हत्या या आत्महत्या? कर्ज तले दबी महिला फंदे से लटकी मिली, पुलिस बोली - मौत संदिग्ध, सिर पर है जख्म के निशान
पुलिस ने कहा कि महिला के सिर पर जख्म के निशान मिले हैं। जिससे प्रतित होता है कि किसी ने मार कर साक्ष्य को छुपाने के लिए फंदे से लटका दिया हो।
बिहार के जहानाबाद में कर्ज में डूबी एक महिला की मौत हत्या या आत्महत्या की गुत्थी में उलझ गई है। दरअसल महिला का शव फंदे से लटका मिला है। लेकिन अब पुलिस महिला की मौत को संदिग्ध बता रही है। पुलिस का दावा है कि महिला के सिर पर जख्म के निशान हैं। दरअसल समूह के कर्ज चुकाने को लेकर बेटा-पतोहु से हुए झगड़े के बाद आमस थाने के सांव गांव की दौलती उर्फ कृष्णावति देवी (55) शनिवार की रात फांसी लगा कर आत्म हत्या कर ली। शव उसके घर के छप्पर से टंका हुआ मिला। सूचना पर पहुंची आमस थाने की पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए मगध मेडिकल गया भेज दिया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार समूह के कर्ज चुकाने को लेकर दोपहर में बेटा-पतोहु से झगड़ा हुआ था। झगड़े के बाद बेटा-पतोहु इमामगंज रिश्तेदार के यहां चले गए। इसके बाद उसने रस्सी के सहारे छप्पर के बरेड़ी में फंदा लगा कर झूल गई। जिस पर किसी की नजर नहीं पड़ी। घंटे भर घर से कोई आहट नहीं मिलने पर पड़ोसियों ने झांका तो शव टंका हुआ देखा। जिसकी सूचना आमस पुलिस को दी गई। बताया यह भी जाता है कि दौलती घरेलू काम के लिए एक निजी कंपनी के समूह से कुछ माह पूर्व हजारों रुपये कर्ज ली थी। इधर कंपनी के कर्मी कर्ज चुकाने को लेकर उसके घर पहुंच हर दिन दबाव बना रहे थे।
पुलिस ने कही यह बात...
पुलिस के मुताबिक, मामला संदिग्ध पूर्व मुखिया प्रकाश मांझी ने बताया कि दौलती के पति कृष्णा मांझी सालों से दिव्यांग हैं। वजह न बोल पाते हैं और चल पाते हैं। इस वजह घर में होते हुए भी वे अपनी पत्नी को आत्म हत्या करने से बचा नहीं सके। वसंत ठाकुर व सीताराम दास ने बताया कि उसके चार पुत्र हैं।
घटना वाली रात पवन मांझी को छोड़कर अन्य तीनों पुत्र घर में नहीं थे। अपर थानेदार प्रियनंदन आलोक ने बताया कि घटना संदिग्ध प्रतित हो रही है। महिला के सिर पर जख्म के निशान मिले हैं। जिससे प्रतित होता है कि किसी ने मार कर साक्ष्य को छुपाने के लिए फंदे से लटका दिया हो।