नीतीश के बाद राज्याल से मिले केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान, चुनावी साल में मुलाकातों का से हलचल
- केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी(रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुक्रवार को राजभवन पहुंचे और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की। नए साल 2025 में चिराग पासवान की राज्यपाल से पहली मुलाकात है। उनसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमा गुरुवार को राजभवन गए थे।
केंद्रीय मंत्री और लोक जनशक्ति पार्टी(रामविलास) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शुक्रवार को राजभवन पहुंचे और राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मुलाकात की। नए साल 2025 में चिराग पासवान की राज्यपाल से पहली मुलाकात है। उनसे पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमा गुरुवार को राजभवन गए थे। दोनों के बीच बिचार विमर्श के बाद बिहार के चार विश्वविद्यालयों में स्थाई कुलपति की बहाली के मामले को फाइनल कर दिया गया। हालांकि सियासी गलियारे में चर्चा है कि इस मुलाकात में और भी कई बातें हुईं जिन्हें समय पर सामने लाया जाएगा। गुरुवार को चिराग पासवान हाजीपुर में थे। शुक्रवार को जब राजभवन पहुंचे तो राजनैतिक गलियारे में हलचल तेज हो गई है।
नए राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से चिराग की यह पहली मुलाकात है। आरिफ मोहम्मद खान पटना आकर नेताओं से मिल रहे हैं। वे अपने एक मित्र और लालू प्रसाद यादव से मिलने खुद उनके घर चले गए थे। लालू के घर गए तो इसे लेकर कई तरह की चर्चा भी हुई। माना जा रहा है कि चिराग पासवान की राज्यपाल से यह औपचारिक मुलाकात भी हो सकती है। चिराग पासवान अपने राज्यपाल को नए साल की शुभकामनाएं देने गए हैं।
आरिफ मोहम्मद खान हाल में ही बिहार के नये राज्यपाल बने। शपथ लेने के बाद नये राज्यपाल से सियासी दलों के नेताओं की मुलाकातों का दौर चल रहा है। राज्यपाल पटना आने पर लालू यादव से मुलाकात करने जब पहुंचे थे तो राजनीति गरमा गयी थी क्योंकि लालू यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को महागठबंधन में आने का न्योता दे रखा था। लेकिन यह महज शिस्टाचार मुलाकात भर निकली। नीतीश कुमार भी जब गुरुवार को राजभवन पहुंचे तो अगल तरह का माहौल बना। पॉलिटिकल पंडित कई प्रकार की चर्चा करने लगे। कुछ देर के बाद बिहार के चार विश्वविद्यालयों में कुलपति की बहाली की खबर सामने आई। चिराग पासवान बिहार फर्स्ट बिहारी फर्स्ट अभियान चलाते हैं। बीपीएससी छात्रों पर लाठीचार्ज पर भी सवाल उठाया था।