क्या थी लालू की सबसे बड़ी गलती? मीसा भारती ने बताया; खंगाल दिया सम्राट चौधरी का इतिहास
मीसा भारती ने कहा कि लालू प्रसाद ने सिर्फ एक गलती की है कि उम्र नही होते हुए भी सम्राट चौधरी को मंत्री बना दिया। यह गलती हमारे नेता से हुई। और उन्हीं की देन है कि आज उन्हें बीजेपी पूछ रही है।
बिहार के पूर्व सीएम लालू यादव की बेटी और राजद की सांसद मीसा भारती ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर बड़ा हमला किया है। उन्होंने कहा है कि लालू यादव की कृपा से ही आज भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) उन्हें पूछ रही है क्योंकि उन्होंने ही कम उम्र होने के बावजूद सम्राट चौधरी को मंत्री बनाया। हालांकि मीसा भारती ने इसे लालू यादव की बड़ी राजनैतिक गलती करार दिया। पाटिपुत्रा की सांसद ने नीतीश कुमार, जीतनराम मांझी और गिरिराज सिंह को भी जमकर सुनाया।
पटना में पत्रकारों से बात करते हुए मीसा भारती ने कहा कि लालू प्रसाद ने सिर्फ एक गलती की है कि उम्र नही होते हुए भी सम्राट चौधरी को मंत्री बना दिया। यह गलती हमारे नेता से हुई। और उसी की देन है कि आज उन्हें बीजेपी पूछ रही है। मीसा भारती ने 1999 की याद दिला दी जब राबड़ी देवी बिहार की मुख्यमंत्री थीं और शकुनी चौधरी की पैरवी पर लालू यादव ने उनके बेटे सम्राट चौधरी(तब राकेश चौधरी) को राबड़ी कैबिनेट में माप तौल विभाग का मंत्री बना दिया। लेकिन सम्राट अपनी कुर्सी नहीं बचा सके।
समता पार्टी के नेता पीके सिन्हा और रघुनाथ झा ने कार्यवाहक राज्यपाल जस्टिस बीएम लाल और बिहार के मुख्य चुनाव अधिकारी(सीईओ) एके बसु से इस मामले की शिकायत कर दी। बताया कि सम्राट की उम्र मंत्री बनने के लिए निर्धारित न्यूनतम आयु से 1 साल कम है। राज्यपाल ने मुख्य चुनाव अधिकारी से 25 दिनों में जांच रिपोर्ट तलब किया। उसके आधार पर अगले राज्यपाल सूरजभान ने चुनाव आयोग की रिपोर्ट पर एक्शन लेते हुए 16 नवंबर 1999 को सम्राट चौधरी को मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर दिया। उस दिन सम्राट चौधरी अपना जन्मदिन मनाने की तैयारी कर रहे थे और अपनी आयु 31 साल होने का दावा कर रहे थे। उस समय सुशील मोदी और बीजेपी के कई नेताओं ने भी सम्राट चौधरी को कम उम्र में मंत्री बनाने पर सवाल उठाया था। चौतरफा दबाव में राबड़ी देवी ने सम्राट चौधरी से इस्तीफा ले लिया था।
पत्रकारों से बात करते हुए मीसा भारती ने कहा कि लगभग 20 सालों से बिहार में डबल इंजन की सरकार है। इन्हें बताना चाहिए कि इस अवधि में इन लोगों ने कितनी फैक्ट्रियां लगाई और कितने रोजगार दिए। कहते हैं कि सड़क बना दिया। लेकिन यह तो सरकार का रुटीन वर्क है। बिहार के लोगों की बेरोजगारी दूर करने के लिए नीतीश कुमार की सरकार ने कुछ नहीं किया जबकि लालू यादव ने रेल मंत्री रहते हुए तीन-तीन रेल चक्का का कारखाना लगवाया। लालू यादव पर लैंड फॉर जॉब घोटाले पर आरोप को लेकर मीसा भारती ने कहा कि केंद्र और राज्य में बीजेपी की सरकार है और सभी एजेंसियां उनके हाथ में हैं। जब जिसे चाहें नोटिस थमा देते हैं। उन्होंने नीतीश सरकार पर बिहार के शिक्षकों का अपमान करने का भी आरोप लगाया।
पत्रकारों ने मीसा भारती से पूछा कि जेडीयू ने लालू यादव को राजनैतिक रूप से नजरबंद कर देने का आरोप लगाया। इसके जवाब में उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार को क्या किया गया है। मीडिया के साथियों से कितनी बार मिले हैं। उन्हें तो किसी ने नजरबंद नहीं किया है। इनके पास कोई बात नहीं है तो ऊल-जलूल आरोप लगा रहे हैं। यह शोभा नहीं देता कि जीतनराम मांझी, गिरिराज सिंह और जेडीयू के नेता सकारात्मक राजनीति भूल कर गलतबयानी करते रहते हैं। सबको पता है कि लालू जी बीमार हैं जिससे लोगों से कम मिलते जुलते हैं। लेकिन जहां से भी आमंत्रण आता है तो वहां जरूर जाते हैं। रोज बिहार के कोने कोने से आए लोगों से मिलते हैं और उनकी समस्याओं को दूर करते हैं।