जर्जर भवन में चल रहे बैजनाथपुर थाना में सुविधाओं का घोर अभाव
बैजनाथपुर पुलिस शिविर को थाना का दर्जा मिल गया है लेकिन जर्जर भवन में सुविधाओं का घोर अभाव है। हाजत की अनुपस्थिति के कारण गिरफ्तार लोगों को कोसी कालोनी में एक कमरे में रखा जाता है। थाने में...

सौरबाजार संवाद सूत्र। बैजनाथपुर पुलिस शिविर को बैजनाथपुर थाना का तो दर्जा प्राप्त हो गया है लेकिन कोसी कालोनी के जर्जर भवन में चल रहे बैजनाथपुर थाना में सुविधाओं का घोर अभाव है। यहां गिरफ्तार या हिरासत में लाए गए लोगो को रखने के लिए हाजत तक नहीं है। जिसके कारण गिरफ्तारी के बाद अपराधियों एवं वारंटीयों को कोसी कालोनी के ही एक कमरे में बंद कर रखा जाता है। दो कमरे वाले इस भवन के एक कमरे में थाना का कार्यकाल चलता है वही एक कमरे में गिरफ्तार कर लाए गए लोगो को रखा जाता है। इस थाने में आधा दर्जन से अधिक पुलिस पदाधिकारी, एक दर्जन से अधिक महिला और पुरुष सिपाही और एक दर्जन से अधिक ग्रमीण पुलिस कार्यरत हैं।
जिसके लिए आवास की भी कोई सुविधा नहीं है । कोसी कालोनी के ही पीछे वाले जर्जर कमरे की साफ सफाई कर किसी तरह पुलिस के जवान और पदाधिकारी जर्जर भवन में रह रहे हैं। शोचालय की सुविधा का भी अभाव है जिसके कारण यहां कार्यरत कर्मियों के अतिरिक्त थाना आने वाले फरियादियों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। सहरसा मधेपुरा मुख्य मार्ग एनएच 107 के किनारे बैजनाथपुर में स्थित यह थाना कई मायने से महत्वपूर्ण माना जाता है तीन ओर से यह मधेपुरा जिला के सीमा से सटा है। सड़क दुघर्टना यहां बराबर होते रहती है, 04 पेट्रोल पंप, 02 बैंक शाखा, रेलवे स्टेशन,आधा दर्जन से अधिक छोटे बड़े चौक चौराहे समेत कई प्रतिष्ठान की सुरक्षा और निगरानी की जिम्मेदारी इस थाना को रखनी होती है। सहरसा नगर निगम का वार्ड नंबर 22 और 23 बैजनाथपुर के अलावा गम्हरिया,तीरी और खजुरी पंचायत की लगभग 50 हजार की आबादी की सुरक्षा व्यवस्था और विधि-व्यवस्था की जिम्मेदारी संभालने वाला यह थाना खुद सुविधाओं का दंश झेल रहा है। कुछ महिनो पहले इस थाना के लिए बैजनाथपुर पेपर मिल से पश्चिम तिलावे नदी किनारे जमीन चिह्नित कर भवन निर्माण के लिए मिट्टी जांच प्रक्रिया भी शुरू की गई थी। फिर अचानक भवन निर्माण के लिए की जा रही प्रक्रिया धीमी हो गई है। मालूम हो कि यह थाना पहले ओपी के रूप में बैजनाथपुर चौक स्थित जिला परिषद की जमीन में बने बस पराव के लिए बनाए गए शेड में चल रहा था जहां जगह की कमी के कारण और एन एच चौड़ीकरण के कारण उसे बैजनाथपुर में ही पटेल चौक के समीप कोसी कालोनी में शिफ्ट कर दिया गया था। जहां इसे थाना का दर्जा प्राप्त हो गया है। हालांकि इस मामले में थानाध्यक्ष अमर ज्योति ने बताया कि जब तक थाने को अपना भवन नहीं मिल जाता है तब तक कुछ ना कुछ परेशानी होती ही है।
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