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असल मुद्दा का बा.., किसानों से मिल तेजस्वी ने पूछा; खेत में उतरे और सरकार पर भी बरसे

  • तेजस्वी यादव ने कहा कि आप तो पासी समाज से हैं। इसपर किसान ने कहा कि नीतीश कुमार ने कहा कि नीरा बेचिए। हम नीरा बेचेंगे या ताड़ी। नीरा में फायद नहीं है। हमलोग चाहते हैं कि ताड़ी बेचने दिया जाए। सब बाल-बच्चा पढ़-लिख कर बैठा है, बीए पास है नौकरी नहीं है।

Nishant Nandan लाइव हिन्दुस्तान, पटनाThu, 9 Jan 2025 09:10 AM
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बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव इन दिनों कार्यकर्ता संवाद यात्रा पर हैं। बक्सर जिले में इस यात्रा के तहत कार्यकर्ताओं से मिलने के बाद लौटने के क्रम में तेजस्वी यादव ने किसानों का हालचाल का जाना। बुधवार को बक्सर से लौटने के दौरान आरा के बिहियां में तेजस्वी यादव एक खेत में पैदल ही गए और फिर वहां किसानों से मिलकर उनकी समस्याओं को सुना। इस दौरान तेजस्वी यादव ने एक खेत में खड़े होकर फेसबुक लाइव भी किया। जिस किसान से राजद नेता तेजस्वी यादव मिले उस किसान से तेजस्वी यादव ने यह भी पूछा कि असल मुद्दा का बा?

एक किसान से बातचीत करते हुए तेजस्वी ने उनसे पूछा कि आपको क्या दिक्कत है? इसपर किसान ने जवाब दिया कि लाइन की दिक्कत है। फिर तेजस्वी ने पूछा कि फसल की बिक्री नहीं होती है तो किसान ने कहा कि हां नहीं होती है। इसके बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि आप तो पासी समाज से हैं। इसपर किसान ने कहा कि नीतीश कुमार ने कहा कि नीरा बेचिए। हम नीरा बेचेंगे या ताड़ी। नीरा में फायद नहीं है। हमलोग चाहते हैं कि ताड़ी बेचने दिया जाए। सब बाल-बच्चा पढ़-लिख कर बैठा है, बीए पास है नौकरी नहीं है। इसपर तेजस्वी ने पूछा असल मुद्दा का बा? महंगाई और बेरोजगारी है ना। तो किसान ने कहा कि हां महंगाई बहुत ज्यादा है।

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किसान से बातचीत से पहले तेजस्वी यादव एक खेत में उतरे। यहां तेजस्वी यादव ने फेसबुक लाइव के दौरान कहा, ‘हम खेत में खड़े हैं और यहां सरसो की खेती हो रही है। लिहाजा हमने सोचा कि यह रुक कर कुछ किसानों से भी बात की जाए। कुछ किसानों से बातचीत के बाद हम इस खेत में पहुंचे हैं। जो हमारे अन्नदाता हैं वो धूप हो या सर्दी दिन-रात मेहनत करते हैं और हम लोगों को अन्न प्रदान करते हैं। लेकिन किसानों की स्थिति पूरे देश में बदत्तर होती जा रही है।’

डबल इंजन की सरकार को घेरा

तेजस्वी यादव ने इसके बाद कहा, 'इस डबल इंजन की सरकार ने पूरी तरीके से किसानों को बर्बाद करने का काम किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार यात्रा पर हैं लेकिन किसी से संवाद नहीं करते हैं। नरेंद्र मोदी ने किसानों से वादा किया था कि साल 20222 तक वो किसानों की आय को दोगुना कर देंगे। लेकिन 2025 हो गया पर अब तक किसानों की आय दोगुनी नहीं हुई है। किसानों ने एमएसपी को लेकर आंदोलन किया था। प्रधानमंत्री ने वादा किया था कि वो एमएसपी को लागू करेंगे लेकिन अब तक एमएसपी को लेकर पीएम ने कोई चर्चा नहीं की है।

बिहार में मुख्यमंत्री ने मंडी को पूरी तरह से खत्म कर दिया है। आज किसानों से बात हुई तो वो कह रहे थे कि उनको कटनी के बाद खाद और यूरिया की दिक्कतें आ रही हैं। कहीं भी एमएसपी पर बिक्री नहीं हो पा रही है। यह किसानों की बहुत बड़ी समस्या है।'

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बिहार में प्रशासनिक अराजकता - तेजस्वी

तेजस्वी यादव ने आगे कहा, ‘बिहार में पूरी तरह से प्रशासनिक अराजकता फैल चुकी है। मुख्य सचिव और डीजीपी पद बस दिखावा ही रह गया है। उस पद की कोई कीमत नहीं रह गई है। मुख्य सचिव और डीजीपी मुख्यमंत्री के साथ नहीं रहते हैं। उनकी बात नहीं सुनी जाती है। उनको अधिकार नहीं मिलता। 90 फीसदी ऐसे ईमानदार अधिकारी हैं जिनको इस सरकार में काम करने का मौका नहीं मिलता है। जो काम करने वाले लोग हैं उन्हें शंटिंग पद इस सरकार में दिया गया है। थाना, ब्लॉक में भ्रष्टाचार है। बिहार में अपराध भी काफी बढ़ा है।’

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गरीबी, महंगाई और बेरोजगारी पर घेरा

तेजस्वी ने आगे कहा, 'किसान इस ठंड में मेहनत करते हैं लेकिन उनके साथ सरकार आर्थिक न्याय नहीं करती है। जब हमारी सरकार बनेगी तो हम किसानों के लिए एमएसपी और मंडी पर ध्यान देंगे। ताकि समय पर फसलों को खरीदा जाए और उन्हें उचित दाम मिले। मुख्यमंत्री एक थके हुए सीएम हैं और वो रिटायर्ड अधिकारियों के साथ सरकार चला रहे हैं।

बिहार अभी भी गरीबी, महंगाई और पलायन तथा बेरोजगारी से तबाह है। छात्र-छात्रों पर लाठियां बरसाई जा रही है। आपसे अपील है कि आप सभी एकजुट होकर इसके खिलाफ आवाज उठाएं। एक ही ब्रांड का बीज बोने से फसल नहीं मिलेगी और फसल बर्बाद हो जाएगी। अब समय आ गया है कि हम सभी मिलकर नई किस्म की बीज लगाएं ताकि फसल अच्छी हो।'

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