बेटा नहीं हो रहा था तो ज्यादा पैदा कर दिए; लालू और राबड़ी के बाल-बच्चों पर फिर बोले नीतीश कुमार
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान लालू यादव और राबड़ी देवी के नौ बच्चे पैदा करने पर सार्वजनिक मंच से चौथी बार हमला किया और कहा कि बेटा नहीं हो रहा था तो ज्यादा पैदा किए।
बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के अध्यक्ष नीतीश कुमार ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष और पूर्व सीएम दंपति लालू यादव और राबड़ी देवी पर उनके नौ बच्चों को लेकर सार्वजनिक मंच से फिर से हमला बोला है। पूर्वी चंपारण लोकसभा सीट पर भाजपा के कैंडिडेट राधा मोहन सिंह के लिए वोट मांगने पहुंचे नीतीश ने शुक्रवार को कहा- "बेटी ही हो रही थी। बेटा नहीं हो रहा था तो और ज्यादा पैदा कर दिया। कितना बाल-बच्चा पैदा किया। हट गया तो बीवी को बनवा दिया। बेटा-बेटी सबको कितना बढ़ाया। ये कोई मतलब है। हमलोग को देखिए कि हम लोग इतने दिन से हैं, हमलोग कोई अपने परिवार का विकास करते हैं। हमलोग पूरा बिहार एक परिवार हैं।"
नीतीश लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार में बार-बार लालू-राबड़ी के बच्चों की संख्या और बच्चों को राजनीति में बढ़ाने पर बोल रहे हैं। पहले भी नीतीश ने ऐसी ही बात 17 मई को पश्चिम चंपारण, 11 मई को सीतामढ़ी, 4 मई को मुंगेर और 20 अप्रैल को कटिहार में कही है। नीतीश से इन बयानों पर तेजस्वी नरम बयान देते रहे हैं। उन्होंने भीमराव आबंडेकर, अटल बिहारी वाजपेयी, नरेंद्र मोदी और योगी आदित्यनाथ के भाई-बहनों की संख्या गिनाकर कहा था कि नीतीश ये सब नहीं कह रहे हैं, उनसे ये सब कहवाया जा रहा है। तेजस्वी ने कहा था कि जब वो किताब लिखेंगे तो उनसे ये बातें करवाने वालों को बेनकाब करेंगे।
नीतीश का तन वहां, मन यहीं; तेजस्वी ने RJD के खुले दरवाजे के संकेत दिए, लालू बोले थे- माफ नहीं करेंगे
नीतीश के इन बयानों के बाद लालू यादव ने कुछ दिनों पहले कहा था कि अब वो कभी नीतीश को माफ नहीं करेंगे। लालू यादव ने कहा था कि अगर वो अब उनके घर आए तो वो धन्यवाद कह देंगे। विधान परिषद के 11 नए सदस्यों के शपथ में जब लालू और नीतीश आमने-सामने हुए तो बात दुआ-सलाम से आगे नहीं बढ़ी। नए सदस्यों में नीतीश और राबड़ी भी शामिल हैं।
नीतीश ने दोहराई चुनाव के बाद जांच की बात, तेजस्वी ने कहा था- चाचा का आशीर्वाद है
नीतीश ने मोतिहारी की सभा में दोहराया कि 1995 से उनका भाजपा के साथ रिश्ता है। बीच में वो दो बार इधर-उधर चले गए थे लेकिन अब कभी नहीं जाएंगे। उन्होंने महागठबंधन से बाहर निकलने का जिक्र करते हुए कहा कि ये लोग गड़बड़ कर रहा था इसलिए हम सरकार से बाहर कर दिए। उन्होंने कहा कि चुनाव के बाद सब चीज की जांच होगी।
नीतीश के इस बयान को तेजस्वी यादव के उस बयान के संदर्भ में देखा जा रहा है जिसमें आरजेडी नेता ने कहा था कि चाचा का आशीर्वाद है। तबीयत खराब होने के बाद नीतीश के पीएम नरेंद्र मोदी के नामांकन में वाराणसी नहीं जाने पर तेजस्वी ने कहा था कि चाचा चाहते थे कि जो 2014 में आए हैं वो 2024 में चले जाएं। भतीजा उनका काम कर रहा है। चाचा का आशीर्वाद है। इसके बाद नीतीश के मन बदलने की अटकलें फिर से लगने लगी थीं जिस पर नीतीश ने मोतिहारी की सभा में अपने भाषण से ब्रेक लगा दिया है। नीतीश दो दिन आराम करने के बाद 16 मई से दोबारा प्रचार कर रहे हैं।
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