Hindi Newsबिहार न्यूज़Son of upper caste daughter of Dalit Kishore Kunal and Ashok Choudhary become Samadhi Such was Acharya thinking

सवर्ण का बेटा, दलित की बेटी, किशोर कुणाल और अशोक चोधरी बने समधी; ऐसी थी आचार्य की सोच

आईपीएस किशोर कुणाल के बेटे सायण कुणाल ने मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी से शादी करने का फैसला किया। अशोक चौधरी दलित समाज (पासी जाति) से आते हैं। किशोर कुणाल को नई पीढ़ी के इस फैसले पर कोई आपत्ति नहीं हुई। उन्होंने खुशी खुशी इस संबंध पर अपनी सहमती की मुहर लगा दी।

Sudhir Kumar लाइव हिन्दुस्तानSun, 29 Dec 2024 12:51 PM
share Share
Follow Us on

महावीर मंदिर पटना न्यास समिति के सचिव और जाने माने पू्र्व आईपीएस आचार्य किशोर कुणाल का निधन रविवार क पटना में उनके द्वारा स्थापित महावीर वातसल्य अस्पताल में इलाज के दौरान हो गई। हार्ट अटैक की शिकायत के बाद उन्हें भर्ती कराया गया था। 72 साल की उम्र में उन्होंने अतिंम सांस ली। किशोर कुणाल बिहार के बड़े दलित नेता और नीतीश सरकार में मंत्री अशोक चौधरी के समधी थे। कुणाल साहब के निधन से अशोक चौधरी का पूरा परिवार मर्माहत है। अशोक चौधरी रोते हुए देखा गया।

आचार्य किशोर कुणाल सवर्ण समाज के भूमिहार परिवार में हुआ था। इसी परंपरा में उन्होंने अपना जीवन शुरू किया और पले बढ़े। लेकिन दलित समाज के प्रति उनके मन में अगाध प्रेम था। दरअसल आईपीएस किशोर कुणाल के बेटे सायण कुणाल ने मंत्री अशोक चौधरी की बेटी शांभवी चौधरी से शादी करने का फैसला किया। अशोक चौधरी दलित समाज (पासी जाति) से आते हैं इसलिए इसे लेकर बिहार के सामाजिक क्षेत्र में काफी चर्चा हुई। लेकिन, किशोर कुणाल को नई पीढ़ी के इस फैसले पर कोई आपत्ति नहीं हुई। उन्होंने खुशी खुशी इस संबंध पर अपनी सहमती की मुहर लगा दी और दिसम्बर 2022 में दोनों की शादी हो गयी।

ये भी पढ़ें:मुजफ्फरपुर में जन्म, गांव से पढ़कर बने IPS; कौन थे बिहार के गौरव किशोर कुणाल

सीएम नीतीश बने गवाह

दलित और सवर्ण समाज के मिलन वाली यह शादी बिहार के राजनैतिक गलियारे में भी चर्चा का विषय बनी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार शांभवी और सायण की सगाई शामिल हुए। खुद समारोह में पहुंच कर उन्होंने वर वधु को आशीर्वाद दिया। शादी के विभिन्न समारोह और आयोजनों में कई राजनैतिक हस्तियों ने भाग लिया। किशोर कुणाल और उनके परिवार के इस फैसले को बड़ी सामाजिक क्रांति के रूप में देखा गया।

किशोर कुणाल को बिहार धार्मिक न्यास बोर्ड का अध्यक्ष बनाया गया तो उन्होंने धर्म को लेकर कई अहम सुधारात्मक फैसले किए। उनके प्रयास से दलित समाच के लोगों को मंदिरों में पुजारी बनाया गया। पटना हनुमान मंदिर में दलितों को तैनात किया गया। इससे पहले अक्टूबर 1983 में जब वे पटना के एसएसपी तब महावीर मंदिर के जिर्णोद्धार का काम शुरु हुआ। तब से वे पटना हनुमान मंदिर की सेवा में जुटे रहे। इस मंदिर का वर्तमान भव्य और स्वरूप किशोर कुणाल के प्रयासों का नतीजा है। विश्व भर में आज यह मंदिर विख्यात है जिसकी आमदनी से मानवता के सेवा के लिए कई संस्थान चलाए जाते हैं। मंदिर की ओर से कई धार्मिक और सामाजिक अभियान चलाए जाते हैं।

ये भी पढ़ें:गाय के दूध से बना घी ही बेहतर, नैवेद्यम प्रसाद पर क्या बोले किशोर कुणाल

देर रात 2 बजे महावीर वात्सल्य अस्पताल में भर्ती हुए थे

महावीर मंदिर न्यास के सचिव और 1972 बैच के पूर्व आईपीएस अधिकारी आचार्य किशोर कुणाल का रविवार को सुबह 8 बजे हृदय गति रूकने से निधन हो गया। सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद देर रात 2 बजे महावीर वात्सल्य अस्पताल में भर्ती हुए थे। 74 साल के आचार्य किशोर कुणाल का पार्थिव शरीर पटना के गोसाईं टोला स्थित उनके निवास स्थान सायण निलयम में रखा गया है। उनका अंतिम संस्कार सोमवार को दोपहर 2 बजे हाजीपुर स्थित कौनहारा घाट पर किया जाएगा।

महावीर मंदिर होते जाएगी शव यात्रा

सोमवार को उनकी अंतिम यात्रा सुबह 9 बजे कुर्जी स्थित निवास स्थान से निकलेगी। हनुमानजी के अनन्य भक्त रहे आचार्य किशोर कुणाल का पार्थिव शरीर पटना के महावीर मन्दिर होते हुए अंतिम संस्कार को जाएगा। इस बीच उनके निधन पर धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है। कई गणमान्य लोग श्रद्धालंजि अर्पित करने उनके आवास पर पहुंचे। उनके समधी और बिहार के ग्रामीण कार्य मंत्री अशोक चौधरी, बहु और समस्तीपुर की सांसद शांभवी, मुख्यमंत्री के प्रधान संचिव दीपक कुमार, डीजीपी विनय कुमार, भवन निर्माण विभाग के सचिव कुमार रवि, पटना के जिलाधिकारी डॉ. चंद्रशेखर सिंह समेत बड़ी संख्या में गणमान्य लोग उनके आवास पर पहुंचे और श्रद्धा सुमन अर्पित की।

अगला लेखऐप पर पढ़ें