बिहार में पुलिस ने शराब केस का डर दिखाकर व्यापारी से 32 लाख लूटे, थानेदार गिरफ्तार, ड्राइवर फरार
- कारोबारी रोहन कुमार गुप्ता 64 लाख रुपए गाड़ी में लेकर मुजफ्फरपुर जा रहे थे। रेवा पुल के पास मकेर थाना पुलिस टीम ने उन्हें रोका और जांच करने लगे। रुपए से भरा बैग लेकर सुनसान स्थान पर ले गए और पिस्तौल की नोक पर शराब केस में फंसाने का भय दिखाकर एक बैग में रखे 32 लाख लूट लिए।
बिहार के छपरा में पुलिस वालों का हैरतअंगेज चेहरा उजागर हुआ है। एक कारोबारी से 32 लाख की लूट मामले में थानेदार को गिरफ्तार किया गया है। आरोपी दारोगा ने पिस्तौल की नोक पर व्यवसाई से बैग लूट लिया जिसमें 32 लाख नगद रखे थे। घटना मकेर थाना क्षेत्र की है और आरोपी राजीव रंजन कुमार मकेर के थानाध्यक्ष थे। पुलिस हिरासत में उनसे पूछताछ की जा रही है। इस वारदात में थानेदार का सहयोग करने वाला ड्राइवर, होमगार्ड जवान फरार है। उसकी गिरफ्तारी के लिए छापेमारी की जा रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पीड़ित बिजनेशमैन रोहन कुमार जिले के मकेर थाना इलाके के रऊजा गांव के रहने वाले हैं। थानाध्यक्ष राजीव रंजन ने पिस्तौल का भय और झूठे केस में फंसा देने का डर दिखाकर शुक्रवार की रात 32 लाख लूट लिया। रोहन ने बताया कि कारोबार के सिलसिले में 64 लाख कैश लेकर अपनी कार से मुजफ्फरपुर आ रहे हैं। दो बैग में 32-32 लाख रुपए भरे गए थे। उन्होंने अपनी प्रॉपर्टी बेचकर ये रुपये जुटाए थे। जैसे ही वे रेवा पुल के पास पहुंचे कि पुलिस की पेट्रोलिंग टीम ने जांच के लिए रोका। गाड़ी़ में शराब के नाम पर तलाशी करने लगे तभी रुपए से भरे बैग को देखा। बिना कुछ पूछे पुलिस वालों ने दोनों बैग अपनी गाड़ी में रख लिया और रोहन को सुनसान स्थान पर ले गए। वहां ले जाकर पुलिस ने कहा कि एक बैग छोड़ दो वरना शराब और मादक पदार्थ के केस में फंसा कर जेल भेज देंगे। मजबूरी में रोहन एक बैग छोड़कर वहां से निकल गया और अगले दिन एसपी को पूरी जानकारी दी।
इस मामले में सारण एसपी कुमार आशीष ने बताया कि रोहन गुप्ता की शिकायत पर तुरंत जांच का आदेश दिया गया। इसमें मढ़ौरा एसडीपीओ नरेश पासवान के नेतृत्व में जांच टीम बनाई गई। एसडीपीओ ने मकेर थाने के पुलिस कर्मियों को फोटो दिखाए तो पीड़ित ने थानेदार और ड्राइवर को पहचान लिया। त्वरित कार्रवाई करते हुए जब आरोपी थानेदार को हिरासत में लिया गया तो उसकी निशानदेही पर ड्राइवर के बैरक से रुपए बरामद किए गए। इस बीच आरोपी ड्राइवर फरार हो गया।
एसपी कुमार आशीष ने बताया कि आरोपी पुलिस वालों पर लूट की धाराओं में केस दर्ज किया गया है। थानेदार को जेल भेज दिया गया है। उसे सस्पेंड करने के बाद विभागीय कार्रवाई की जा रही है। इस घटना से पुलिस की छवि धूमिल हुई है और कार्यशैली पर सवाल उठाए जा रहे हैं।