पुलिस जिसे समझती रही सड़क हादसा वो निकला ट्रिपल मर्डर, युवक को बचाने गए कपल को चाकू से गोद मार डाला
- दंपती ने देखा कि फुलेपुर गांव के कुछ युवक संजीत के साथ मारपीट कर रहे हैं। संजीत को दंपती पूर्व से जानते थे। लिहाजा उन्होंने बीच बचाव करने का प्रयास किया। इसके बाद अपराधियों ने कंचन और मनीष को चाकू से गोदकर मार डाला। इसी दौरान चाकू से उनका पुत्र आयुष भी जख्मी हो गया।
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बिहार की राजधानी पटना से सटे अथमलगोला थाने के थंबा और बाजितपुर गांव के बीच सोमवार की शाम दंपती की मौत किसी सड़क हादसे में नहीं हुई थी, बल्कि परिचित युवक को बचाने आए पति-पत्नी को अपराधियों ने चाकू से गोद-गोदकर मार डाला। पति मनीष (25) के ऊपर आंख और शरीर के कई हिस्सों में चाकू से वार किया गया, जबकि पत्नी कंचन देवी (22) की भी बुरी तरह से चाकू से गोदकर हत्या कर दी गई। दंपती थंबा गांव का रहने वाला था। अपराधियों ने उनके दो साल के बच्चे आयुष के सिर पर भी चाकू से हमला किया था। हालांकि उसकी हालत खतरे से बाहर है।
दूसरी ओर चाकू लगने से थंबा गांव के ही संजीत कुमार की भी मौत हो गई। अपराधियों ने सबसे पहले संजीत पर ही हमला किया था। दंपती उसे बचाने गए थे। इस बात से खफा होकर अपराधियों ने जानलेवा हमला कर दंपती को मौत के घाट उतार दिया। हैरानी की बात तो यह है कि इस मामले से अथमलगोला पुलिस काफी देर तक अंजान रही।
शुरुआती दौर में पुलिस इसे हादसा करार दे रही थी, लेकिन समय बीतने के साथ तस्वीर स्पष्ट हो गई। पता चला कि अपराधियों ने दंपती और संजीत नाम के व्यक्ति को खौफनाक तरीके से मौत की नींद सुला दिया है। कंचन देवी की मौत मौके पर ही हो गई थी, जबकि मनीष ने रास्ते में दम तोड़ा। वहीं संजीत कुमार को पटना ले जाने के दौरान मौत हो गई।
दंपती ने मौत का खेल देख बीच-बचाव की कोशिश की थी
दरअसल, चार से पांच अपराधी अथमलगोला थाना क्षेत्र के फुलेलपुर गांव निवासी संजीत कुमार को लेकर थंबा और बाजितपुर के बीच जबरन उठाकर ले गये। अपराधी उसके ऊपर चाकू से हमला कर रहे थे। इसी दौरान थंबा गांव की रहने वाली कंचन देवी अपने पति मनीष कुमार और पुत्र आयुष के साथ बाइक से घर लौट रहे थे।
दंपती ने देखा कि फुलेपुर गांव के कुछ युवक संजीत के साथ मारपीट कर रहे हैं। संजीत को दंपती पूर्व से जानते थे। लिहाजा उन्होंने बीच बचाव करने का प्रयास किया। इसके बाद अपराधियों ने कंचन और मनीष को चाकू से गोदकर मार डाला। इसी दौरान चाकू से उनका पुत्र आयुष भी जख्मी हो गया।
अनुसंधान में लापरवाही का आरोप
हैरत की बात यह है कि घटना सोमवार शाम छह बजे के आसपास की है, लेकिन कई घंटे बाद भी पुलिस को पूरे मामले की जानकारी नहीं थी। जबकि यह इलाका फोरलेन से जुड़ा हुआ है। इस दौरान फुलेलपुर गांव निवासी एक दूसरा प्रवासी मजदूर नवीन कुमार भी जख्मी है। पुलिस के अनुसार उसे हिरासत में ले लिया गया है। मृतक के परिजन और स्थानीय लोगों के मुताबिक बख्तियारपुर पुलिस भी इस घटना को सड़क हादसा बता रही थी।
वहीं अथमलगोला पुलिस की भी कार्रवाई पर भी सवाल उठ रहे हैं। रात 12 बजे तक पुलिस दंपती को सड़क हादसे में जख्मी होने की बात कह रही थी। बाढ़ अनुमंडल अस्पताल में जख्मी नवीन कुमार और संजीत कुमार का बयान लेने तक पुलिस नहीं पहुंची। मृत्यु समीक्षा रिपोर्ट में बख्तियारपुर थाने में तैनात पीएसआई राज किशोर ने दुर्घटना में मौत होने का कारण बताया, जबकि इसी प्रतिवेदन में चाकू से मारकर जख्मी करने से हुई मौत की बात भी लिखी हुई है। सोमवार की देर रात बाढ़ के एसडीएम के विशेष आदेश पर तीनों शवों का पोस्टमार्टम अनुमंडल अस्पताल में किया गया।
घटनास्थल पर पहुंचे एसएसपी
हत्या की तीन घटनाओं के बाद पटना पुलिस कप्तान अवकाश कुमार अथमगोला थानांतर्गत घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने स्थानीय लोगों से जानकारी ली। एसएसपी ने ग्रामीण एसपी से लेकर अन्य पुलिस अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिये हैं।
एसएसपी न कहा कि इस घटना को बेहद गंभीरता से लिया गया है। एसआईटी का गठन कर जांच की जा रही है। शुरुआती दौर में आसपास के लोगों ने ही पुलिस से हादसा में मौत होने की आशंका जताई थी। लेकिन पुलिस की तफ्तीश के बाद चीजें स्पष्ट हो गईं। हमारी टीम जल्द से जल्द अपराधियों को गिरफ्तार करने की कोशिश में जुटी हुई है।