हम खड़े हैं, कोई हाथ लगाकर तो देखे; तेजस्वी यादव ने आंबेडकर जयंती पर किसे दी चुनौती?
- तेजस्वी यादव ने अपने विरोधियों को चुनौती देते हुए कहा कि हम खड़े हैं, कोई हाथ लगाकर तो देखे।

बिहार के चुनावी साल में डॉ भीमराव आंबेडकर जयंती मनाने की होड़ लगी है। आरजेडी के पटना कार्यालय में इस अवसर पर श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया। इससे एक दिन पहले जदयू ने भीम संवाद तो बीजेपी ने भीम पदयात्रा का आयोजन किया। बाबा साहेब को श्रद्धांजलि देने के बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मीडिया से बात करते हुए बड़ा बयान दिया। उन्होंने सीधे सीधे चुनौती दे दी। कहा कि हम खड़े हैं, कोई हाथ लगाकर देखे।
तेजस्वी यादव ने कहा कि बाबा साहेब की विचार धारा पर राष्ट्रीय जनता दल शत प्रतिशत खड़ी है। आज पंचायत स्तर पर उनकी जयंती मनाई जा रही है और उनके विचारों का प्रचार प्रसार किया जा रहा है। लेकिन कुछ लोग जो गोडसे और गोलवलकर के पुजारी हैं और आंबेडकर का विरोध किया और देश के संविधान को नहीं मानते हैं, नहीं चाहते हुए आंबेडकर जयंती मना रहा हैं। एक सवाल के जवाब में तेजस्वी यादव ने कहा कि हम तो खड़े हैं, कोई हाथ लगाकर तो देखे।
तेजस्वी यादव ने हरियाणा के सीएम सैनी के बयान पर भी चुटकी ली। उन्होंने कहा कि बीजेपी में सब सीएम बनने को तैयार है। आज एक नाम आया है। दो दिनों बात कोई और नाम सामने आ जाएगा। लेकिन बिहार की जनता इस बार खटारा गाड़ी की सवारी करने नहीं जा रही है। अब जनता नई गाड़ी लाएगी। उनकी सरकार नहीं बनने वाली है।
तेजस्वी यादव के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष ने पटलवार किया। उन्होंने कहा कि जिस कांग्रेस के साथ वे चल रहे हैं उसने बाबा साहेब को हमेशा अपमानित किया। केंद्र में सरकार रहते कांग्रेस पार्टी ने दलितों के लिए कितना काम किया और नरेंद्र मोदी आए तो क्या क्या हुआ इन आंकड़ों पर तेजस्वी यादव को बात करना चाहिए। कांग्रेस लोगों ने बाबा साहेब को कभी सम्मान नहीं दिया।