आईएएएस संजीव हंस की काली कमाई का प्रॉपर्टी में होता था निवेश, ठेकेदार समेत दो और गिरफ्तार
ईडी ने संजीव हंस मनी लॉन्ड्रिंग मामले में दो लोगों को दिल्ली से गिरफ्तार किया है। इनमें से एक बिहार का ठेकेदार है। दोनों आईएएस की काली कमाई को सफेद बनाने का काम करते थे।
ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) ने आईएएस संजीव हंस की गिरफ्तारी के बाद शनिवार को उनसे जुड़े दो अन्य लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। इसमें दिल्ली के रहने वाले प्रवीण चौधरी और शादाब खान शामिल हैं। प्रवीण मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले के रहने वाले हैं। वह बिहार के सरकारी विभागों में भी ठेकेदारी का काम करते हैं। उनपर संजीव हंस की काली कमाई को दिल्ली में कई स्थानों पर निवेश करने का आरोप है। आईएएस हंस ने दिल्ली के आनंद निकेतन कॉलोनी में मौजूद सी-35 नंबर बंगला प्रवीण चौधरी के नाम से बेनामी संपत्ति के तौर पर बनाई थी। इसी बंगले में आईएएस का परिवार रहता है।
इसके अलावा दिल्ली से गिरफ्तार हुआ एक अन्य शख्स शादाब खान भी संजीव हंस से सीधे तौर पर जुड़ा हुआ था। वह उनके सभी काली कमाई का निवेश अनेक स्थानों खासकर रियल एस्टेट में करता था। कई लोगों और कुछ कंपनियों से संजीव हंस के नाम पर शादाब ने पैसे की उगाही भी की थी। पैसे के अवैध लेनदेन में शादाब की भूमिका काफी अहम रही है।
प्रवीण चौधरी और शादाब खान के दिल्ली के गीता कॉलोनी में मौजूद घर पर ईडी ने शुक्रवार को छापेमारी भी की थी। तलाशी के दौरान कई दस्तावेज भी जब्त किए गए थे और इन दोनों से लंबे समय तक पूछताछ भी की गई। अवैध पैसे की उगाही और लेनदेन के पूरे प्रकरण में इनकी भूमिका साबित होने के बाद शनिवार को दोनों को गिरफ्तार कर लिया। प्राप्त सूचना के मुताबिक, शादाब खान की नजदीकी आईएएस हंस से उस समय हुई, जब वे दिल्ली में भूतपूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के आप्त सचिव हुआ करते थे। बताया जा रहा है कि शादाब खान एक राजनीतिक दल से जुड़ा हुआ है।
तीनों को कोर्ट में पेश कर लाया गया पटना
पूर्व विधायक गुलाब यादव को शुक्रवार को ही गिरफ्तार कर लिया गया था। इसके बाद प्रवीण चौधरी और शादाब खान को शनिवार को गिरफ्तार किया गया। ईडी की टीम इन तीनों को शनिवार को दिल्ली के द्वारका स्थित विशेष सत्र न्यायालय में प्रस्तुत कर ट्रांजिट रिमांड पर लेकर पटना पहुंची। दिल्ली से इंडिगो विमान से तीनों को लेकर ईडी की टीम शाम करीब 4 बजे पटना पहुंची। यहां आने के बाद इन्हें पीएमएलए के विशेष कोर्ट में प्रस्तुत करने के बाद जेल भेज दिया गया। अब इनसे पूछताछ के लिए रिमांड पर लेने के लिए ईडी संबंधित कोर्ट में आवेदन देगी।
हंस को रिमांड पर लेने की अनुमति मांगी
इधर, ईडी ने आईएएस संजीव हंस को रिमांड पर लेने से संबंधित आवेदन शनिवार को पटना के विशेष न्यायालय में दिया। संभावना व्यक्त की जा रही है कि संजीव हंस को सोमवार को 5 से 7 दिन की रिमांड अवधि पर लिया जा सकता है। इससे पहले शुक्रवार को संजीव हंस को गिरफ्तार कर देर रात जेल भेज दिया गया। संजीव हंस को रिमांड पर लेने के बाद अन्य गिरफ्तार किए गए आरोपियों को भी रिमांड पर लिया जाएगा।