Bihar Weather: पश्चिमी चंपारण, सुपौल समेत 20 जिलों में अलर्ट, भारी बारिश से बाढ़ का खतरा
भारत मौसम विभाग ने रविवार को पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। आपदा प्रबंधन विभाग ने 20 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है।
नेपाल में भारी बारिश का असर बिहार में भी देखा जा रहा है। उत्तर बिहार के कई इलाकों में बारिश हो रही है। वहीं राज्य की दो नदियां गंडक और कोसी उफान पर हैं। दोनों नदियों का जलस्तर लाल निशान के ऊपर है। बीते 24 घंटे में गंडक और कोस का डिस्चार्ज पांच गुना बढ़ा है। जिसके चलते कई जिलों में बाढ़ आ गई है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने 28 सितंबर यानी शनिवार को 20 जिलों में बाढ़ का अलर्ट जारी किया है। भारत मौसम विभाग ने पश्चिमी चंपारण, पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जिलों में बहुत भारी बारिश की संभावना जताई है। राज्य के ज्यादातर जिलों में न्यूनतम तापमान 22 से 26 डिग्री और अधिकतम तापमान 30 से 32 डिग्री रहने की आशंका है।
इससे पहले शुक्रवार को 13 जिलों में तेज बारिश की आशंका जताई गई थी। और सभी जिलों के पदाधिकारियों को अलर्ट भेजा गया था। राज्यभर में बीते कई दिनों से बारिश के आसार बने हुए हैं। राज्य के ज्यादातर जिलों में शनिवार को भी बारिश हुई। पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण मधुबनी, सुपौल में भारी बारिश हुई है।
हालांकि, कल यानी रविवार से एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलने के कारण तापमान में बढ़ोतरी होगी। विभाग के अनुसार सूबे में औसतन 50 से 55 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। पूरे प्रदेश के जिलों में अलग-अलग जगहों पर अति भारी, भारी के साथ मध्यम और हल्के स्तर की बारिश हुई।
बीते दो दिनों में 19 जिलों के अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हुई और 16 जिलों के तापमान में गिरावट आई। शुक्रवार को सबसे गर्म जिला 31.7 डिग्री सेल्सियस के साथ जमुई और नालंदा रहा। वहीं गंडक और कोसी नदी के बढ़ते जल स्तर को देखते हुए पटना में वॉर रूम बनाया गया है। जहां से दोनों नदियों के जलस्तर पर नजर रखी जाएगी।
राज्य के अन्य जिलों में बहने वाली नदियों की भी मॉनिटरिंग की जाएगी। आपको बता दें कोसी के वीरपुर बराज से 6.01 लाख क्यूसेक और गंडक में वाल्मीकिनगर बराज से 5.62 लाख क्यूसेक पानी का डिस्चार्ज हुआ है।