स्लीपर से AC बोगी तक पर कब्जा; महाकुंभ जाने के लिए मारामारी, पटना के स्टेशनों पर श्रद्धालुओं का रैला
मौनी आमावस्या पर महाकुंभ जाने के लिए पटना के स्टेशन पर श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ पड़ा है। स्लीपर से लेकर एसी बोगी तक पर लोगों ने कब्जा कर लिया। खिड़कियों से भी लोग ट्रेन में घुसने की कोशिश करते दिखे।
मौनी अमावस्या पर महाकुंभ में अमृत स्नान करने जाने के लिए लाखों श्रद्धालु रेलवे स्टेशनों पर उमड़ पड़े। मंगलवार को राजधानी पटना के सभी रेलवे स्टेशनों पर भारी भीड़ रही। रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म व आसपास की सड़कें भी खचाखच भरी रहीं। प्रयागराज जाने वाली ट्रेनें श्रद्धालुओं से खचाखच भरी रही। रेलवे की ओर से पर्याप्त इंतजाम किए गए थे, लेकिन भीड़ के आगे ये इंतजाम नाकाफी साबित हुए। ट्रेनों के एसी कोच में भी सामान्य यात्री घुस गए। इससे वहां अफरातफरी मची रही। भीड़ के कारण कई यात्रियों की ट्रेन भी छूट गई।
पटना जंक्शन से खुलने वाली मगध एक्सप्रेस, संघमित्रा, संपूर्ण क्रांति सहित कई ट्रेनों में महाकुंभ जाने वाले श्रद्धालुओं की काफी भीड़ देखी गई। जंक्शन पर ट्रेन पहुंचते ही अफरातफरी जैसा माहौल हो गया। लोग एक दूसरे से धक्का-मुक्की करते हुए ट्रेनों में चढ़ने की कोशिश करते नजर आए। मगध एक्सप्रेस से महाकुंभ जाने वाले यात्री बाढ़ निवासी पवन कुमार ने बताया कि मौनी अमावस्या के दिन संगम में स्नान करना है। बहुत दिनों से प्रयासरत थे, लेकिन टिकट नहीं मिला। इसी कारण सामान्य श्रेणी का टिकट कटाकर संगम जा रहे हैं। ट्रेन में काफी भीड़ रहने के कारण सीट नहीं मिली है।
रेलवे की ओर से काफी संख्या में विशेष ट्रेनें चलाई जा रही हैं। पूर्व मध्य रेलवे द्वारा मौनी अमावस्या को देखते हुए विशेष इंतजाम किए हैं। नियमित ट्रेनों के अलावा 27 से 31 जनवरी के बीच कई विशेष ट्रेनें चलाई जा रही है। जो पटना से झूसी व प्रयागराज के लिए आएंगी-जाएंगी। इसके बावजूद रेलवे स्टेशन के वेटिंग हाल भरे रहे। प्लेटफार्मों पर भी लोगों का हुजूम नजर आया। इधर भीड़ को देखते हुए प्रयागराज जाने वाली नियमित ट्रेनों के एसी कोचों में सुरक्षा बढ़ा दी गई है। ताकि आरक्षण लेकर सफर कर रहे यात्रियों को परेशानी नहीं हो। वहीं एक्सलेटर, फुट ओवरब्रिज पर भी सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी लगाई गई है।
ट्रेनों से इलाहाबाद जाने वाले श्रद्धालुओं में महिलाओं की भी अच्छी-खासी संख्या थी। सभी में गजब का उत्साह देखने को मिला। ट्रेनों पर जल्दी बैठने के लिए लोग खिड़कियों से घुसने का प्रयास करते नजर आए। सभी मौनी अमावस्या के दिन संगम पहुंचने की जुगत में लगे नजर आए।