंने बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने 68वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई)  में सफलता हासिल की है। उन्होंने अपनी प्रारंभिक शिक्षा बिहार के मुजफ्फरपुर के नवादा से पूरी की है। इसके बाद उन्होंने चैपमैन स्कूल से 10वीं कक्षा की पढ़ाई पूरी की। फिर मुजफ्फरपुर विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की डिग्री ली। फिर उन्होंने पोस्टग्रेजुएशन के बाद पीएचडी की पढ़ाई शुरू कर दी थी। बता दें, पढ़ाई के दौरान वह 12वीं कक्षा की शिक्षिका के पद पर कार्यरत थी।

डॉ. विभा भारती बिहार के वैशाली जिले के गरौल प्रखंड के कटरमाला पंचायत के पैक्स अध्यक्ष रघुराज बिहारी शरण की बहू हैं और उनके पति डॉ. गुंजेश कुमार हैं। वह शुरू से ही शिक्षा को काफी महत्व देती आई है। एक इंटरव्यू में उन्होंने बताया था, कि मेरे पति बीपीएससी की तैयारी करते थे, उन्होंने बीपीएससी परीक्षा दी थी, लेकिन वह सफल नहीं हुए। जिसके बाद उन्होंने पति ने अपनी सभी किताबों को पैक कर दिया था। फिर कुछ समय बाद मैंने सोचा क्यों न मैं इस परीक्षा की तैयारी शुरू करूं। इस बारे में पति से बात की और उनकी किताबों से पढ़ना शुरू कर दिया था। पति की किताबों से मैं लाइब्रेरी में चार से पांच घंटे पढ़ाई किया करती थीं। पढ़ाई के दौरान उनके पति का काफी सपोर्ट था। वह उन्हें अपने बनाए हुए नोट्स भी शेयर किया करते थे और पढ़ाई में भी काफी मदद करते थे। जब BSPC 68वीं संयुक्त प्रतियोगी परीक्षा (सीसीई) के फाइनल लिस्ट में विभा ने अपना नाम देखा तो वह खुशी से झूम उठी थी। उन्होंने इस परीक्षा में 31वीं रैंक हासिल की थी।

डॉ. विभा भारती ने साबित कर दिया है कि अगर पूरी लगन से कोई भी काम किया जाए तो उसमे आपको सफल होने से कोई नहीं रोक सकता। इसी के साथ उन्होंने कहा,  BPSC की परीक्षा पास करने के लिए मुझे एक मजबूत सपोर्ट सिस्टम मिला। मेरे माता-पिता, ससुराल वालों और मेरे पति ने परीक्षा की तैयारी के दौरान काफी साथ दिया। आज मैं उन सभी के विश्वास और समर्थन की वजह से इस मुकाम पर हूं। बता दें, अब वह आर्ट एंड कल्चर डिपार्टमेंट में अधिकारी हैं।

 

 

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