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राजनीतिक साजिश, 2025 में जनता देगी जवाब; ED की गिरफ्तारी पर बोले गुलाब यादव

मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार पूर्व विधायक गुलाब यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि वो राजनीतिक साजिश का शिकार हुए हैं। 2025 के विधानसभा चुनाव में जनता जवाब देगी। ईडी ने शुक्रवार को दिल्ली के रिजॉर्ट से गुलाब यादव को गिरफ्तार किया था।

sandeep लाइव हिन्दुस्तान, पटनाSun, 20 Oct 2024 06:36 PM
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आय से अधिक संपत्ति और मनी लॉन्ड्रिंग केस में गिरफ्तार पूर्व विधायक गुलाब यादव ने आरोप लगाते हुए कहा कि वो राजनीतिक साजिश का शिकार हुए हैं। 2025 के विधानसभा चुनाव में जनता जवाब देगी। मैं किसी से घबराता नहीं हूं। ये बात गुलाब यादव ने तब कही जब उन्हें गिफ्तारी के बाद दिल्ली से ट्रांजिट रिमांड के लिए पटना लाया जा रहा था। पटना एयरपोर्ट पर प्रवर्तन निदेशालय द्वारा गिरफ्तारी को सियासी साजिश करार दिया।

आपको बता दें शुक्रवार की शाम प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने दिल्ली के रिजॉर्ट से पूर्व विधायक गुलाब यादव को गिरफ्तार किया था। वहीं इस मामले आईएएस संजीव हंस की पटना से गिरफ्तार कर बेऊर जेल भेजा गया था। झंझारपुर सीट से पूर्व विधायक गुलाब यादव पहले आरजेडी में थे, इसी साल 2024 में लोकसभा चुनाव में टिकट नहीं मिलने पर बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ा था। लेकिन हार गए थे। गुलाब यादव की बेटी बिंदु गुलाब यादव जिला परिषद की अध्यक्ष हैं।

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आपको बता दें गुलाब यादव ने चुनावी हलफनामा में अपनी संपत्ति का पूरा ब्योरा प्रस्तुत नहीं किया था। वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव और वर्ष 2024 के लोकसभा चुनाव में उनके स्तर से चुनाव आयोग को दायर हलफनामा में नई दिल्ली में मौजूद करोड़ों की संपत्ति का उल्लेख नहीं है। हलफनामा में उन्होंने अपनी जितनी संपत्ति बताई थी, वास्तव में उनके पास इससे कहीं अधिक संपत्ति थी।

नई दिल्ली के युसूफ सराय में तीसरे तल पर टी-95 फ्लैट आवासीय सह व्यवसायिक प्रोपर्टी 2014 में ही खरीदी थी। यह इनकी संयुक्त संपत्ति है, जिसमें मेसर्स स्पलाइसनेट कंस्ट्रक्शन के मालिक प्रवीण चौधरी उनके साथ हैं। यह कंपनी ऊर्जा विभाग में सब-कांट्रैक्टर के तौर पर काम करती थी।

गुलाब यादव ने ही इस कंपनी से कमीशन लेकर ऊर्जा विभाग के तत्कालीन प्रधान सचिव संजीव हंस के माध्यम से काफी काम दिलाया था। एफआईआर में इससे संबंधित कई ठोस साक्ष्य प्रस्तुत किए गए हैं। इस मामले में ईडी ने 16 जुलाई 2024 को प्रवीण चौधरी के ठिकाने पर छापेमारी के दौरान 2 करोड़ 75 लाख का चेक बरामद किया गया था। इस चेक को प्रदीप चौधरी ने नई दिल्ली वाली संपत्ति गुलाब यादव और प्रवीण चौधरी के नाम पर खरीदने के लिए जारी किया था।

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इस संपत्ति को खरीदने के लिए जितनी राशि का लेनदेन किया गया था, इन सभी के स्रोत संदिग्ध पाए गए हैं। इसके अलावा 2019-20 के दौरान जब जल संसाधन विभाग में आईएएस संजीव हंस की तैनाती थी तब सुभाष यादव नाम के व्यक्ति की कंपनी मेसर्स वंशीधर कंस्ट्रक्शन प्राइवेट लिमिटेड को गुलाब यादव ने कई काम दिलाए थे।

झंझारपुर के लखनौर प्रखंड स्थित गंगापुर से राजनीतिक जीवन की शुरुआत करने वाले गुलाब यादव ईडी के शिकंजे में हैं। ईडी द्वारा आईएएस संजीव हंस के साथ गुलाब यादव की गिरफ्तारी की खबर आते ही गंगापुर गांव में हर तरफ चर्चा है। गांव में गुलाब यादव का आवास एकदम सूना था। आवासीय परिसर में महाराष्ट्र नंबर की एक लग्जरी कार खड़ी थी। पूरे घर में एक महिला केयरटेकर ही मौजूद थी।

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