छठ के बाद रेलवे का भीड़ प्रबंधन फेल, राज्यरानी एक्सप्रेस में नहीं चढ़ पाए 4 हजार यात्री
बेगूसराय रेलवे स्टेशन पर यात्री भारी भीड़ की वजह से करीब चार हजार राज्यरानी एक्सप्रेस ट्रेन में चढ़ नहीं पाए। वैशाली एक्सप्रेस और कटिहार-पटना इंटरसिटी में भी कमोबेश यही हाल रहा।
बिहार के बेगूसराय स्टेशन पर महापर्व छठ की छुट्टी के बाद वापस काम पर लौटने वालों की भीड़ उमड़ पड़ी। यात्रियों की भीड़ का आलम यह रहा कि प्लेटफॉर्म एवं स्टेशन परिसर में सोमवार को यात्रियों का रैला ही नजर आ रहा था। भीड़ के आगे ट्रेनें तो छोटी पड़ ही गईं, एक साथ सात टिकट काउंटर भी कम पड़ गए। टिकट काउंटर पर इतनी बड़ी लाइन लगी कि प्लेटफॉर्म पर जाने के रास्ते भी अवरुद्ध हो गए। कौन कितना सुरक्षित यह भेद भी खत्म हो गया। रेलवे का भीड़ प्रबंधन का दावा भी यात्रियों की भीड़ के आगे फेल हो गया। राज्यरानी एक्सप्रेस ट्रेन में चार हजार यात्री नहीं चढ़ पाए।
भीड़ देख यात्री जितना बेबस दिख रहे थे उतना ही विवश रेल प्रशासन भी नजर आया। ट्रेन आकर प्लेटफॉर्म पर खड़ी होते ही भगदड़ जैसी स्थिति ने रेल प्रशासन के होश उड़ा दिए। ट्रेन के किसी भी कोच में पांव रखने तक की जगह यात्रियों को नहीं मिल पाई। दो मिनट रुकने वाली ट्रेन 10 मिनट तक बेगूसराय में रुकी रही। बावजूद ट्रेन में इक्के-दुक्के ही यात्री सवार हो पाए। ट्रेन के हर कोच के पास यात्रियों की भीड़ लगी थी, पर वे उसमें चढ़ ही नहीं पा रहे थे। मजबूरन ट्रेन को खोल दिया जा रहा था।
आरपीएफ और जीआरपी के अलावा रेल कर्मी हर कोच के पास दौड़ लगा यात्रियों को इस ट्रेन को छोड़ देने की सलाह देने में लगे थे। यह सिलसिला सुबह वैशाली एक्सप्रेस से शुरु हो दोपहर तक चलता रहा। रेल यात्री ट्रेन में किसी तरह चढ़ जाएं यह सोच प्लेटफॉर्म छोड़ रेल ट्रैक पर जाकर खड़े हो गए थे। बावजूद भीड़ के कारण यात्री ट्रेन में चढ़ने में विफल हो जा रहे थे।
चार हजार यात्री नहीं चढ़ सके राज्यरानी एक्सप्रेस में
बेगूसराय की लाइफ लाइन कही जाने वाली राज्यरानी एक्सप्रेस में भीड़ का आलम यह रहा कि हजारों की संख्या में टिकट ले रखे यात्री 100 की संख्या में भी सवार नहीं हो सके। इस ट्रेन का जनरल एवं एसी चेयरकार कोच दोनों में भारी भीड़ ने बेगूसराय के यात्रियों को उफ करने को मजबूर कर दिया। हालात ऐसे रहे कि इस ट्रेन में करीब चार हजार यात्री बेगूसराय स्टेशन पर सवार नहीं हो सके। ट्रेन आकर चली गई और यात्री बस कोशिश करके ट्रेन को निहारते रह गए।
यही हाल कटिहार पटना इंटरसिटी एक्सप्रेस का भी रहा। इस ट्रेन में भी काफी भीड़ रहने के बावजूद सैकड़ों की संख्या में यात्री ट्रेन का पायदान पकड़ लटकने में सफल रहे। हालांकि ठीक इस ट्रेन से पहले पाटलिपुत्र जाने वाली एक स्पेशल ट्रेन आई थी। इसमें काफी संख्या में यात्री सवार हुए थे। इस कारण भीड़ थोड़ी कम हुई थी। बावजूद इंटरसिटी एक्सप्रेस में भी सैकड़ो की संख्या में यात्री यात्रा करने से वंचित रह गए।