NCC Units in Siwan District Challenges and Opportunities for Youth Development बोले सीवान : फायरिंग रेंज बने और एनसीसी छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण की सुविधा मिले, Siwan Hindi News - Hindustan
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बोले सीवान : फायरिंग रेंज बने और एनसीसी छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण की सुविधा मिले

सीवान जिले में एनसीसी की कई इकाइयां कार्यरत हैं, जिसमें जूनियर और सीनियर डिविजन शामिल हैं। छात्रों ने बटालियन कार्यालय छपरा के लिए स्थान की आवश्यकता पर जोर दिया है। एनसीसी युवाओं में राष्ट्रभक्ति,...

Newswrap हिन्दुस्तान, सीवानMon, 28 April 2025 11:26 PM
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बोले सीवान : फायरिंग रेंज  बने और एनसीसी छात्रों को बेहतर प्रशिक्षण की सुविधा मिले

एनसीसी की सीवान जिले में कुल कई इकाई काम करती है। इसक तहत जूनियर डिविजन की 5 और सीनियर डिविजन कंपनी की 2 इकाई फिलहाल सीवान जिले में कार्यरत हैं। लेकिन इन कंपनियों के सामने कई समस्याएं हैं, जिसकी जानकारी एनसीसी के छात्रों से डीएवी हाईस्कूल सह इंटर कॉलेज में बातचीत करने के दौरान मिली। छात्रों का मानना है कि अगर बटालियन कार्यालय छपरा की जह सीवान में जगह लेकर खोल दिया जाए तो तीनों जिले - छपरा सीवान और गोपालगंज के लिए बेहतर होगा कि यहां से सभी के लिए मध्य में हो जाएगा। इससे फायरिंग रेंज भी बन जाएगा तो छात्रों को प्रशिक्षण लेने में आसानी हो सकेगी। सीवान न केवल अपने ऐतिहासिक और सांस्कृतिक धरोहर के लिए प्रसिद्ध है, बल्कि यहां की एनसीसी (राष्ट्रीय कैडेट कोर) इकाई भी युवाओं के विकास और राष्ट्र निर्माण में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। सीवान जिले की एनसीसी इकाई, अपनी स्थापना के बाद से, जिले के सैकड़ों छात्रों को अनुशासन, नेतृत्व, सेवा और साहस का पाठ पढ़ा चुकी है। सीवान में एनसीसी इकाई की स्थापना काल मे कुछ चुनिंदा स्कूलों और कॉलेजों में ही एनसीसी की टुकड़ियां कार्यरत थीं, लेकिन धीरे-धीरे इसकी लोकप्रियता और प्रभाव इतना बढ़ा कि जिले के छह प्रमुख शैक्षणिक संस्थानों ने एनसीसी को अपना लिया। आज सीवान जिले में स्कूल और कॉलेजों में एनसीसी की अलग-अलग बटालियन सक्रिय हैं, जो आर्मी, नेवी और एयर विंग में कैडेट्स को प्रशिक्षण देती हैं। बिहार बटालियन एनसीसी (छपरा के अंतर्गत) के तहत सीवान जिले के स्कूल और कॉलेज आते हैं। इस बटालियन के अंतर्गत, सीवान में हजारों कैडेट्स ने प्रशिक्षण प्राप्त कर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर जिले का नाम रोशन किया है। इनमें डीएवी इंटर कॉलेज की इकाई का नाम पूर जिले में सम्मान के साथ लिया जाता है। इसे हर आयोजनों पर पुरस्कार भी हासिल हुए हैं।

प्रशिक्षण और गतिविधियाँ बराबर संचालित

सीवान की एनसीसी इकाई का मुख्य उद्देश्य युवाओं में राष्ट्रभक्ति, सामाजिक सेवा, नेतृत्व क्षमता, चरित्र निर्माण, और फिटनेस के प्रति जागरूकता फैलाना है। कैडेट्स को शारीरिक प्रशिक्षण, ड्रिल, फायरिंग, मैप रीडिंग, युद्ध कौशल, आपदा प्रबंधन, तम्बू जीवन (कैंपिंग), और स्वास्थ्य तथा स्वच्छता के महत्व की शिक्षा दी जाती है। प्रत्येक वर्ष सीवान एनसीसी के कैडेट्स विभिन्न प्रकार के कैम्प्स में भाग लेते हैं। सीवान जिले के कई कैडेट्स ने इन कैंपों में जाकर राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर बेहतरीन प्रदर्शन किया है। विशेष रूप से, गणतंत्र दिवस परेड में शामिल होना किसी भी कैडेट के लिए गर्व की बात होती है।

