बुझ गया घर का चिराग, पटना में एक दूसरे को बचाने में डूब गए 8 और 10 साल के 2 भाई
- दोनों भाई खेलने सोन नदी के किनारे गए थे। वहीं खेलने के दौरान सोन नदी में अवैध बालू खनन के कारण बने गड्ढा में पैर फिसल गया, जिसके बाद छोटा भाई डूबने लगा। उसे बचाने की कोशिश में बड़ा भाई भी डूब गया।
बिहार की राजधानी पटना के बिहटा में सोन नदी में खेलने के दौरान पैर फिसलने से ननिहाल आए दो सगे मासूम भाइयों की डूबने से मौत हो गई। घटना शुक्रवार की बिहटा थाना क्षेत्र के मौदही गांव की है। मृतक की पहचान नौबतपुर के करजा निवासी शिवशकर कुमार का 8 वर्षीय पुत्र विशाल और 10 वर्षीय अंकित कुमार के रूप में हुई है। दोनों बालू माफिया
घटना के बाद परिजनों मे कोहराम मच गया। सूचना पर स्थानीय पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंच स्थानीय गोताखोर की मदद से दोनों मासूम के शव को बरामद किया है। दोनों मासूम पांच दिनों पहले अपनी नानी की तबीयत खराब होने पर मौदही गांव आए थे। शुक्रवार की सुबह दोनों भाई खेलने सोन नदी के किनारे गए थे। वहीं खेलने के दौरान सोन नदी में अवैध बालू खनन के कारण बने गड्ढा में पैर फिसल गया, जिसके बाद छोटा भाई डूबने लगा। उसे बचाने की कोशिश में बड़ा भाई भी डूब गया। शोर मचाने की आवाज सुनकर आसपास के लोगों ने दोनों को बचाने का प्रयास किया। तब तक दोनों भाई काल के गाल मे समा चूके थे। स्थानीय गोताखोर की मदद से दोनों भाई के शव को बाहर निकाला गया। वहीं, पुलिस ने शव को कब्जे मे लेकर पोस्टमार्टम के लिए दानापुर अनुमण्डलीय अस्पताल भेज दिया।
घर का चिराग बुझ गया
दोनों सगे भाई की मौत के बाद घर का पूरा चिराग बुझ गया। मां-पिता सहित परिजनों का रो रो कर बुरा हाल है। मां ने भगवान को कोसते हुए बार बार यह कह रही कि मैंने क्या कसूर किया कि मेरे दोनों लाल को हमसे छीनकर मेरी गोद को सुनी कर दिया और बार बार मुरक्षित हो जा रही थी। परिवार की करौन्द्रिक चित्कार से सभी की आंखे नम होने को मजबूर हो गई थी।
घटना की पुष्टि करते हुए थाना प्रभारी राज कुमार पांडे ने बताया की सोन नद में खेलने के दौरान डूबने से दो मासूम भाइयों की मौत हुइ है। दोनों शव को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा गया है। परिजन के लिखित आवेदन के आधार पर अग्रिम करवाई की जा रही है।
गंगा में डूबे रेहान का शव काली घाट से बरामद
गंगा में डूबे रेहान का शव काली घाट के समीप से शुक्रवार को बरामद कर लिया गया। रेहान कदमकुआं थानांतर्गत पार्क रोड का रहने वाला था। उसके मां-पिता चूड़ी मंडी के समीप फूल-माला की दुकान चलाते हैं। शिवरात्रि के दिन ही वह अपने साथियों के साथ कलेक्ट्रेट घाट पर स्नान करने गया था। इस दौरान सात लोग डूब गये। इनमें दो को नाविकों ने बचा लिया था। जबकि हादसे के दिन ही चार शव मिले थे। वहीं रेहान की तलाश जारी थी। गांधी मैदान थानेदार के मुताबिक किशोर के शव का पोस्टमार्टम करवाने के बाद उसे परिजनों को सौंप दिया गया।