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Hindi Newsकरियर न्यूज़62 students in jee advanced and 90 students in NEET exam qualify from Super 100 programme of Haryana government

हरियाणा के सुपर 100 प्रोग्राम ने कर दिखाया कमाल, जेईई एडवांस्ड 62 और NEET में 90 छात्र हुए पास

हरियाणा के सुपर 100 प्रोग्राम के 62 बच्चों ने जेईई एडवांस्ड और 90 बच्चों ने NEET की परीक्षा पास की।विकल्प एनजीओ के नवीन मिश्रा कुरुक्षेत्र में हरियाणा सरकार की सहायता से सुपर 100 प्रोग्राम को चलाते है

Admin लाइव हिन्दुस्तान, नई दिल्लीTue, 11 June 2024 04:58 AM
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हरियाणा के कुरुक्षेत्र में चल रहे सुपर 100 प्रोग्राम ने जेईई और NEET परीक्षा में अच्छे परिणाम लाकर कमाल दिखा दिया है। सुपर 100 प्रोग्राम से जेईई एडवांस्ड परीक्षा में 62 और NEET परीक्षा में 90 बच्चों ने क्वालीफाई किया है। नवीन मिश्रा, जो कुरुक्षेत्र में सुपर 100 प्रोग्राम के प्रमुख हैं, उन्होंने कहा कि छात्र जेईई एडवांस्ड और NEET की परीक्षा में बहुत ही अच्छे परिणाम ला रहे हैं और आने वाले दो सालों में यह परिणाम जमीनी स्तर पर भी दिखाई देगा। 
उन्होंने यह भी बताया कि 126 बच्चों ने जेईई एडवांस्ड की परीक्षा दी थी, जिसमें से 62 बच्चों ने जेईई एडवांस्ड की परीक्षा पास कर पाई। बाकी बच्चों ने जेईई मेंस की परीक्षा पास की थी। जिन बच्चों ने जेईई एडवांस्ड की परीक्षा पास की है, मुझे उम्मीद है कि उन्हें आईआईटी में एडमिशन मिलेगा। जिन्होंने जेईई मेंस की परीक्षा पास की है, उन्हें एनआईटी में दाखिला मिल जाएगा। 

उन्होंने कहा कि हमारे यहां से 90 बच्चों ने NEET की परीक्षा दी थी, जिसमें से सभी बच्चों ने परीक्षा पास कर ली है। 30 बच्चों के अंक तो 720 में से 600 से ज्यादा आए हैं। नवीन मिश्रा ने अपने भविष्य के प्लान के बारे में बताते हुए यह कहा कि वे आने वाले समय में हरियाणा सरकार के मिलकर काम करेंगे और उन्होंने अपना सेंटर जनवरी में रेवाड़ी से कुरुक्षेत्र शिफ्ट कर लिया है। इस वर्ष सुपर 100 प्रोग्राम में जेईई के लिए 300 और NEET  के लिए 100 बच्चों को तैयारी करवाई जाएगी। 

नवीन मिश्रा ने बताया कि वे उन बच्चों को पढ़ाते हैं,  जिन्होंने दसवीं क्लास सरकारी स्कूल से पढ़ी हो। लिखित परीक्षा पास करने के बाद गरीब और पिछड़े परिवार के बच्चों को सुपर 100 में दाखिला मिलता है। हमने यह प्रोग्राम 2018 में शुरू किया था। आज गरीब परिवारों के बच्चों को फ्री में कोचिंग मिल रही है और उनके सपने साकार हो रहे हैं। 
नवीन मिश्रा बिहार के मधुबनी में एक छोटे से गांव से आते हैं, उन्होंने 2018 में सुपर 100 प्रोग्राम की शुरुआत की थी। वे अब तक 5 बैच को पढ़ा चुके हैं। नवीन मिश्रा ने 2006 में आईआईटी दिल्ली से बी.टेक की पढ़ाई की थी और वे दो बार यूपीएससी का इंटरव्यू दे चुके हैं लेकिन कट-ऑफ पास नहीं कर पाए। वे सात और शिक्षकों के साथ मिलकर सुपर 100 प्रोग्राम को चला रहे हैं। 

रोहतक के टिटोली गांव की रहने वाली रवीना ने बताया कि मेरी माता ग्रहणी और पिता बढ़ई का काम करते हैं। मेरे परिवार के पास एक एकड़ जमीन है। मेरे पिता अकेले ही हमारे परिवार का पालन- पोषण करते हैं। मेरे स्कूल की फिजिक्स के अध्यापक ने मेरा सुपर 100 में फॉर्म भरा था और लिखित परीक्षा के बाद मेरा यहां एडमिशन हुआ। मेरी पढ़ाई का पूरा खर्चा हरियाणा सरकार ने दिया है। नवीन सर हमारे लिए पिता समान है, और वे हमें परिवार जैसा माहौल में पढ़ाते हैं। उनके मार्गदर्शन और राज्य सरकार की सहायता के जरिए मैंने ओबीसी कैटेगरी में 720 में से 680 अंक प्राप्त किए। मैं अब एमबीबीएस कोर्स में दाखिला ले सकूंगी।’

अजय कुमार, हरियाणा के जींद निवासी ने कहा कि कुछ समय पहले ही उनके पिता का देहांत हुआ है, उनकी माता दर्जी हैं। उन्होंने EWS कैटेगरी से जेईई एडवांस्ड की परीक्षा पास की है और ऑल इंडिया 362 रैंक हासिल की है।

 

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