सामाजिक सेवा और जागरूकता अभियान

सीवान की डीएवी हाईस्कूल की एनसीसी इकाई न केवल सैन्य प्रशिक्षण तक सीमित है, बल्कि सामाजिक सरोकारों में भी अग्रणी है। यहां के कैडेट्स ने समय-समय पर रक्तदान शिविर, स्वच्छता अभियान (स्वच्छ भारत अभियान के तहत), वृक्षारोपण कार्यक्रम, कोविड-19 जागरूकता रैली, सड़क सुरक्षा सप्ताह, जल संरक्षण अभियान आदि में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया है। विशेष रूप से कोरोना महामारी के दौरान सीवान जिले के एनसीसी कैडेट्स ने मास्क वितरण, सामाजिक दूरी बनाए रखने की अपील, और जनजागरूकता अभियान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। जिला प्रशासन ने भी उनके योगदान की सराहना की थी।

नेतृत्व और कैरियर निर्माण में एनसीसी सजग

सीवान की एनसीसी इकाई, युवाओं में नेतृत्व के गुणों को विकसित करने पर विशेष बल देती है। यहाँ के प्रशिक्षक कैडेट्स को भाषण कला, निर्णय लेने की क्षमता, टीम वर्क और कठिन परिस्थितियों में धैर्य बनाए रखने का अभ्यास कराते हैं।कई एनसीसी कैडेट्स ने सीवान से प्रशिक्षण प्राप्त कर भारतीय सेना, नौसेना, वायुसेना और अर्धसैनिक बलों में भर्ती होकर देश सेवा का सपना साकार किया है। इसके अलावा कई कैडेट्स ने प्रशासनिक सेवाओं, पुलिस, और अन्य सरकारी सेवाओं में भी बेहतरीन करियर बनाया है। एनसीसी सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाले कैडेट्स को रक्षा सेवाओं में विशेष लाभ मिलता है। सीवान जिले के युवाओं ने इस अवसर का भरपूर लाभ उठाते हुए न केवल स्वयं का भविष्य संवारा है बल्कि जिले का भी नाम रोशन किया है। अगर फायरिंग रेंज का निर्माण यहां पर करा दिया जाएगा तो और बेहतर हो जाएगा छात्रों को लेकर।

प्रस्तुति : अभिषेक उपाध्याय।

सुझाव

1. एनसीसी प्रशिक्षण शिक्षा को आगे बढाने के लिए सार्थक प्रयास करने होंगे। इसके लिए सभी को मिलकर आगे आना होगा, तभी बात बनेगी।

2. सीवान जिले में छपरा के बटालियन कार्यालय को अगर नाया जाए तो सभी जिले के मध्य में कार्यालय हो जाएगा।

3. बच्चों और अभिभावकों को जागरूक करना होगा। उन्हें बताना होगा कि इसके क्या लाभ होंगे।

4. फायरिंग रेंज का निर्माण कराने के साथ- साथ प्रशिक्षण देना बहुत ही आसान हो जाएगा।

5. हाईस्कूलों में इंटर की पढ़ाई हो रह है लेकिन सीनियर डिविजन नहीं होने से दो साल खाली रह जा रहा है।

शिकायतें

1. सीवान जिले में फायरिंग रेज की व्यवस्था नही होने से परेशानी होती है।

2. एनसीसी के लिए आवश्यक संसाधनों की कमी भी एक बड़ी समस्या है।

3. शहर के अलावा गांव के अन्य स्कूलों मे भी एनसीसी की इकाई बढ़ाने पर विचार किया जाना चाहिए।

4. स्कूलों में प्रशिक्षित शिक्षकों का पदस्थापन एनसीसी इकाई वाले स्कूलों में ही किया जाए।

5. सीवान जिले के स्कूलों में छात्रों को पशिक्षण के लिए अन्य संसाधन उपलबध कराए जाएं।

हमारी भी सुनिए

01. डीएवी हाईस्कूल सह इटर कॉलेज एनसीसी में अव्वल है। वर्तमान में यह कई पुरस्कार भी प्राप्त कर चुका है। पुराने छात्रों के जाने के बाद नए छात्रों को इसमें शामिल कर लिया जाता है।

- रवि कुमार श्रीवास्तव ।

02. सीवान में मुख्यालय के लिए जगह की तलाश कर पूरा व्यवस्था होना चाहिए। लेकिन सबसे बड़ी समस्या छपरा जिले में है। सरकारी भवन जर्जर हालत में है। वहां परेशानी से बटालियन कार्यालय का संचालन किया जाता है।

-शिवम कुमार सिंह

03. एनसीसी छात्रों में राष्ट्र पेम की भावना जागृत करने के लिए बढ़िया माध्यम है। इससे छात्रों के भविष्य का निर्माण हो जाता है। एनसीसी कैडेट्स गणतंत्र दिवस के परेड में भी शामिल हेाते हैं।

- सूरज कुमार पड़ित

04. कॉलेज में इंटर की पढ़ाई नहीं होने पर एनसीसी में ज्वाईन करने के लिए छात्रों को दो साल इंतजार करना पड़ रहा है। अगर छात्रों को हाईस्कूल की पढ़ाई जिस इंटर कॉलेज की पढ़ाई जहां पर हो रही है, वहीं पर सीनियर डिविजन की इकाई करने को भी अनुमति दी जाए तो दो साल के लिए हमे सफर नहीं करना पड़ेगा।

