जेल जाने से पहले किया आत्महत्या का प्रयास, अब अस्पताल से हुआ फरार
सीतामढ़ी में नाबालिग प्रेमिका के बयान बदलने के बाद छेदी मंडल ने आत्महत्या का प्रयास किया और बाद में पुलिस अभिरक्षा से भाग निकला। 16 सितंबर को उसे नाबालिग के अपहरण के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।...
सीतामढ़ी। नाबालिग प्रेमिका के बदलने के बाद आत्महत्या करने की कोशिश में अस्पताल पहुंचा प्रेमी पुलिस अभिरक्षा से बुधवार की सुबह भाग निकला। वह सुबह शौच करने गया था, जहां शौचालय की खिड़की तोड़कर भाग निकला। इसके बाद सदर अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई। फरार कैदी की पहचान मधुबनी जिले के बेनीपट्टी थाना के पिरौखर गांव निवासी जीतन मंडल का पुत्र छेदी मंडल के रूप में की गई। घटना की सूचना पर पहुंची नगर थाने की पुलिस ने अस्पताल में जांच के बाद फरार कैदी की गिरफ्तारी के लिए कई जगहों पर छापेमारी की। हालांकि, उसे पकड़ने में सफलता नही मिली। जेल अधीक्षक मनोज कुमार सिन्हा ने बताया कि 16 सितंबर को न्यायालय रिमांड किए जाने के बाद उसे जेल लाया गया था। इस दौरान उसके हाथ से खून निकल रहा था। इसके बाद उसे इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया। दो दिनों से सदर अस्पताल के कैदी वार्ड में तैनात सुरक्षाकर्मियों के निगरानी में उसका इलाज किया जा रहा था। बुधवार को सूचना मिली कि वह फरार हो गया है।
मिली जानकारी के अनुसार, पुपरी पुलिस ने नाबालिग के अपहरण मामले में छेदी मंडल को गिरफ्तार करते हुए नाबालिग लड़की को बरामद किया था। इसके बाद पुलिस ने नाबालिग को बयान के लिए कोर्ट में प्रस्तुत कराया। जहां नाबालिग ने अपना बयान बदल अपने माता-पिता के साथ रहने की इच्छा जतायी। इसके बाद आरोपित छेदी मंडल को नाबालिग के अपहरण के आरोप में रिमांड कर दिया गया। इसी दौरान न्यायालय से जेल ले जाने के क्रम में उसने झोला में रखा कांच का टूकड़ा से गला व हाथ का नस काट आत्महत्या का प्रयास किया। आनन-फानन में पुलिस कर्मियों ने उसका इलाज कराकर जेल पहुंचा दिया था।
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