राज्यपाल से मिले BPSC कैंडिडेट, बोले- न्याय का मिला आश्वासन, प्रशांत से अनशन खत्म करने की अपील
- छात्र सुभाष ने बताया कि राज्यपाल ने लगभग 45 मिनिट का समय दिया और हमारी सारी बातों को सुना। उन्होंने छात्रों की मांगो को धैर्यपूर्वक सुना और आश्वस्त भी किया है कि संवैधानिक दायरे में रहते हुए, संबंधित अधिकारी तक यह मामला पहुंचाया जाएगा।
बीपीएससी री एग्जाम की मां को लेकर जन सुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर का आमरण अनशन जारी है। इस बीच अभ्यर्थियों का 12 सदस्यीय शिष्टमंडल सोमवार को बिहार के महामहिम राज्यपाल आरिफ मोहम्मद खान से मिलने राजभवन पहुंचा। शिष्टमंडल में 12 छात्र शामिल थे वहीं जन सुराज अध्यक्ष मनोज भारती भी छात्रों के साथ छात्रों की मांग लिए राज्यपाल से मिले। मुलाकात के बाद राजभवन परिसर में छात्रों ने मीडिया से बात की और राज्यपाल से मुलाकात और उनकी पहल पर संतोष जताया। जन सुराज के मुताबिक महामहिम ने खुद पहल करके छात्रों को मिलने के लिए बुलाया था। उन्हें मिलने के लिए दो बजे का समय दिया गया था।
छात्र शिष्टमंडल में शामिल छात्र सुभाष ने बताया कि राज्यपाल ने लगभग 45 मिनिट का समय दिया और हमारी सारी बातों को सुना। उन्होंने छात्रों की मांगो को धैर्यपूर्वक सुना और आश्वस्त भी किया है कि संवैधानिक दायरे में रहते हुए, संबंधित अधिकारी तक यह मामला पहुंचाया जाएगा। उन्होंने भरोसा दिया कि छात्रों के साथ न्याय होगा।
सुभाष ने बताया कि राज्यपाल आरिफ मोहम्मद ने प्रशांत किशोर की तबियत पर भी चिंता जताई। पिछले 12 दिनों से प्रशांत किशोर अनशन पर बैठे हुएं हैं, राज्यपाल ने छात्रों से कहा कि आपलोग निवेदन करिए कि प्रशांत किशोर अपना अनशन खत्म कर दें क्यों कि स्वास्थ्य से बढ़ कर कुछ भी नहीं है। वहीं राज्यपाल जी ने छात्रों से यह भी कहा है कि प्रशांत जी का अनशन और छात्रों की मांगों को एक दूसरे से अलग विषय हैं। उनके अनशन को समाप्त करवाने का प्रयास कीजिए।
बताते चलें कि प्रशांत किशोर 2 जनवरी से बीपीएससी समेत पांच सूत्री मांगों को लेकर अनशन पर हैं। इस बीच उन्हें गिरफ्तार किया गया और कोर्ट से बेल मिला। बीमार होने पर उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया लेकिन पीके ने अनशन नहीं तोड़ा। गंगा नदी के किनारे मरीन ड्राइव पर अनशन के लिए टेंट बनाया जा रहा था जिसे प्रशासन ने रोक दिया।