मरने के लिए कुएं में कूदी महिला, सात दिनों बाद जिंदा निकली; सांप-बिच्छू ने भी नहीं काटा
नवमी की दोपहर गांव के बधार में कुछ बच्चे गए हुए थे। इस बीच कुएं से कराहने की आवाज सुनाई दी जिसके बाद बच्चे डर गए और भाग खड़े हुए। घर पहुंचकर उनलोगों ने यह बात घरवालों को बताई जिसके बाद दर्जनों की संख्या में ग्रामीण वहां पहुंचे तो देखा कि कुएं में एक महिला है।
बिहार के सारण जिले से हैरान करने वाली खबर आई है। जान देने कुएं में कूदी एक महिला सात दिनों बाद बाहर निकली। सारण के पानापुर थाना क्षेत्र महम्मदपुर गांव की घटना है। महिला पिछले एक सप्ताह से लापता थी जिसे गांव के बधार में मौजूद कुएं से जिंदा निकाल लिया गया है। महिला को उसके मायके वालों ने अस्पताल में भर्ती कराया है। इतने दिनों तक भूखे रहने के कारण वह काफी कमजोर हो गई है। सबसे ज्यादा आश्चर्य की बात यह है कि कुएं में दो सांप और बिच्छु मौजूद थे। लेकिन इन खतरनाक जीवों ने भी महिला को कोई नुकसान नहीं पहुंचाया।
महिला की पहचान 50 वर्षीय मीरा देवी नाम के रूप में की गयी है जो पारिवारिक कलह से आजिज आकर एक सप्ताह पूर्व घर से गायब हो गई थी। इसके बाद से उसके स्वजन खोजबीन में जुटे हुए थे, लेकिन कहीं पर भी उसका सुराग नहीं मिल पा रहा था। नवमी की दोपहर गांव के बधार में कुछ बच्चे बांस काटने गए हुए थे। इस बीच कुएं से कराहने की उनको आवाज सुनाई दी जिसके बाद बच्चे डर गए और वहां से भाग खड़े हुए। घर पहुंचकर उनलोगों द्वारा यह बात घरवालों को बताई गई जिसके बाद दर्जनों की संख्या में ग्रामीण वहां पहुंचे तो देखा कि कुएं में एक महिला है।
आनन फानन में जुगाड़ लगाकर महिला को कुएं से बाहर निकाला गया तो उसकी पहचान लापता महिला मीरा देवी के रूप में हुई। महिला काफी कमजोर हो गई थी। फिलहाल स्थानीय स्तर पर उसका इलाज कराया जा रहा है। ग्रामीणों के अनुसार फिलहाल वो अपने मायके मशरक के गंडामन गांव में है। ग्रामीणों ने बताया कि महिला का पति उनको काफी यातना देता है जिससे तंग आकर महिला ने एक सप्ताह पूर्व आत्महत्या करने का फैसला कर लिया और घर के कुछ दूरी पर स्थित कुएं में कूद गई। लेकिन कुएं में पानी कम होने के कारण वह डूब नहीं पाई बल्कि उसमें मौजूद कीचड़ में सन गई थी।
सात दिनों के कीचड़ में सने रहकर बिना कुछ खाए पिए आखिर जिंदगी की जंग जीत गई। महिला को एक पुत्र है जो बाहर रहकर पढ़ाई करता है। बताया जा रहा है कि जिस कुएं में महिला डूबी थी उसमें कई सांप और बिच्छू भी थे। लेकिन सांप ने उसे नहीं काटा। उसके पास आने वाले सांप इशारा करने पर रास्ता बदल लेते थे।