माओवादियों ने ली सुनील चंद्रवंशी की हत्या की जिम्मेदारी, विरोध में जहानाबाद बंद
भाकपा माओवादी नक्सली संगठन ने पर्चा चिपका कर इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है। इमामगंज देवी स्थान समेत अन्य जगहों पर पर्चा चिपका कर हत्याकांड की जिम्मेदारी नक्सलियों ने ली है।
बिहार के अरवल जिले में भाकपा माले के जिला कमेटी के सदस्य सुनील कुमार चंद्रवंशी की हत्या की जिम्मेदारी नक्सलियों ने ली है। भाकपा माओवादी नक्सली संगठन ने पर्चा चिपका कर इस हत्याकांड की जिम्मेदारी ली है। इमामगंज देवी स्थान समेत अन्य जगहों पर पर्चा चिपका कर हत्याकांड की जिम्मेदारी नक्सलियों ने ली है। माले नेता सुनील चंद्रवंशी की हत्या के विरोध में बुधवार को जहानाबाद बंद का ऐलान भी किया गया है।
आपको बता दें कि किंजर थाना क्षेत्र के कोचहसा गांव के समीप सोमवार की देर शाम करीब सात बजे अपराधियों ने भाकपा माले नेता 52 वर्षीय सुनील चंद्रवंशी को गोलियों से भूना दिया था। भाकपा माले नेता को सिर और गर्दन में पांच गोली मारी गई थी। किंजर थाना क्षेत्र के कोचहसा गांव के निकट सरेशाम इस घटना को अंजाम देने से इलाके में दहशत फैल गया था। मृतक भाकपा माले के जिला कमेटी सदस्य थे तथा करपी प्रखंड के कई पंचायतों के प्रभारी थे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार माले नेता पार्टी के कार्यों से करपी प्रखंड क्षेत्र में भ्रमण कर शाम में वापस बाइक से अपने घर छक्कन बिगहा गांव लौट रहे थे। करपी- इमामगंज मुख्य पथ पर एक राइस मिल के निकट घात लगाए बाइक सवार कुछ लोगों ने उन्हें करीब से कई गोलियां मारी और फरार हो गए थे। गोलियों की आवाज सुनकर जुटे ग्रामीणों ने इन्हें सड़क पर लिटाकर इसकी सूचना की किंजर थाना को दी थी।
आज जहानाबाद बंद
भाकपा माले ने सुनील चंद्रवंशी की हत्या के खिलाफ जहानाबाद बंद का आह्वान किया है। वहीं पूरे बिहार में इस घटना के खिलाफ प्रतिवाद करने का भी पार्टी ने ऐलान किया है। माले विधायक महानंद सिंह ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा था कि भाजपा-जदयू के राज में अपराधी बेलगाम हो गए हैं। दलित गरीबों की आवाज उठाने वाले नेताओं को या तो फर्जी मुकदमे में जेल में डाल दिए जा रहे हैं अथवा उनकी हत्या कर दी जा रही है। पार्टी ने आरोप लगाया था कि इस मामले में पुलिस सिर्फ खानापूर्ति कर रही है।
मंगलवार को हुआ शव का पोस्टमार्टम
भाकपा माले के जिला कमेटी के सदस्य 52 वर्षीय सुनील कुमार चंद्रवंशी की हत्या के 13 घंटे बाद मंगलवार को शव का पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद पुलिस ने परिजनों को शव सौंप दिया। हत्या को लेकर माले नेताओं में काफी आक्रोश है। सोमवार की रात करीब सात बजे घटना हुई। लेकिन परिजनों ने रात में पोस्टमार्टम से इंकार कर दिया था। पोस्टमार्टम के लिए मेडिकल टीम का गठन किया गया।
इस दौरान पोस्टमार्टम हाउस के पास भाकपा माले नेता एवं बड़ी संख्या में कार्यकर्ताओं की भीड़ लगी रही। वहीं अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कृति कमल, मुख्यालय डीएसपी हरीश कुमार सिंहा सहित कई थाने के पुलिस पदाधिकारी व जवान पोस्टमार्टम हाउस के पास मुस्तैद दिखे। बाद में स्थानीय विधायक महानंद सिंह और घोसी विधायक रामबली सिंह यादव की पहल पर पोस्टमार्टम कराया गया।
SIT का हुआ गठन
पुलिस अधीक्षक राजेंद्र कुमार भील के द्वारा घटना में शामिल अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए एसआईटी का गठन किया गया है। पुलिस अधीक्षक ने बताया कि घटना में शामिल अपराधियों के गिरफ्तारी के लिए दो टीम बनायी गयी है। एक टीम अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी के नेतृत्व में बनाया गया है तो दूसरा टीम किंजर थाना अध्यक्ष के नेतृत्व में बनाया गया है। दोनों टीम में जिले के कई थानाध्यक्ष एवं पुलिस पदाधिकारी को शामिल किया गया है।
टीम के द्वारा घटना के आसपास सीसीटीवी फुटेज, फोरेंसिक जांच टीम के मिले साक्ष्य एवं मोबाइल लोकेशन के आधार पर जिला एवं जिले के बाहर छापेमारी की जा रही है। उन्होंने कहा कि भाकपा माले नेता की हत्या में शामिल जितने भी अपराधी हैं उस अपराधी को शीघ्र पुलिस टीम के द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि किसी भी हाल में अपराधी को बख्शा नहीं जाएगा।
कौन थे सुनील कुमार चंद्रवंशी
विदित हो कि भाजपा वाले जिला कमेटी के सदस्य सुनील कुमार चंद्रवंशी वर्ष 2012 के पहले माओवादी नेता थे। वर्ष 2012 में भाकपा माले में आए उसके बाद आम लोगों को बीच काफी लोकप्रिय हो गए हैं। पूर्व में सुनील चंद्रवंशी आईयारा पंचायत से मुखिया का चुनाव भी लड़े थे। भाकपा माले में आने के बाद गरीबों के लिए काम करते थे। जिसके कारण पर लिए कम दिनों में काफी लोकप्रिय बन गए थे। अपने क्षेत्र में सुनील कुमार चंद्रवंशी अपराधियों की चलती नहीं चलने देते थे।
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