BJP में आते ही सुनील पांडे ने ठोका बड़ा दावा, दिलीप जायसवाल ने विशाल प्रशांत पर कही यह बात
मिलन समारोह के बाद सुनील पांडे नेकहा कि लंबे समय तक मैं एनडीए का कार्यकर्ता रहा।2000 से 2015 तक 4 बार विधायक रहा। लेकिन अपनी पार्टी बीजेपी में विधिवत सम्मिलित हो गया। भविष्य में पार्टी का जो भी निर्णय होगा वह मान्य होगा। पार्टी को और मजबूत बनाना है और फिर से बिहार में एडीए की सरकार बनाना है।
बिहार में विधानसभा की चार सीटों पर उपचुनाव के पहले राजनीति गरमा गई है। विधायकों के लोकसभा चुनाव लड़ने से राज्य की तरारी, रामगढ, बेलागंज और इमामगंज विधानसभा की सीटें खाली हो गई हैं। सत्ता पक्ष के साथ विपक्षी दल भी उपचुनाव को लेकर सीरियस हैं। इस बीच रविवार को बिहार की सियासत में बड़ा उलटफेर हुआ। नीतीश कुमार की पार्टी जदयू छोड़कर लोजपा में शामिल चार बार के विधायक सुनील पांडे अपने बेटे विशाल प्रशांत के साथ बीजेपी में शामिल हो गए। इससे पहले सुनील पांडे पशुपति पारस के साथ थे। पटना स्थित बीजेपी कार्यालय में मिलन समारोह के दौरान उन्होंने आगामी चुनावों को लेकर बड़ा दावा ठोका। भाजपा के बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने उनके बेटे को लेकर बड़ी बात कही।
मिलन समारोह के बाद नरेंद्र कुमार पांडे उर्फ सुनील पांडे ने मीडिया से बात की। उन्होंने कहा कि लंबे समय तक मैं एनडीए का कार्यकर्ता रहा। इस दौरान साल 2000 से 2015 तक चार बार विधायक भी रहा। लेकिन अपनी पार्टी बीजेपी में विधिवत सम्मिलित हो गया। भविष्य में पार्टी का जो भी निर्णय होगा वह मान्य होगा। पार्टी को और भी मजबूत बनाना है और फिर से बिहार में एडीए की सरकार बनाना है। इसी संकल्प के साथ हम बीजेपी में शामिल हुए हैं। मीडिया के एक सवाल पर सुनील पांडे ने दावा ठोक दिया कि 2025 में फिर से एनडीए की ही सरकार बनेगी इसमें कोई संदेह नहीं है। इसी लक्ष्य के साथ मैं अपने समर्थकों के साथ बीजेपी में शामिल हुआ।
पत्रकारों ने जब उनसे पूछा कि 2024 के उपचुनाव में आपकी क्या भूमिका होगी, इसमें भी कोई लक्ष्य है? तरारी में उपचुनाव होने वाले हैं। इस सवाल के जवाब में सुनील पांडे ने कहा कि आप लोग समझदार हैं और जनता भी सबकुछ समझ रही है। समर्थकों की भावना को देखते हुए पार्टी जो भी निर्णय करेगी वह स्वीकार होगा। बेटे विशाल के उपचुनाव में उतरने के सवाल पर पूर्व विधायक ने कहा कि आगे का भविष्य आगे देखा जाएगा।
इधर मिलन समारोह के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने कहा कि सुनील पांडे और उनके बेटे विशाल प्रशांत का बीजेपी में स्वागत है। भारतीय जनता पार्टी नए जेनेरेशन और युवाओं को आगे बढ़ाना चाहती है। इसीलिए सुनील भाई से कहा कि आप विशाल प्रशांत को बीजेपी को सुपुर्द कर दीजिए। इस पर उन्होंने सहमति दे दी। विशाल प्रशांत अब भाजपा के सम्मानित कार्यकर्ता और नेता होंगे।
सुनील पांडे और उनके बेटे विशाल को तरजीह देकर बीजेपी भूमिहार वोट को साधना चाहती है। क्रिमिनल बैकग्राउंड से नेता बने सुनील पांडे की दबंग छवि रही है। वे रोहतास के नवा़डीह के रहने वाले हैं और भूमिहार समाज से आते हैं। हालांकि रणवीर सेना प्रमुख ब्रम्हेश्वर मुखिया से उनकी अदावत रही। हत्या, अपहरण, लूट, रंगदारी, चाकूबाजी, बम धमाका जैसे मामलों में उन्हें गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। आरा कोर्ट बम धमाके में उनका नाम आया था। हालांकि सबूतों के आभाव में उन्हें बरी कर दिया गया। एके 47 हथियार बरामदगी में भी उनका नाम आया। 1998 में मुंगेर में 20 एके 47 राइफल मिले थे। उन्हें लंबे समय तक जेल में रहना पड़ा। हालांकि सुनील पांडे ने भगवान महावीर पर पीएचडी किया है।