गर्मी बढ़ने पर सदर अस्पताल में पहुंचे एक हजार मरीज
समस्तीपुर में पिछले कुछ हफ्तों से गर्मी का प्रकोप बढ़ रहा है, जिसमें गुरूवार को अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। सदर अस्पताल में हीट वेव के कारण मरीजों की संख्या में तेजी आई है।...

समस्तीपुर। पिछले कुछ हफ्तों से लगातार गर्मी का प्रकोप बढ़ता जा रहा है। पूरा जिला लू की चपेट में है। गुरूवार को जिले का अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस रहा। लू के कारण सदर अस्पताल में हीट वेव के शिकार मरीजों की संख्या भी बढ़ गई है। डॉक्टरों के अनुसार, गर्मी के कारण डिहाइड्रेशन, हिट स्ट्रोक, हृदय संबंधी और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ रही हैं। डॉक्टरों ने लोगों से एहतियात बरतने और गर्मी से बचने के लिए कई तरीके बताए हैं। पिछले एक सप्ताह से सदर अस्पताल में बुखार, सर्दी, खांसी, उल्टी और डिहाइड्रेशन से पीड़ित बच्चे इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं।
ड्यूटी पर तैनात डॉक्टरों ने जानकारी दी कि इस भीषण गर्मी के मद्देनजर बच्चों के इलाज के लिए अस्पताल में समुचित व्यवस्थाएं की गयी हैं। नवजात शिशुओं की विशेष देखभाल के लिए एसएनसीयू में बेड की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गयी है। वहीं ग्रामीण क्षेत्रों से आने वाले परिजनों का कहना है कि यदि चिकित्सक समय पर ओपीडी में उपस्थित हों, तो वे तेज धूप होने से पहले ही इलाज कराकर घर लौट सकते हैं। हालांकि, कई विभागों में चिकित्सक निर्धारित समय से आधे या एक घंटे की देरी से पहुंच रहे हैं, जिससे भीड़ और असुविधा बढ़ रही है। गुरूवार को डीडीसी के निरीक्षण के दौरान भी डॉक्टरों लेट से पहुंचे थे, जिसपर डीडीसी ने नाराजगी जाहिर की थी। डॉक्टर को ने दी सलाह :सदर अस्पताल के डीएस डॉ. गिरीश ने बताया कि गर्मी से बचाव के लिए लोगों को अधिक से अधिक पानी पीना चाहिए। उन्होंने लोगों को तला, भूना चीज खाने से परहेज करने और सूती कपड़ा पहनने के साथ ही तेज धूप में घर से कम निकलने की सलाह दी है। फिलहाल केवल सदर अस्पताल में प्रत्येक दिन मरीजों की संख्या एक हजार के पास पहुंच चुकी है। वैसे तो सभी आयु वर्ग के मरीज पहुंच रहे हैं। लेकिन बच्चे एवं बुजुर्गों की समस्या अधिक है। जबकि गैस व अपच से परेशान महिलाएं भी बड़ी संख्या में आ रही है। सदर अस्पताल के उपाधीक्षक डॉ. गिरीश कुमार ने बताया कि फिलहाल प्रत्येक दिन लगभग एक हजार के करीब सदर अस्पताल आते हैं। जिसका इलाज ओपीडी के अलावे इमरजेंसी, एसएनसीयू एवं पीकू वार्ड में किया जा रहा है। सामान्यतौर पर सर्दी-खांसी एवं बुखार की शिकायत अधिक रहती है। मौसम के कारण लगभग 80 प्रतिशत मरीजों में यह समस्या मिल रही है। अस्पताल में सभी प्रकार की दवा उपलब्ध है। चिकित्सक भी रोस्टर के अनुसार पहुंच रहे है। तेज धूप के कारण घरों से निकलना मुश्किल तेज धूप और लू के कारण दिन के 9-10 बजे ही घरों से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। इस बीच अधिकतम तापमान के साथ ही न्यूनतम तापमान में भी बढ़ोतरी दर्ज की जा रही है। गर्मी के साथ गर्म हवा चलने से लू का भी प्रकोप सामने आने लगा है। उधर मौसम विभाग ने अगले दो-तीन दिनों में तापमान में राहत नहीं मिलने की संभावना व्यक्त की है। लगातार बढ़ती गर्मी से बचाव के लिए लोग मुंह बांध कर अथवा मास्क पहनकर ही घर से बाहर निकल रहे हैं। कई इलाकों में लोग दिन के दस बजे के बाद छाता हाथ में लेकर निकल रहे हैं ताकि वह गर्मी से खुद को बचा सकें। लगातार बढ़ती गर्मी के बीच अस्पतालों में डायरिया व पेट में दर्द जैसी शिकायतों को लेकर मरीजों की संख्या लगातार बढ़ने लगी है। उसे देखते हुए चिकित्सक भी लोगों को इस मौसम में अभी से सतर्कता बरतने की सलाह दे रहे हैं।
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