एक ही बेटे पर फिदा हैं जीतनराम मांझी; सास विधायक, अब संतोष की बीवी को भी टिकट
हिन्दुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) ने इमामगंज से दीपा सुमन को चुनाव मैदान में उतारने की घोषणा कर दी है। रविवार को पार्टी संरक्षक जीतन राम मांझी ने दीपा सुमन को पार्टी सिंबल दिया। दीपा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष सुमन की पत्नी हैं। दीपा की मां ज्योति देवी भी हम पार्टी से विधायक हैं।
बिहार की चार सीटों पर होने वाले उपचुनाव के लिए एनडीए के एक और प्रत्याशी का ऐलान हो गया है। इमामगंज विधानसभा सीट से केंद्रीय मंत्री और हिन्दुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) के संरक्षक जीतन मांझी की बहू दीपा सुमन को प्रत्याशी घोषित किया गया है। रविवार को जीतन मांझी ने उन्हें पार्टी सिंबल दिया। दीपा हम के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नीतीश सरकार में मंत्री संतोष सुमन की पत्नी हैं। दीपा की मां ज्योति देवी भी हम पार्टी से विधायक हैं।
इससे पहले इमामगंज सीट से टिकट की रेस में जीतन मांझी के दूसरे बेटे प्रवीण सुमन भी थे, और चाहते थे कि उन्हें टिकट मिले। लेकिन सूत्र बताते हैं कि संतोष सुमन पार्टी के अध्यक्ष हैं, ऐसे में टिकट और सिंबल देने का फैसला वो ही ले सकते हैं। उन्होने अपनी पत्नी दीपा सुमन का नाम फाइनल किया। हालांकि जीतन मांझी की पत्नी चाहती थी, कि उनके दूसरे बेटे को टिकट मिले। लेकिन टिकट दीपा सुमन को मिला।
जीतन मांझी ने दो शादियां की है। पहली पत्नी से संतोष सुमन और दो बेटियां हैं, दूसरी पत्नी से प्रवीण सुमन और तीन बेटियां है। प्रवीण की मां की इच्छा थी, कि उनके बेटे की पॉलिटिक्स में एंट्री हो। लेकिन ऐसा हो नहीं पाया है। चर्चा इस बात की भी है कि प्रवीण सुमन इससे पहले कई विवादों में रहे हैं। ऐसे में पार्टी कोई रिस्क लेना नहीं चाहती है। दरअसल 2014 में प्रवीण सुमन बोधगया में एक महिला सिपाही के साथ देखे गए थे, जिसके बाद काफी बवाल हुआ था। तब बीजेपी के सुशील मोदी ने इस मामले को सेक्स स्कैंडल के तौर पर उठाया था। हालांकि मामला फिर रफा-दफा हो गया था।
इससे अलावा 2015 में विधानसभा चुनाव से पहले साढ़े चार लाख कैश के साथ पकडे़ गए थे। तब चुनाव आचार संहिता लागू थी, बाद में पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया था। शायद ऐसे विवादों से बचने के लिए पार्टी ने दीपा सुमन पर विश्वास जताया है।संतोष सुमन की पत्नी दीपा सुमन जिला परिषद की सदस्य भी रह चुकी है। और पार्टी के चुनावी कैंपेन में भी नजर आ चुकी है। सोशल मीडिया पर भी एक्टिव रहती है।
अब इमामगंज विधानसभा सीट से एनडीए की प्रत्याशी बनी है। दीपा की मां ज्योति देवी भी बाराचट्टी से विधायक हैं। दामाद संतोष सुमन पार्टी अध्यक्ष, एमएलसी और आपदा मंत्री हैं। और अब बेटी विधायकी का चुनाव लड़ेंगी। प्रवीण सुमन एक बार फिर से खाली हाथ रह गए हैं। हालांकि उनकी इमामगंज से चुनाव लड़ने की अटकलें तेज थी।
इमामगंज सीट से दीपा सुमन का मुकाबला महागठबंधन के आरजेडी प्रत्याशी रोशन मांझी से होगा। इससे अलावा तरारी से विशाल प्रशांत और रामगढ़ से अशोक सिंह बीजेपी की प्रत्याशी हैं। वहीं बेलागंज की सीट से पूर्व विधान पार्षद मनोरमा देवी का नाम जदयू प्रत्याशी के तौर पर फाइनल है। महागठबंधन की तरह एनडीए के भी चारों सीट पर प्रत्याशी फाइनल हो गए हैं। आपको बता दें 13 नवंबर को बिहार की सभी चार सीटों पर उपचुनाव है। और 23 नवंबर को नतीजे आएंगे।