बिहार बजट में दिखी आधी आबादी की धमक; महिला हाट, जिम, विवाह मंडप और पिंक बसों की सौगात
डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने बताया कि राज्य की हर पंचायत में गरीब कन्याओं के विवाह के लिए मंडप का निर्माण कराया जाएगा। मुख्य शहरों में महिलाओं के लिए पिंक बसों का संचालन होगा। जिसमें सवारी, चालक और कंडक्टर सभी महिलाएं होंगी।

उपमुख्यमंत्री सह वित्त मंत्री सम्राट चौधरी ने बिहार बजट 2025-26 के तहत 3 लाख 16 हजार 895 करोड़ रुपये का वार्षिक बजट पेश किया। जो कि पिछले बजट 38,169 करोड़ रुपये अधिक है। बजट में आधी आबादी की धमक देने को मिली। महिलाओं के लिए कई बड़ी घोषणाएं की गई हैं। जिसमें महिला हाट, जिम, टॉयलेट, कन्या विवाह मंडप के अलावा प्रमुख शहरों में पिंक बसें दौड़ेंगी, जिन्हें महिलाएं चलाएंगी। ट्रेनिंग से लेक ड्राइवर और क्लीनर भी महिलाएं होंगी।
सम्राट चौधरी ने जानकारी देते हुए बताया कि राज्य की हर पंचायत में गरीब कन्याओं के विवाह के लिए मंडप का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही बेहद कम शुल्क पर विवाह संबंधी सुविधाएं दी जाएंगी। जिसका संचालन भी महिलाएं करेंगी। सभी बड़े शहरों में महिला हाट की स्थापनी की जाएगी। पटना में जिम ऑन व्हील की शुरुआत की जाएगी। जिसकी ट्रेनर भी महिलाएं होंगी। सभी प्रमुख शहरों में महिलाओं के लिए पिंक टॉयलेट का निर्माण होगा। पहले चरण में एक महीने के भीतर 20 पिंक टॉयलेट बनाई जाएंगी।
इसके अलावा कामकाजी महिलाओं के लिए छात्रावास की स्थापना की जाएगी। राज्य के मुख्य शहरों में महिलाओं के लिए पिंक बसों का संचालन होगा। जिसमें सवारी, चालक और कंडक्टर सभी महिलाएं होंगी। बिहार राज्य पथ परिवहन निगम से चालक, कंडक्टर और डिपो मेंटेनेंस स्टाफ के पदों में महिलाओं के लिए 33 फीसदी आरक्षण की व्यवस्था की जाएगी। स्वरोजगार को बढ़ावा देने के लिए महिला चालकों को ई-रिक्शा और दो पहिया वाहन के व्यावसायिक परिचालन हेतु खरीद के लिए नगद अनुदान का प्रावधान किया जाएगा। शहरों में ड्राइविंग के लिए प्रशिक्षण केंद्र खोले जाएंगे।
छठ पूजा पर मौके पर धार्मिक पर्यटन योजना की शुरूआत होगी। जिसमे होम स्टे को प्रमोट किया जाएगा। महिलाओं को पर्यटन गाइड के तौर पर प्रशिक्षित किया जाएगा।साथ ही महिला सिपाहियों के रहने के लिए थाने के नजदीक ही आवास की व्यवस्था की जाएगी। आपको बता दें राज्य सरकार की ओर से 52 घोषणाएं की गई है। जिनमें रोजगार परक निवेश और महिलाओं के लिए विशेष सुविधाओं सहित पिछड़ा एवं अति पिछड़ा वर्ग और एस सी/एसटी वर्ग के कक्षा 1 से 10 तक के छात्रों के लिए प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति की राशि को दोगुना करने की घोषणा की गई है।