इंवेस्टर्स समिट में बिहार पर धनवर्षा; अडानी, सन पेट्रो, NTPC समेत इन कंपनियों ने इतने करोड़ का MOU किया
पटना में दो दिन चले इंवेस्टर्स मीट में निवेश के मामले में सबसे आगे नवीकरणीय ऊर्जा की 17 कंपनियां रहीं। इन कंपनियों ने 90 हजार 734 करोड़ रुपये से ज्यादा के MOU साइन किया। इसके अलावा एनटीपीसी ग्रीन ने 10000 करोड़, अडानी ग्रुप ने 20 हजार करोड़, कोका कोला ने 3000 करोड़ का निवेश करेंगी।
बिहार में 423 कंपनियां रिकॉर्ड 1.80 लाख करोड़ रुपये निवेश करेंगी। पटना के ज्ञान भवन में चले दो दिवसीय निवेशक सम्मेलन के दौरान कंपनियों ने निवेश पर सहमति जताई। इसके बाद बिहार सरकार और इन कंपनियों के बीच समझौता पत्र पर हस्ताक्षर हुए। पिछले निवेशक सम्मेलन से इस वर्ष साढ़े तीन गुणा से ज्यादा निवेश का करार हुआ है। सम्मेलन के दौरान राज्य सरकार ने निवेशकों को सभी जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने का वादा किया। निवेशकों ने भी इस मौके का भरपूर फायदा उठाया।
शुक्रवार को समापन के दिन उद्योग मंत्री नीतीश मिश्रा ने कहा कि विभिन्न क्षेत्रों में 1.80 लाख करोड़ रुपये का निवेश बिहार के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। राज्य सरकार आने वाले समय में बिहार को देश में निवेश के लिए एक प्रमुख गंतव्य के रूप में विकसित करने के लिए प्रतिबद्ध है। बिहार में देश का प्रमुख वृद्धि इंजन बनने की क्षमता है।
निवेश में सबसे ज्यादा भागीदारी गैरपारंपरिक(नवीकरणीय) ऊर्जा की 17 कंपनियों की है। इन कंपनियों ने 90 हजार 734 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश का करार किया है। इसमें एनटीपीसी ग्रीन की ओर से 10 हजार करोड़ का सोलर प्लांट, एनएचपीसी की ओर से 5,500 करोड़ रुपये, सतलज जल विद्युत निगम (एसजेवीएन) की ओर से 10 हजार करोड़ रुपये का पंप स्टोरेज प्रोजेक्ट और अशोका बिल्डकॉन की ओर से 9,000 करोड़ रुपये की ग्रीन हाइड्रोजन परियोजना शामिल है। इसके अलावा सन पेट्रोकेमिकल्स, पंप हाइड्रो तथा सोलर प्लांट सहित अक्षय ऊर्जा में 36,700 करोड़ रुपये का निवेश होगा।
अडानी समूह अल्ट्रा-सुपरक्रिटिकल थर्मल पावर प्लांट की स्थापना में 20 हजार करोड़ रुपये का निवेश करेगा। समूह ने सीमेंट क्षमता के विस्तार के साथ-साथ गोदाम तथा लॉजिस्टिक्स क्षेत्र में भी निवेश की घोषणा की है। खाद्य प्रसंस्करण क्षेत्र के लिए एसएलएमजी बेवरेजेज (कोका कोला) ने 3,000 करोड़ रुपये, हल्दीराम स्नैक्स प्राइवेट लिमिटेड ने 300 करोड़ रुपये, श्री सीमेंट्स ने सामान्य विनिर्माण श्रेणी में 800 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा की है।
वर्ष 2023 की तुलना में इस वर्ष साढ़े तीन गुणा से ज्यादा निवेश का करार हुआ है। पिछले वर्ष 50 हजार 300 करोड़ रुपये का करार हुआ था। सम्मेलन के समापन के बाद प्रेसवार्ता में उद्योग सचिव वंदना प्रेयसी ने बताया कि इसमें से अब तक 38 हजार करोड़ रुपये का काम शुरू हो चुका है।