पटना-गया में बनेंगे 5 स्टार होटल; रेडिसन, अंबुजा, ताज ग्रुप बिहार टूरिज्म नीति से उत्साहित
पटना में राज्य सरकार ने तीन जगह फाइव स्टार होटल के लिए चिह्नित भी कर रखी है। इसमें बांकीपुर बस स्टैंड, पाटलिपुत्रा अशोका होटल और सुल्तान पैलेस शामिल है। कैबिनेट की स्वीकृति मिल चुकी है।
पर्यटन नीति के बाद देश के बड़े होटल समूह की बिहार में दिलचस्पी बढ़ी है। इनमें ताज, रेडिसन, अंबुजा, इंटर ग्लोब और मे फेयर समूह शामिल हैं। राजधानी में इन होटल समूह के प्रतिनिधियों ने पर्यटन विभाग के अधिकारियों के साथ हुई बैठक में इसकी संभावनाएं तलाशी हैं। जिन शहरों में बड़े समूहों ने दिलचस्पी दिखाई है, उसमें पटना, गया-बोधगया शामिल हैं।
कैबिनेट ने दी थी स्वीकृति
पटना में राज्य सरकार ने तीन जगह फाइव स्टार होटल के लिए चिह्नित भी कर रखी है। इसमें बांकीपुर बस स्टैंड, पाटलिपुत्रा अशोका होटल और सुल्तान पैलेस शामिल है। कैबिनेट की स्वीकृति के बाद इन जगहों पर फाइव स्टार होटल बनाने की यह पहली औपचारिक बैठक थी। इन तीनों जगहों की जमीन पर्यटन विभाग को हस्तांतरित की जा चुकी है।
बैठक में बड़े समूह के अलावा राज्य और बाहर के अन्य होटल संचालक भी शामिल हुए। कुछ ऑनलाइन भी बैठक से जुड़े। पर्यटन सचिव अभय कुमार सिंह और पर्यटन विकास निगम के एमडी नंदकिशोर ने होटल समूह के प्रतिनिधियों को बताया कि पटना में फाइव स्टार होटल खोलने के अवसर मौजूद हैं। राज्य में सबसे ज्यादा पर्यटक राजगीर आते हैं। विदेशी पर्यटकों की बात करें तो सबसे ज्यादा गया, बोधगया, राजगीर और पटना उनकी पसंदीदा जगह है। गया और पटना की हवाई कनेक्टिविटी भी है। गया से कई देशों के लिए अंतरराष्ट्रीय विमान भी उपलब्ध है। इसलिए बड़े होटल समूह की प्राथमिकता में यही दोनों शहर हैं।
मदद करेगी सरकार
होटल संचालकों को बैठक में पर्यटन नीति की विस्तार से जानकारी दी गई। उन्हें बताया कि राजधानी पटना में फाइव स्टार होटल खोलने में सरकार मदद करेगी। तीनों जगह पर पीपीपी मोड में होटल खोलने के लिए पर्यटन नीति के तहत अनुदान का लाभ भी दिया जाएगा। ब्याज सहित अन्य छूट का लाभ भी उन्हें मिलेगा। हालांकि, कुछ होटल समूह गया- बोधगया में भी फाइव स्टार होटल खोलने के इच्छुक दिखे।
पर्यटन विभाग के प्रस्ताव पर होटल व्यवसायी काफी उत्साहित दिखे। होटल प्रतिनिधियों ने सुझाव देते हुए कहा कि ज्यादा जमीन रहने पर फाइव स्टार के साथ फोर स्टार भी अलग से बना सकते हैं। होटल समूह के सुझाव के साथ सरकार के पास प्रस्ताव भेजा जाएगा। वहां से स्वीकृति के बाद इन समूह के प्रतिनिधियों के साथ अगली बैठक होगी।
पीपीपी मोड पर बनेगा
राज्य सरकार ने इन तीनों जगहों पर निजी-जन भागीदारी (पीपीपी) के तहत होटल खोलने का निर्णय लिया है। होटल समूह के प्रतिनिधियों को इसकी जानकारी दी गई। उन्हें बताया गया कि करीब 50 वर्ष की अवधि के लिए जमीन लीज पर दी जाएगी। इस पर होटल समूह ने लीज अवधि बढ़ाने की मांग की।
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