कोई बोगी की खिड़की से घुसा, कोई ट्रेन पकड़ने पटरी पर उतरा; महाकुंभ जाने के लिए पटना जंक्शन पर मारामारी
कुम्भ स्पेशल ट्रेनों में तिल रखने की जगह नहीं है। वहीं नियमित ट्रेनों का हाल भी बेहाल है। ट्रेन पकड़ने के चक्कर में कोई बोगी की खिड़की से घुस रहा है तो कोई मारामारी पर उतारु है। पटना जंक्शन पर यात्रियों की अफरातफरी मची रही।

पटना जंक्शन पर राजरानी एक्सप्रेस के समय गुरुवार को पटरियों पर यात्री उछलकूद करते रहे। आरपीएफ मना करती रही, लेकिन यात्री उनसे ही उलझ बैठे। वहीं कुम्भ स्पेशल ट्रेनों में तिल रखने की जगह नहीं है। वहीं नियमित ट्रेनों का हाल भी बेहाल है। ट्रेन पकड़ने के चक्कर में कोई बोगी की खिड़की से घुस रहा है तो कोई मारामारी पर उतारु है। सबसे अधिक भीड़ प्रयागराज में माधी पूर्णिमा पर स्नान कर लौटने वालों की सबसे अधिक रही। यात्रियों ने बताया कि तीर्थ की खुशी पर यात्रा की दुश्वारियां भारी पड़ रही हैं।
पटना जंक्शन पर खाली कराई गई संपूर्ण क्रांति की बोगियां पटना जंक्शन पर गुरुवार को अभियान चलाकर संपूर्ण क्रांति एक्सप्रेस की बोगियां खाली कराई गई। कई यात्री आरक्षित बर्थ पर कब्जा जमाए हुए थे। आरपीएफ के द्वारा माइक से अनाउंसमेंट कर निकाला गया जिसके बाद दर्जनों यात्रियों को बर्थ दी गई। पटना जंक्शन के चार नंबर प्लेटफॉर्म पर से लगातार चौथे दिन यह ट्रेन देर से खुली। माघी पूर्णिमा खत्म होने के बाद प्रयागराज जाने वालों का दबाव जंक्शन पर दिन में थोड़ा कम हुआ है। हालांकि मगध, संपूर्णक्रांति एक्सप्रेस में यात्रियों की भीड़ की स्थिति बनी हुई है।
पटना जंक्शन पर 16 ट्रेनें अधिकतम 17 घंटे तक की देर से आई। बीकानेर-गुवाहाटी 17 घंटे देर से आई। तेजस राजधानी लगातार दूसरे दिन पांच घंटे लेट रही। यह ट्रेन कानपुर से प्रयागराज के बीच पटरियों पर फंस रही है। संपूर्ण क्रांति दो घंटे की देर से आई। श्रमजीवी एक घंटे, गरीब रथ तीन घंटे, कोटा-पटना 40 मिनट, डीडीयू-पटना एक घंटे, पंजाब मेल एक घंटे 30 मिनट, गया पैसेंजर 40 मिनट, महानंदा सात घंटे, विक्रमशिला एक घंटे, मगध दो घंटे, राजगीर एक्सप्रेस एक घंटे 27 मिनट की देरी से आई।