'मैथ्स वीक था, डिप्रेशन का भी हुई शिकार', दीपिका पादुकोण ने छात्रों को दिए तनाव से निपटने के मंत्र
- परीक्षा पे चर्चा 2025 कार्यक्रम की कड़ी के तहत बच्चों को तनाव से निपटने के टिप्स देते हुए दीपिका पादुकोरण ने कहा कि जर्नलिंग भी खुद की बात को जाहिर करने का अच्छा तरीका है।
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बॉलीवुड अदाकारा दीपिका पादुकोण ने विद्यार्थियों को सलाह दी है कि वे अपने भीतर की बात और भावनाओं को कभी दबाएं न, उसे अपने परिवार, शिक्षकों व दोस्तों के साथ शेयर करें। परीक्षा पे चर्चा 2025 कार्यक्रम की कड़ी के तहत बच्चों को तनाव से निपटने के टिप्स देते हुए उन्होंने कहा कि जर्नलिंग भी खुद की बात को जाहिर करने का अच्छा तरीका है। 2015 में दीपिका पादुकोण ने डिप्रेशन से अपनी लड़ाई के बारे में भी खुलासा किया। उन्होंने बच्चों को बताया कि एक वक्त था जब मैं लगातार काम करती गई और एक बार बेहोश हो गई। डिप्रेशन हुआ था।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अपने यूट्यूब चैनल पर दीपिका पादुकोण का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें वह परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम के तहत बच्चों को टिप्स देती नजर आ रही हैं। वीडियो में अपने बचपन की बात करते हुए दीपिका कहती हैं, 'मैं बहुत शरारती थी, सोफा, मेज, कुर्सी पर चढ़कर खूब कूदा करती थी। मैं गणित में बहुत कमजोर थी। आज भी हूं। नरेंद्र मोदी जी ने उनके किताब एग्जाम वारियर्स में भी लिखा है एक्सप्रेस, नेवर सर्प्रेस्ड। तो हमेशा अपनी बात को परिवार, अभिभावक, शिक्षकों व दोस्तों के साथ साझा करें। जर्नलिंग अपनी बात को जाहिर करने का अच्छा तरीका है। मैं काम करती गई और फिर एक दिन बेहोश हो गई। कुछ दिन बाद पता लगा कि मुझे डिप्रेशन हुआ है।'
दीपिका ने बच्चों से कहा कि वे अपनी ताकत को विजुअलाइज करें और उसे पेपर पर लिखें। उन्होंने कहा, 'इन पेपर्स को देखने से ऐसा लगता है कि बहुत सी चीजों में आप अच्छे हैं। बच्चों को परीक्षा की शुभकामनाएं देते हुए उन्होंने कहा कि अपना बेस्ट दें, और पर्याप्त आराम भी करें।'
पीएम मोदी ने सोमवार को की थी परीक्षा पे चर्चा
परीक्षा नहीं, पढ़ाई पर ध्यान केंद्रित करें: पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को छात्रों को ‘परीक्षा पे चर्चा’ कार्यक्रम के दौरान तनावमुक्त रहने, समय प्रबंधन और विफलताओं से नहीं डरने के गुर सिखाए। माता-पिता से कहा कि वे छात्रों को दूसरों के सामने मॉडल की तरह न खड़ा करें। मोदी ने सचिन तेंदुलकर का उदाहरण देते हुए कहा कि इसमें उनके माता-पिता ने साथ दिया। मोदी ने अभिभावकों से बच्चों को समझने और उनकी क्षमता समझने को कहा।
मोदी ने लगभग 35 छात्रों से दिल्ली के सुंदर नर्सरी में बातचीत की। इस कार्यक्रम का प्रसारण छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों ने देखा। कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने छात्रों को तेजी से बदलती तकनीक और उसके सही इस्तेमाल के बारे में बताया। उन्होंने तकनीक से समय बर्बाद करने वाली गतिविधियों से बचने को कहा।
मोदी ने छात्रों से कहा कि परीक्षा को जीवन का अंतिम लक्ष्य नहीं समझना चाहिए, क्योंकि जो फेल हो जाते हैं उनका जीवन रुक नहीं जाता। विफलताएं गुरु होती हैं, जो जीवन में बहुत कुछ सिखाती हैं। अभिभावकों को सलाह दी कि बच्चों को अभिलाषा तलाशने का मौका दें। बच्चों की तुलना नहीं करनी चाहिए। किसी भी छात्र को दूसरे छात्रों के बीच में नहीं टोकना चाहिए।
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आपको बता दें परीक्षा पे चर्चा का 8वां संस्करण कुछ अलग अंदाज में हो रहा है। इसमें पीएम मोदी के अलावा कई बड़ी हस्तियां भी बच्चों को एग्जाम से जुड़े टिप्स देंगी।
कार्यक्रम में शामिल होने वाली हस्तियां इस प्रकार हैं-
अभिनेत्री दीपिका पादुकोण
ईशा फाउंडेशन के संस्थापक और जाने माने आध्यात्मिक गुरु सद्गुरु जग्गी वासुदेव
बॉक्सिंग चैंपियन मैरी कॉम
पैरालंपिक स्वर्ण पदक विजेता अवनि लेखरा
सेलेब्रिटी फिटनेस कोच रुजुता दिवेकर
न्यूट्रिशनिस्ट सोनाली सभरवाल
फूडफार्मर (रेवंत हिमात्सिंगका)
12th फेल विक्रांत मैसी
अभिनेत्री भूमि पेडनेकर
टेक्निकल गुरु जी (गौरव चौधरी)
एडलवाइस म्युचुअल फंड की एमडी और सीईओ राधिका गुप्ता
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