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जमुई: एसएसबी स्थानीय पुलिस व वन विभाग के टीम के संयुक्त सर्च अभियान में पुलिस को मिली बड़ी कामयाबी

सोमवार को चरकापत्थर थाना क्षेत्र के जंगली क्षेत्र में एसएसबी, स्थानीय पुलिस और वन विभाग ने विशेष छापेमारी की। छापेमारी में चार हिरण के सिंह और एक लोडेड राइफल बरामद हुई। यह कार्रवाई दुर्लभ वन्य जीवों...

Newswrap हिन्दुस्तान, भागलपुरWed, 18 Sep 2024 01:58 PM
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सोनो।निज संवाददाता सोमवार चरकापत्थर थाना क्षेत्र के जंगली क्षेत्र में दुर्लभ व विलुप्त हो रहे जंगली जानवरों के शिकार व उनके कीमती अंगों के तस्करी की खुफिया जानकारी के बाद एसएसबी चरकापत्थर, स्थानीय पुलिस व वन विभाग के सहयोग से चलाये गये विशेष छापेमारी अभियान में तस्करी के लिये छिपा कर रखे 4 हिरण के सिंह के साथ लोडेड देशी राइफल व कारतूस बरामद हुई है। एसएसबी 16 वाहनी चरकापत्थर केम्प के सहायक कमाण्डेन्ट अभिनव तोमर के नेतृत्व में चलाये गये इस विशेष अभियान में स्थानीय पुलिस व वन विभाग के कर्मी शामिल थे।दुर्लभ व विलुप्त हो रहे वन जीव के संरक्षण के तहत चलाये गये इस अभियान में चरकापत्थर थाना क्षेत्र के खिजरा जंगल से छिपा कर रखे गये चार हिरण का सिंह तथा कुछ दूरी पर एक लोडेड देशी राइफल व कारतूस की बरामदगी पुलिस के लिये एक बड़ी सफलता मान रही है।एसएसबी कमांडेंट श्री तोमर ने बताया कि बरामद हिरण के सिंह के देखने के बाद ऐसा प्रतीत हो रहा था कि हिरणों का शिकार हाल के दिनों में ही किया गया है। बरामद हिरणों के सिंह में एक सिंह तो बिल्कुल ताजा लग रहा था। ऐसा प्रतीत हो रहा था कि उसका शिकार एक -दो दिन पहले किया गया होगा।उक्त बरामद सिंह से दुर्गन्ध भी आ रहा था। कमाण्डेन्ट श्री तौमर ने बरामद हिरण सिंह व देशी राइफल का नक्सली कनेक्श से भी इंकार नहीं किया है।उनका कहना है कि नक्सलियों द्वारा भी हिरण का शिकार कर उसका उपयोग भोजन के साथ साथ आय के रूप में उसका सिंह का उपयोग कर सकते हैं। हिरण के मांस जहाँ भोजन के रूप के ग्रहण किया ज सकता है वहीं हिरण के सिंह का तस्करी कर अंतराष्ट्रीय बाजार में ऊंची कीमत वसूली जा जा सकती है। या फिर इन वन्य जीवों के शिकार व उसके अंगों के तस्करी में अंतरराज्यीय गिरोह भी शामिल हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि इस सभी संभावनाओं पर जांच किया जा रहा है।

कोट

बरामद हिरण का सिंह जांच के लिये भेजा जा रहा है।जांच के बाद ही इन सभी बातों का पता चल पायेगा कि बरामद हिरण का सिंह किस प्रजाति का है ।इस जंगल मे इस प्रजाति का हिरण पाया जाता है या नहीं। साथ ही जिस हिरण का सिंह बरामद हुआ है उस हिरण का शिकार चरकापत्थर जंगल मे किया गया है या उन हिरणों का शिकार अन्यत्र कर उसके सिंह को तस्करी के लिये चरकापत्थर के खिजरा जंगल के छिपा कर रखा गया है।

रवि कुमार

वनों के क्षेत्र पदाधिकारी झाझा वन क्षेत्र

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