गांवों में 25 हजार कुओं का किया गया जीर्णाद्धार
बिहार के गांवों में साफ पीने के पानी की उपलब्धता बढ़ाने के लिए पंचायती राज विभाग ने जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत 25,262 सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार और 18,526 सोख्तों का निर्माण किया है। बारिश के...

राज्य के गांवों में साफ पीने का पानी पहुंचाने के लिए पंचायती राज विभाग ने अभियान तेज कर दिया है। जल-जीवन-हरियाली अभियान के तहत अब तक बिहार की ग्राम पंचायतों में 25 हजार 262 सार्वजनिक कुओं का जीर्णोद्धार किया गया है। साथ ही 18 हजार 526 सोख्तों का निर्माण कराया जा चुका है। पंचायती राज विभाग के अनुसार, स्वच्छ जल संकट से निपटने के लिए पंचायत सरकार भवनों और जिला संसाधन केंद्रों की छतों पर भी बारिश के पानी के संचयन वाली संरचनाओं का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। भवन निर्माण विभाग ने इसके लिए दो मॉडल तय किया है, जिनमें सामान्य मिट्टी वाली पंचायतों में संरचना बनाने पर 95,000 रुपये और रेतीली मिट्टी में 65,600 रुपये का खर्च आ रहा है। सरकारी भवनों में अब वर्षा जल संचयन संरचना अनिवार्य कर दिया गया है। विभाग ने साफ कर दिया है कि बिना वर्षा जल संचयन प्रणाली के किसी भी भवन निर्माण को मंजूरी नहीं मिलेगी। पुराने भवनों में भी संचयन संरचना जोड़ने के लिए पंचायत स्तर की योजनाओं में प्रावधान किया जा रहा है। जल संकट रोकने के इस बड़े अभियान में पंचायती राज विभाग निरंतर समीक्षा कर काम में तेजी ला रहा है। विभाग का दावा है कि इन प्रयासों से न सिर्फ स्वच्छ पानी की उपलब्धता बढ़ेगी, बल्कि गांवों का भूजल स्तर भी स्थायी रूप से बेहतर होगा।
लेटेस्ट Hindi News , बॉलीवुड न्यूज, बिजनेस न्यूज, टेक , ऑटो, करियर , और राशिफल, पढ़ने के लिए Live Hindustan App डाउनलोड करें।