हर प्रखंड में डिग्री कॉलेज, डबल स्कॉलरशिप; शिक्षा पर 60 हजार करोड़ खर्च करेगी नीतीश सरकार
बिहार में चुनावी साल में नीतीश सरकार सबसे ज्यादा शिक्षा के क्षेत्र में खर्च करेगी। डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बजट भाषण में राज्य के हर प्रखंड में डिग्री कॉलेज खोलने का ऐलान किया है।

Bihar Budget 2025: चुनावी साल में बिहार की नीतीश सरकार सबसे ज्यादा शिक्षा के क्षेत्र पर 60 हजार करोड़ रुपये खर्च करेगी। राज्य के सभी प्रखंडों में सरकारी या निजी डिग्री कॉलेज खोले जाएंगे। इसके अलावा एससी-एसटी, पिछड़ा एवं अति पिछड़ा छात्रों को मिलने वाली प्री-मैट्रिक स्कॉलरशिप को भी डबल कर दिया गया है। डिप्टी सीएम सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने सोमवार को बिहार विधानसभा में दिए बजट भाषण में यह घोषणा की।
सम्राट चौधरी ने विधानसभा में बजट पेश करते हुए कहा कि राज्य में पीपीपी मोड पर निजी मेडिकल कॉलेज खोले जाएंगे। इसके अलावा नए सरकारी मेडिकल कॉलेज भी खुलेंगे।
एससी, एसटी, पिछड़ा और अति पिछड़ा स्कॉलरशिप दोगुनी करने का ऐलान
सम्राट ने कहा कि मुख्यमंत्री पिछड़ा एवं अति पिछड़ा प्री मैट्रिक छात्रवृति योजना के तहत मिलने वाली राशि को वित्तीय वर्ष 2025-26 में दोगुना किया जाएगा, इसके लिए सरकार 875 करोड़ रुपये अतिरिक्त खर्च करेगी।
साथ ही अनुसूचित जाति एवं जनजाति (एससी-एसटी) छात्रों को मिलने वाली प्री मैट्रिक छात्रवृति को भी दोगुना करने का ऐलान किया गया है, इसके लिए सरकार 260 करोड़ रुपये सालाना खर्च करेगी।
बिहार के 40 प्रखंडों में, जहां एससी-एसटी की आबादी 50 हजार या उससे अधिक है और पहले से वहां आवासीय विद्यालय नहीं चल रहा है, उनमें 720 की क्षमता वाले एक-एक आवासीय विद्यालयों की स्थापना की जाएगी। इनमें से 14 आवासीय विद्यालयों का निर्माण अगले एक साल में पूरा कर दिया जाएगा।
सबसे ज्यादा शिक्षा पर खर्च, अन्य विभागों के लिए इतना बजट-
शिक्षा विभाग पर 60974 करोड़ रुपये
स्वास्थ्य विभाग पर 20335 करोड़ रुपये
ग्रामीण सड़कों पर 17908 करोड़ रुपये
गृह विभाग को 17831 करोड़ रुपये
ग्रामीण विकास के लिए 16043 करोड़ रुपये
ऊर्जा विभाग पर 13484 करोड़ रुपये
समाज कल्याण विभाग, एससी एसटी, अल्पसंख्यक, पिछड़ा, अति पिछड़ा कल्याण विभाग के लिए समेकित 13 हजार करोड़ से ज्यादा का बजट रखा गया है।