लोन का झांसा देकर ठगी करते दो साइबर अपराधी गिरफ्तार
नवादा की पुलिस ने ऑनलाइन ठगी करते हुए दो साइबर अपराधियों को गिरफ्तार किया है। ये अपराधी रिलायंस फायनेंस के नाम पर लोन दिलाने का झांसा देकर लाखों की ठगी कर रहे थे। गिरफ्तार अपराधियों के पास से कस्टमर...
नवादा/वारिसलीगंज, हिप्र/निसं नवादा की पुलिस ने तकनीकी सर्विलांस व मानवीय साक्ष्यों की मदद से छापेमारी कर रिलायंस फायनेंस समेत विभिन्न कम्पनियों से लोन दिलाने का झांसा देकर ऑनलाइन ठगी करते दो साइबर अपराधियों को रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया। घटना मंगलवार की शाम वारिसलीगंज थाना क्षेत्र की कोचगांव पंचायत के सोरहीपुर गांव में स्थित बगीचे की बतायी जाती है। अपराधियों के पास से 23 पेज कस्टर डेटा शीट, 02 पेज लोन अप्रूवल लेटर व 01 मोबाइल जब्त की गयी है। घटना के वक्त बगीचे में करीब नौ अपराधी मौजूद थे। इनमें से सात अपराधी खेतों में कूदकर गांव के रास्ते भाग निकले। गिरफ्तार अपराधियों में वारिसलीगंज थाना क्षेत्र के भेड़िया गांव के केदार राम का बेटा चंदन कुमार तथा सरवन कुमार का बेटा सुजीव कुमार शामिल हैं। एसपी अभिनव धीमन के निर्देश पर पकरीबरावां एसडीपीओ की मॉनिटरिंग व वारिसलीगंज एसएचओ रूपेश कुमार सिन्हा के नेतृत्व में गठित टीम ने छापेमारी अभियान में भाग लिया। ठगी की सूचना पर टीम गठित वारिसलीगंज एसएचओ के मुताबिक सोरहीपुर गांव के बगीचे में साइबर अपराधियों के एक गिरोह द्वारा ऑनलाइन ठगी की सूचना मिली थी। सूचना पर एसपी द्वारा टीम का गठन किया गया। एसडीपीओ महेश चौधरी की मॉनिटरिंग में रूपेश कुमार सिन्हा और वारिसलीगंज थाने के अन्य पुलिस अफसरों, जिला पुलिसबल व बज्रा की टीम के साथ छापेमारी की गयी। इनके पास से बरामद कस्टमर डेटा शीट में बिहार व दूसरे राज्यों के उपभोक्ताओं के नाम व मोबाइल नंबर आदि बरामद किये गये हैं। वहीं इनके पास से रिलायंस कम्पनी के दो लोन अप्रूवल लेटर भी बरामद किये गये हैं। इनके मोबाइल में ठगी की गयी रकम व ट्रांसफर की गयी रकम आदि का ब्योरा मिला है। लोन के नाम पर लाखों की ठगी बताया जाता है कि अपराधियों द्वारा लोन दिलाने के नाम पर लाखों की ऑनलाइन ठगी की जा रही थी। रिलायंस फायनेंस समेत विभिन्न कम्पनियों के नाम पर बिहार समेत दूसरे राज्यों के भोले-भाले उपभोक्ताओं को लोन दिलाने का झांसा दिया जाता था। उपभोक्ताओं से उनका आधार कार्ड, पैन कार्ड, बैंक पासबुक की फोटो कॉपी, पासपोर्ट साइज फोटो, ईमेल आईडी आदि की मांग की जाती थी। इसके बाद इनसे प्रोसेसिंग फी, रजिस्ट्रेशन फी व अन्य शुल्क के नाम पर ठगी की जाती थी। तीन हजार से शुरू हुई ठगी की रकम बाद में लाखों में पहुंच जाती थी। नौ अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी इस मामले में गिरफ्तार अपराधियों समेत कुल नौ साइबर अपराधियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है। प्राथमिकी में धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं के अलावा आईटी एक्ट के तहत आरोप लगाये गये हैं। गिरफ्तार अपराधियों की निशानदेही पर पुलिस अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है। इधर, पुलिस गिरफ्तार अपराधियों को जेल भेजने की तैयारी कर रही है। वर्जन लोन दिलाने के नाम पर ठगी की सूचना मिली थी। सूचना पर वरीय पदाधिकारियों के निर्देश पर टीम का गठन कर छापेमारी की गयी। दो अपराधियों को कई आपत्तिजनक सामानों के साथ गिरफ्तार किया गया है। अन्य अपराधियों के विरुद्ध छापेमारी जारी है। ----------- रूपेश कुमार सिन्हा, वारिसलीगंज एसएचओ।
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