- दीपांशु भगत

05. सीवान जिले में फायरिंग रेंज नहीं होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा ह। बटालियन कार्यालय कार्यालय खोले जाने के साथ ही अगर फायरिंग रेंज भी बनाया जाए तो प्रशिक्षण प्राप्त करना आसान हो जाएगा।

- रवि कुमार

06. एनसीसी का मुख्य उद्देश्य विद्यालय स्तर पे बच्चों को शारिरिक, मानसिक एवम नैतिक रूप से स्वस्थ बनाए जा सके। ये उद्देश्य इससे पूरा किया जाता है।

- प्रियांशु कुमार

07. एनसीसी से हमें अनुशासन तो मिला, लेकिन और ज्यादा आत्मरक्षा की ट्रेनिंग दी जाए तो हम ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे। इसके माध्यम से हमारे व्यक्तित्व का विकास संभव हो पाता है।

- सोनू कुमार यादव

08. डीएवी हाईस्कूल का ही मैदान राजेंद स्टेडियम बना है। लेकिन समय पर यह नहीं खुल पाने से हमारा प्रशिक्षण समय पर नहीं हा पाता है। स्कूल कैंपस कका परेड ग्राउंड काफी छोटा है। अगर स्कूल एक बड़ा परेड ग्राउंड मुहैया कराए, तो ड्रिल और प्रदर्शन में सुधार होगा।

- सुजीत कुमार यादव

09. अगर स्कूल के एनसीसी कैडेट्स को बाहर के स्कूलों के साथ संयुक्त अभ्यास करने का मौका मिले, तो हम और ज्यादा सीख सकेंगे। इससे हमारा विकास भी तेजी से हो पाएगा।

- आदर्श रावत

10. जिला प्रशासन की ओर से हमें एनसीसी के जरिए समाज सेवा के ज्यादा अवसर दिए जाएं, जैसे सफाई अभियान, वृक्षारोपण आदि में हमारा सहयो मिल सके।

प्रिंस कुमार गुप्ता

11. जिला प्रशासन की ओर से कई बार विभिन्न समारोहों में भाग लेने के बाद भी प्रमाण पत्र नहीं दिया जा रहा है। इसके लिए कई बार कहा जाता है लेकिन नहीं मिल पाता है।

- सोनू कुमार

12. बच्चों में एनसीसी के प्रति रुचि बढ़ी है। स्कूलों में नियमित संचालन तो होता है। लेकिन बच्चे इसमें आने से कतराते हैं। लाभ से परिचित कराना होगा। सेवा के लिए प्रेरित करना होगा।

- मुन्ना कुमार

13. एनसीसी में कई स्कूलों में संसाधनों का अभाव है। इसके कारण बच्चे इसमें रुचि नहीं लेना चाहते है। अभिभावकों को भी जागरूक होना होगा ।स्कूलों में जागरूकता को लेकर कमी है।

- रौनक कुमार

14. व्यक्तित्व का विकास करने में स्काला टग गाडम शिक्षा अमूल्य योगदान कर सकती है। छात्रों में आंतरिक क्षमताओं का विकास कर सकता है तथा समाज में बेहतर नागरिक बन सकता है।

- संदेश कुमार

15. एनसीसी बच्चों में मानसिक, शारीरिक रचनात्मकता को बढ़ाता है। इससे बच्चे जिम्मेदार नागरिक बनते हैं। बच्चों को आत्मनिर्भर बनाया जाता है जिससे बच्चों को निखरने में मदद मिलती है।

- सूर्य प्रताप शर्मा

16. बच्चों का प्रशिक्षण होने से हमें भारी सुविधा होती है। इससे हमें हर तरह के गुण सीखने को मिलते हैं। आत्मनिर्भर बनने के साथ ही रचनात्मक विकास होता है। हमारी कौशल कला को विकास मिलता है।

- शिवम कुमार

17. बच्चों में एनसीसी के प्रति रुचि बढ़ी है। स्कूलों में नियमित संचालन तो होता है। लेकिन बच्चे इसमें आने से कतराते हैं। लाभ से परिचित कराना होगा। सेवा के लिए प्रेरित करना होगा।

- प्रियम कुमार

18. एनसीसी प्रशिक्षण शरीर को प्रभावित करता है। सृजनात्मकता में वृद्धि करती है। एक ऐसी गतिविधि है, जो मानसिक विकास के साथ ही उनके शारीरिक विकास में भी सहायक है।

- सनी कुमार गुप्ता

19. डीएव हाईस्कूल के हम सभी एनसीसी केडेट्स जिले में अनुशासन और संयम से कार्य करते हैं। इनको विकसित करने के लिए जिला प्रशासन को हर मौके पर अवसर सेवा का देना चाहिए ।

- कृष कुमार

20. जिला प्रशासन की ओर से समारोह के अवसर पर पुलिस की तैनाती की जाती है। इसी तरह से हमारी भी तैनाती करनी चाहिए। इससे सेवा का प्रशिक्षण आसानी से मिल जाएगा।

मो. अमजद

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