सीएम नीतीश की प्रगति यात्रा में प्रधान सचिव मौजूद रहें, बिहार में फरमान जारी
- दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीते 23 दिसंबर से प्रगति यात्रा पर हैं। अपनी इस यात्रा के दौरान वे विभिन्न जिलों में जाकर वहां योजनाओं की जमीनी हकीकत का आकलन कर रहे हैं। साथ ही कई नई योजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और लोकार्पण भी कर रहे हैं।
बिहार सरकार ने मुख्यमंत्री की प्रगति यात्रा के दौरान कुछ प्रमुख विभागों के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव या सचिव में से एक अधिकारी को आवश्यक रूप से उपस्थित रहने को कहा है। इस संबंध में मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग की ओर से सभी विभागाध्यक्षों को दिशा-निर्देश जारी किया गया है। इसमें कहा गया है कि मुख्यमंत्री अपनी प्रगति यात्रा के दौरान जिन योजनाओं का अवलोकन, उद्घाटन या शिलान्यास करते हैं, उस विभाग के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव या सचिव को उपस्थित रहना होता है।
ऐसे में शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य, पथ निर्माण विभाग के साथ ही राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग, ग्रामीण कार्य, लोक स्वास्थ्य अभियंत्रण, ऊर्जा, सहकारिता, खाद्य एवं उपभोक्ता संरक्षण एवं ग्रामीण विकास विभाग के अपर मुख्य सचिव, प्रधान सचिव या सचिव में से एक अधिकारी को आवश्यक रूप से उपस्थित रहना है। पत्र में स्पष्ट किया गया है कि उपर्युक्त पदाधिकारियों में से किसी एक की उपस्थिति आवश्यक है।
इनसे नीचे स्तर के कोई पदाधिकारी कार्यक्रम में उपस्थित नहीं रहेंगे। दरअसल, मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बीते 23 दिसंबर से प्रगति यात्रा पर हैं। अपनी इस यात्रा के दौरान वे विभिन्न जिलों में जाकर वहां योजनाओं की जमीनी हकीकत का आकलन कर रहे हैं। साथ ही कई नई योजनाओं का उद्घाटन, शिलान्यास और लोकार्पण भी कर रहे हैं। फिलहाल प्रगति यात्रा का दूसरा चरण चल रहा है।